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गिरधर कविराय –

गिरधर कविराय: नीति और व्यवहार के सच्चे कवि गिरधर कविराय, हिन्दी काव्य परंपरा के ऐसे लोकप्रिय कवि हैं जिन्हें जनजीवन का सच्चा सलाहकार कहा जाता है। इनका जन्म लगभग संवत् 1770 में माना गया है। इन्होंने अपनी रचनाओं से आम…

ठाकुर बुन्देलखण्डी (1766 से 1823 ई०)

स्वच्छन्द प्रेम के निर्भीक कवि: ठाकुर बुन्देलखण्डी हिंदी साहित्य में ‘ठाकुर’ नाम से तीन कवि प्रसिद्ध हुए, जिनमें से सबसे महत्वपूर्ण ठाकुर बुन्देलखण्डी माने जाते हैं। उनका पूरा नाम लाला ठाकुरदास था और वे ‘ठाकुर’ जाति के कायस्थ थे। उनका…

गुरु गोविन्दसिंह जी: सिख धर्म के योद्धा संत और साहित्यकार

गुरु गोविन्दसिंह जी: सिख धर्म के योद्धा संत और साहित्यकार गुरु गोविन्दसिंह (1666-1708 ई.) सिख धर्म के दसवें और अंतिम मानव गुरु थे, जिनका जन्म विक्रमी संवत् 1723 (1666 ई.) में बिहार की राजधानी पटना में हुआ था। उनके पिता…

दादूदयाल (1544-1603 ई०)

🌼 दादूदयाल (1544–1603 ई.) – निर्गुण भक्ति मार्ग के संत कवि 📍 जीवन परिचय: 🧬 वंश और जन्म की मान्यताएँ: 📿 गुरु और धार्मिक प्रेरणा: 📚 मुख्य रचनाएँ: 🌸 भक्ति और काव्य विशेषताएँ: 🕊️ प्रेम-भावना से ओतप्रोत उदाहरण – दादू…

भूषण (सन् 1613-1715 ई.)

भूषण (संवत् 1670 – 1772) – वीररस के प्रमुख कवि 📍 जीवन परिचय: ⚔️ राजाश्रय और वीरता के प्रति समर्पण: ✍️ प्रमुख रचनाएँ: 🔸 ‘शिवराजभूषण’ नामक ग्रंथ में अलंकारों का निरूपण किया गया है, लेकिन वह अलंकार शास्त्र की दृष्टि…

मलूकदास (1574-1682ई.)

मलूकदास (1574–1682 ई.) – संक्षिप्त नोट्स 🔆 महत्वपूर्ण विशेषताएँ: 🧘‍♂️ गुरु के विषय में मतभेद: 📚 प्रमुख रचनाएँ: ✍️ कविता की विशेषताएँ: 💬 प्रसिद्ध उद्धरण: “अजगर करै न चाकरी, पंछी करै न काम।दास मलूका कहि गए, सबके दाता राम।।” “कहत…

ईश्वरदास

ईश्वरदास – संक्षिप्त नोट्स (Short Notes): ➡️ ईश्वरदास तुलसी पूर्व रामभक्ति काव्य परंपरा के एक सशक्त स्तंभ हैं, जिनकी काव्य रचनाएँ भक्ति, करुणा और वीरता से भरपूर हैं।

रैदास (15वीं शताब्दी)

संत रैदास (रविदास) – संक्षिप्त नोट्स (Short Notes): ➡️ संत रैदास भारतीय भक्तिकाल के एक महत्त्वपूर्ण स्तंभ हैं। उन्होंने जातिगत भेदभाव के विरुद्ध प्रेम, भक्ति और मानवता का संदेश दिया।

अमीर खुसरो

अमीर खुसरो – संक्षिप्त विवरण (Short Notes): ➡️ अमीर खुसरो की पहेलियाँ भारतीय लोक साहित्य की बहुमूल्य धरोहर हैं, जो आज भी बाल साहित्य और प्रतियोगी परीक्षाओं में उपयोगी मानी जाती हैं।

मीराबाई

मीराबाई – संक्षिप्त विवरण (Short Notes): ➡️ मीराबाई हिन्दी भक्ति काव्य परंपरा की अत्यंत महत्वपूर्ण कवयित्री हैं, जिनकी कविताएँ प्रेम, भक्ति और विरह की मार्मिक अभिव्यक्ति हैं।