उसमान कवि एवं उनकी रचना ‘चित्रावली’
1. परिचय:
- उसमान कवि ने ‘चित्रावली’ की रचना 1613 ई. में की।
- ये जहाँगीर के समय में वर्तमान थे।
- ये गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) के निवासी थे।
- इनके पिता का नाम शेख हुसैन था।
- ये पाँच भाई थे।
- इन्होंने अपना उपनाम ‘मान’ लिखा।
- ये शाह निजामुद्दीन चिश्ती की शिष्य परंपरा में हाजीबाबा के शिष्य थे।
2. ‘चित्रावली’ का कथानक एवं विशेषताएँ:
- यह कल्पनाश्रित कथानक है।
- इसमें नेपाल के राजकुमार सुजान और रूपनगर की राजकुमारी चित्रावली के विवाह का वर्णन अत्यंत सरस रूप में हुआ है।
- रचनाकार मलिक मोहम्मद जायसी से प्रभावित रहा है।
- जायसी की शैली में नगर, सरोवर, यात्रा, दान महिमा आदि का वर्णन किया गया है।
- इसमें सूफी प्रेमाख्यानक परंपरा और काव्य रूढ़ियों का सुंदर प्रयोग हुआ है।
- विरह वर्णन के अंतर्गत षड्ऋतु (छह ऋतुओं) का वर्णन सरल एवं मनोहर रूप में किया गया है।
3. ‘चित्रावली’ से उद्धरण:
ऋतु बंसत नौतन बन फूला। जहँ जहँ भौर कुसुम रंग भूला।।
आहि कहाँ सो भँवर हमारा। जेहि बिनु बसत बसंत उजारा।।
रात बरन पुनि देखि न जाईं। मानहूँ दवा देहुँ दिसि लाई।।
रतिपति दूर व ऋतुपति बली। कानन देह आई दलमली।।
सूफी काव्य परंपरा के अन्य प्रमुख कवि एवं कृतियाँ
कवि का नाम | वर्ष | प्रमुख काव्य रचना |
---|---|---|
शेख नबी | 1619 ई. | ‘ज्ञानद्वीप’ |
कासिम शाह | 1731 ई. | ‘हंस जवाहिर’ |
नूर मुहम्मद | 1744 ई. | ‘इंद्रावती’ |
नूर मुहम्मद | 1764 ई. | ‘अनुराग बाँसुरी’ |
4. ‘अनुराग बाँसुरी’ की विशेषताएँ:
इसमें चौपाइयों के बीच में बरवै रखे गए हैं, दोहे नहीं।
इसमें शरीर, जीवात्मा और मनोवृत्तियों को लेकर रूपक बाँधा गया है।