Category हिंदी विषय नोट्स

साहस के पैर – श्री जयशंकर अवस्थी कक्षा 8 हिंदी

“साहस के पैर” श्री जयशंकर अवस्थी द्वारा रचित एक प्रेरणादायक कहानी है। यह कहानी अचल नामक एक लड़के के जीवन संघर्ष और आत्मविश्वास की अद्भुत मिसाल प्रस्तुत करती है। अचल, जो एक दुर्घटना में अपना एक पैर गवाँ बैठता है,…

जो मैं नहीं बन सका – डॉ. ज्ञान चतुर्वेदी कक्षा 8 हिंदी

पाठ का सारांश: जो मैं नहीं बन सका (डॉ. ज्ञान चतुर्वेदी) इस पाठ में लेखक डॉ. ज्ञान चतुर्वेदी अपने बचपन की मजेदार और अजीब इच्छाओं के बारे में बताते हैं। वे बताते हैं कि उन्होंने कभी डॉक्टर या लेखक बनने…

पचराही – लेखक मंडल कक्षा 8 हिंदी

पचराही, छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में स्थित एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर है, जो हाँप नंदिया के तट और मैकल पर्वत के बीच बसा है। यह प्राचीन समय में व्यापार और सांस्कृतिक गतिविधियों का प्रमुख केंद्र रहा। पचराही का नाम…

एक नई शुरुआत – सुश्री कमला चमोला कक्षा 8 हिंदी

एक नई शुरुआत – सुश्री कमला चमोला का सारांश सुश्री कमला चमोला द्वारा रचित कहानी “एक नई शुरुआत” बाल मनोविज्ञान पर आधारित है। यह कहानी एक ऐसे विद्रोही लड़के सुधीर के जीवन में बदलाव की प्रेरक कथा है, जो गलत…

अब्राहम लिंकन का पत्र – श्री अब्राहम लिंकन कक्षा 8 हिंदी

अब्राहम लिंकन का पत्र – श्री अब्राहम लिंकन कक्षा 8 हिंदी अब्राहम लिंकन द्वारा अपने पुत्र के शिक्षक को लिखा गया यह पत्र एक आदर्श शिक्षा प्रणाली और नैतिक मूल्यों का उत्कृष्ट उदाहरण है। इस पत्र में लिंकन अपने पुत्र…

नई उषा [Nayi Usha] – श्री सत्यनारायण लाल कक्षा 8 हिंदी

नई उषा [Nayi Usha]- श्री सत्यनारायण लाल उठो, नई किरण लिए जगा रही नई उषा उठो, उठो नए संदेश दे रही दिशा-दिशा । सन्दर्भ- प्रस्तुत पद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक ‘छत्तीसगढ़ भारती’ के पाठ ‘नई उषा’ से लिया गया है। इसके…

सबसे खतरनाक – अवतार सिंह पाश कक्षा 11 हिन्दी पद्य खंड

मेहनत की लूट सबसे खतरनाक नहीं होती पुलिस की मार सबसे खतरनाक नहीं होती गद्दारी-लोभ की मुट्ठी सबसे खतरनाक नहीं होती बैठे-बिठाए पकड़े जाना बुरा तो है सहमी सी चुप में जकड़े जाना बुरा तो है पर सबसे खतरनाक नहीं…

रैदास के पद – रैदास कक्षा 11 हिन्दी पद्य खंड

रैदास के पद जाति-जाति में जाति हैं, जो केतन के पात रैदास मनुष ना जुड़ सके जब तक जाति न जात ।। रैदास कनक और कंगन माहि जिमि अंतर कुछ नाहि । जैसे ही अंतर नहीं हिन्दुअन तुरकन माहि ।…

गज़ल – दुष्यंत कुमार कक्षा 11 हिन्दी पद्य खंड

गज़ल कहाँ तो तय या चिरागों हरेक घर के लिए, कहाँ चिराग मयस्सर नहीं शहर के लिए। 0 यहाँ दरख्तों के साये में धूप लगती है, चलो यहाँ से चलें और उम्र भर के लिए। न हो कमीज तो पाँवों…

घर की याद – भवानी प्रसाद मिश्र कक्षा 11 हिन्दी पद्य खंड

घर की याद आज पानी गिर रहा है, बहुत पानी गिर रहा है, रात भर गिरता रहा है, प्राण मन घिरता रहा है, बहुत पानी गिर रहा है, घर नज़र में तिर रहा है, घर कि मुझसे दूर है जो…