1. तंत्रिका कोशिका(NEURONS)-
तंत्रिका कोशिका(NEURONS) से निकलने वाले प्रवों की संख्या के आधार पर तंत्रिका कोशिकाओं को निम्नांकित तीन प्रकारों में विभेदित किया जाता है;
(i) एकध्रुवीय तंत्रिका. कोशिका (Unipolar Neuron)– एक ही एक्सॉन युक्त न्यूरॉन को एकध्रुवीय तंत्रिका कोशिका कहा जाता है। इनमें डेन्ड्रान्स का पूर्ण अभाव होता है। ये कोशिकायें प्रायः अकशेरुकीय प्राणियों में तथा कशेरुकियों के भ्रूणीय अवस्था में पाई जाती हैं।
(ii) द्विध्रुवीय तंत्रिका कोशिका (Bipolar Neurons) ऐसी तंत्रिका कोशिका जिसके एक-सिरे पर एक्सॉन (Axon) तथा दूसरे सिरे पर डेन्ड्रॉन्स (Dendron) उपस्थित हो तो उसे द्विध्रुवीय तंत्रिका कोशिका (Bi- polar Neurons) कहते हैं। आँखों का रेटिना स्तर द्विध्रुवीय न्यूरॉन्स का बना होता है।
(iii) बहुध्रुवीय तंत्रिका कोशिका (Multipolar Neurons) इस प्रकार के न्यूरॉन में एक एक्सॉन तथा एक से अधिक डेन्ड्रॉन्स उपस्थित होता है। मेरुरज्जु (Spinal cord) तथा मस्तिष्क (Brain) के न्यूरॉन्स बहुध्रुवीय प्रकृति वाले होते हैं।
2. न्यूरोग्लिया कोशिका (Neuroglial cells) –
तंत्रिका तंत्र से सहलग्न वे विशेष प्रकार की कोशिकायें, जिसमें साइटॉन के चारों तरफ अनेक डेन्ड्रॉन (dendron) जैसी रचनायें लगी तं होती हैं, परंतु तंत्रिकाक्ष (Axon) का अभाव होता है, न्यूरोग्लिया है। कोशिकायें कहलाती हैं। इस प्रकार की कोशिकायें मस्तिष्क की गुहा (Cranial cavity) को आस्तरित करती हैं। इनकी उत्पत्ति भ्रूणीय बाह्यचर्म (Ectoderm) से होती है। यह परिधीय तंत्रिका तंत्र की स्वान कोशिकाओं के साथ भी पाई जाती है। ये कोशिकायें तंत्रिका तंतुओं एवं गैग्लियानी या गुच्छकों का आवरण बनाती हैं।