जानने योग्य
- कही जा रही बात कहानी कविता आदि को ध्यान से समझते हुए सुनते और अपनी प्रतिक्रिया व्यक्ति करते हैं।
- कहानी, कविता आदि को उपयुक्त उतार-चढ़ाव, गति, प्रवाह और सही पुट के साथ सुनाते हैं।
- सुनी हुई रचनाओं की विषय-वस्तु घटनाओं, पात्रों, शीर्षक आदि के बारे में बातचीत करते हैं. प्रश्न पूछते हैं अपनी प्रतिक्रिया देते हैं राय बताते हैं / अपने तरीके से (कहानी, कविता आदि) अपनी भाषा में व्यक्त करते है।
- तरह-तरह की रचनाओं / सामग्री (अखबार, बाल पत्रिका आदि) को समझकर पढने के बाद उस पर आधारित प्रश्न पूछते हैं, अपनी राय देते हैं. शिक्षक एवं अपने सहपाठियों के साथ चर्चा करते हैं, पूछे गए प्रश्नों के उत्तर (मौखिक / लिखित रूप से) देते हैं।
- अलग-अलग तरह की रचनाओं में आए नए शब्दों को संदर्भ में समझकर उनका अर्थ सुनिश्चित करते हैं।
प्रश्न अउ अभ्यास-
बोध प्रश्न-
काल दू दल म बाँट के मुँहअखरा प्रश्न पूछय कुछ प्रश्न अइसे हो सकत है-
क. बहुला गाय अउ बघवा के भेंट कोन मेर होइस ?
खा. बघवा के मन काबर पसीज गे ? लड़का मन के प्रश्नोत्तर के बाद गुरुजी घलोक मुँहअखरा प्रश्न पूछेंय
1. खाल्हे म लिखाय प्रश्न के उत्तर लिखव
क. बहुला गाय कोन मेर रहिस
ख. बहुला गाय कइसन रहिस ?
ग. गाय ल आघू म देख के बधवा का सोचे लगिस 2
घ. बहुला गाय के पिला ल देख के बधवा का कहिस ?
प्रश्न 2 कोन है कोन ल कहिस ?
1. ए गइया! ठाढ़ हो जा, मैं ह तोला खाहब।”
2. “हे जंगल के राजा तँ आज मोला झन खा।”
3. “जै जोहार ममा । मैं अपन महतारी ल छोड़ के कहाँ जाहूँ ?”
4. “ले जा भई ! तुमन तो मोर हिरदे ल जीत डारेव ।
प्रश्न 3. तुमन ल मनपसंद काम करे ले कोनो फेंकही, अउ बाघा पहुँचाही त तुमन का करहू ? लिखव ।