राज्य की सरकार भाग-एक कक्षा 7 सामाजिक विज्ञान (नागरिक शास्त्र)
याद रखने योग्य बातें
- हमारे देश में दो प्रकार को सरकारें है-(1) केन्द्र सरकार (2) राज्य सरकार
- केन्द्र सरकार द्वारा निर्मित कानून पूरे देश में लागू होता है जबकि राज्य सरकारें अपने-अपने राज्य के लिए कानून बनाती है।
- केंद्र में सरकार के तीन अंग है-(1)व्यवस्थापिका (2) कार्यपालिका (3) न्यायपालिका।
- राज्य के लिए कानून बनाने वाली संस्था को विधानसभा कहते हैं।
- राज्य सरकार (विधानसभा में जो लोग कानून बनाते हैं, उन्हें विधानसभा सदस्य या विधायक (एम. एल. ए) कहते हैं।
- जिस प्रक्रिया के द्वारा मतदाता अपने लोकप्रिय प्रत्याशी को चुनती है, उसे चुनाव या निर्वाचन कहते हैं।
- मतदाता बनने के लिए 18 वर्ष की आयु तथा मतदाता सूची में नाम होना अनिवार्य है।
- विधानसभा सदस्य बनने के लिए (चुनाव लड़ने के लिए) 25 वर्ष की आयु निश्चित है। यह चुनाव 5 वर्ष के लिए होता है।
- अपराधी, पागल या दिवालिया व्यक्ति न तो मतदान कर सकता है और न ही चुनाव पड़ सकता है।
- प्रत्याशी अपनी पार्टी की नीतियों को लेकर जनता से वोट माँगते हैं, जिसे चुनाव प्रचार कहते हैं। इसमें बैनर, पोस्टर, नुक्कड़, सभा, नाटक,दूरभाष यंत्रों, प्रत्यक्ष सम्पर्क आदि का प्रयोग किया जा सकता है।
- मतदान दिवस के 24 घंटे पूर्व प्रत्यक्ष चुनाव प्रचार बंद हो जाता है, प्रत्याशी दरवाजे दरवाजे पर जाकर व्यक्तिगत सम्पर्क कर सकते हैं.
- निश्चित जनसंख्या के आधार पर सरकार द्वारा विधानसभा सीट (क्षेत्र) निर्धारित की जाती है। छत्तीसगढ़ में 90 विधानसभा क्षेत्र हैं।
- लोकतंत्र में जनता अपने में से चुनकर सरकार में एक व्यक्ति (प्रत्याशी) भेजती है, जिसे उस क्षेत्र का प्रतिनिधि कहते हैं। चुनाव लड़ते समय वही प्रत्याशी उम्मीदवार कहा जाता है।
- लोग का ऐसा समूह जो चुनाव में भाग लेकर सरकार बनाना चाहता हो, राजनैतिक दल कहलाता है। जैसे- कांग्रेस, भाजपा, बहुजन समाज पार्टी आदि।
- मतदाता मतदान तिथि को अपना मत देती है, फिर वोटों की गिनती होती है, जिस प्रत्याशी को सर्वाधिक मत मिलता है, उसे विजयी घोषित करते हैं।
- पूरे सदन में जिस दल को बहुमत मिलती है, उसकी सरकार बनती है।
- बहुमत दल का नेता, मुख्यमंत्री पद की शपथ राज्यपाल द्वारा ग्रहण करता है।
- मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों को मिलाकर किसी भी राज्य का मंत्रिमंडल बनता है। मुख्यमंत्री का मंत्रिमंडल तभी काम करता है, जब तक उन्हें सदन में बहुमत प्राप्त हो।
राज्य की सरकार भाग-एक

मानचित्र क्र. 2.1 को देखकर आप अपने विधानसभा क्षेत्र का नाम एवं क्रमांक लिखें?
यह उत्तर आपके निवास स्थान और संबंधित क्षेत्र पर निर्भर करता है। मानचित्र 2.1 में दिए गए विवरण के अनुसार अपने क्षेत्र का नाम और क्रमांक दर्ज करें।
मान लीजिए आप किसी विधान सभा में चुनाव लड़ रहे हैं तो आप अपना चुनाव प्रचार कैसे करेंगे?
- अपने क्षेत्र के लोगों से संपर्क कर उनकी समस्याओं को समझेंगे।
- चुनावी घोषणापत्र तैयार करेंगे जिसमें विकास कार्य और समस्याओं के समाधान की योजना होगी।
- सभाओं, रैलियों और सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी योजनाओं को प्रचारित करेंगे।
- घर-घर जाकर प्रचार करेंगे और जनता से सीधे संवाद करेंगे।
किसी भी राज्य को विधानसभा के चुनाव के लिए अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में क्यों बाँटा जाता है?
विधानसभा क्षेत्रों में बाँटने का उद्देश्य यह है कि हर क्षेत्र से प्रतिनिधि चुना जा सके। यह प्रक्रिया जनप्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करती है ताकि जनता की समस्याओं को विधानसभा में उठाया जा सके।
छत्तीसगढ़ की विधानसभा में किसी भी दल को बहुमत प्राप्त करने के लिए कितनी सीटों की आवश्यकता होगी?
छत्तीसगढ़ विधानसभा में कुल सीटों की संख्या 90 है। किसी भी दल को बहुमत प्राप्त करने के लिए 46 सीटों की आवश्यकता होगी।
किसी भी विधानसभा क्षेत्र में चुने गए प्रतिनिधि की मुख्य जिम्मेदारी क्या होती है?
- क्षेत्र के विकास के लिए कार्य करना।
- जनता की समस्याओं को विधानसभा में उठाना।
- क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़कों आदि के विकास के लिए योजनाओं को लागू करना।
- कानून व्यवस्था को बनाए रखने में सहयोग देना।
अगर आप विधायक होते तो अपने क्षेत्र के लिए क्या कार्य करते?
- क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, और परिवहन की गुणवत्ता सुधारता।
- युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराता।
- किसानों और मजदूरों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ लागू करता।
- स्थानीय मुद्दों पर जनता से संवाद करता और उन्हें हल करने का प्रयास करता।