सन्देशरासो –

सन्देशरासो – संक्षिप्त नोट्स

  1. रचयिता – अब्दुर्रहमान (अद्हमाण)
  2. भाषा – अपभ्रंश
  3. ग्रंथ का प्रकार – महाग्रंथ, ऐतिहासिक एवं साहित्यिक
  4. मुख्य विशेषता
    • हृदय की मर्मवेदना का चित्रण
    • साहित्य के अन्धकार में एक ज्योति के समान
    • वीररस के रासो काव्यों से भिन्न परंपरा
  5. विषयवस्तु
    • विरहिणी स्त्री के वियोग की मार्मिकता
    • विरहिणी एक पथिक के माध्यम से अपने पति को संदेश भेजती है
    • करुणा से भरपूर वर्णन, जो पाठक को प्रभावित करता है
  6. छंदों की संख्या – कुल 216 छंद
  7. द्विवेदी जी का मत
    • इस सन्देश में गहरी करुणा विद्यमान है
    • पाठकों को सहज ही आकृष्ट करता है