कक्षा 12 हिंदी स्तर का अपठित गद्यांश और उसके प्रश्न उत्तर

कक्षा 12 हिंदी स्तर का अपठित गद्यांश और उसके प्रश्न उत्तर

अपठित गद्यांश 1

मनुष्य का जीवन संघर्षों और अवसरों का संगम है। संघर्ष हमें परखता है और अवसर हमें आगे बढ़ने का मार्ग दिखाते हैं। जो व्यक्ति कठिन परिस्थितियों में धैर्य बनाए रखते हैं, वे सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँचते हैं। जीवन में सफलता पाने के लिए केवल प्रतिभा ही नहीं, बल्कि निरंतर प्रयास, अनुशासन और समय का सदुपयोग भी आवश्यक है। असफलताओं से घबराकर पीछे हटना उचित नहीं, बल्कि उनसे सीख लेकर आगे बढ़ना ही सच्ची विजय है। इतिहास इस बात का साक्षी है कि जिन्होंने कठिनाइयों को चुनौती मानकर आगे कदम बढ़ाए, वही समाज में प्रेरणा के स्रोत बने।


प्रश्न 1. गद्यांश के अनुसार संघर्ष और अवसर का क्या महत्व है?

उत्तर: संघर्ष हमें परखता है और अवसर हमें आगे बढ़ने का मार्ग दिखाते हैं।

प्रश्न 2. सफलता पाने के लिए किन गुणों की आवश्यकता है?

उत्तर: सफलता पाने के लिए प्रतिभा, निरंतर प्रयास, अनुशासन और समय का सदुपयोग आवश्यक है।

प्रश्न 3. असफलताओं के प्रति हमारा दृष्टिकोण कैसा होना चाहिए?

उत्तर: असफलताओं से घबराना नहीं चाहिए, बल्कि उनसे सीख लेकर आगे बढ़ना चाहिए।

प्रश्न 4. इतिहास किस बात का साक्षी है?

उत्तर: इतिहास साक्षी है कि जिन्होंने कठिनाइयों को चुनौती मानकर आगे बढ़ा, वे समाज में प्रेरणा के स्रोत बने।

प्रश्न 5. “संगम” शब्द का पर्यायवाची लिखिए।

उत्तर: मिलन, संगठित होना, मेल।

अपठित गद्यांश – 2

आज के समय में शिक्षा का उद्देश्य केवल रोजगार प्राप्त करना नहीं होना चाहिए, बल्कि व्यक्तित्व का समग्र विकास करना भी होना चाहिए। वास्तविक शिक्षा वही है, जो हमें सोचने, समझने और सही निर्णय लेने की क्षमता प्रदान करे। ज्ञान केवल पुस्तकों में सीमित नहीं है, बल्कि यह अनुभव, निरीक्षण और संवाद से भी प्राप्त होता है। यदि शिक्षा में नैतिक मूल्यों का समावेश न हो, तो वह अधूरी है। शिक्षित व्यक्ति का आचरण और व्यवहार ही उसकी शिक्षा का वास्तविक मापदंड है।

प्रश्न 1. गद्यांश के अनुसार शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य क्या है?

उत्तर: शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य व्यक्तित्व का समग्र विकास करना है।

प्रश्न 2. ज्ञान किन-किन माध्यमों से प्राप्त किया जा सकता है?

उत्तर: ज्ञान पुस्तकों, अनुभव, निरीक्षण और संवाद से प्राप्त किया जा सकता है।

प्रश्न 3. अधूरी शिक्षा किसे कहा गया है?

उत्तर: नैतिक मूल्यों के बिना शिक्षा को अधूरी कहा गया है।

प्रश्न 4. शिक्षित व्यक्ति का वास्तविक मापदंड क्या है?

उत्तर: शिक्षित व्यक्ति का आचरण और व्यवहार उसका वास्तविक मापदंड है।

प्रश्न 5. “समावेश” शब्द का विलोम लिखिए।

उत्तर: बहिष्कार, अलगाव।