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पाठ में आये कठिन शब्दों के अर्थ
- रियासत – राज्य, प्रदेश
- दीवान – मंत्री, उच्च प्रशासनिक अधिकारी
- परमात्मा – ईश्वर, भगवान
- विनय – प्रार्थना, निवेदन
- दीनबंधु – गरीबों का मित्र, राजा को संबोधित करने का आदरसूचक शब्द
- अवस्था – उम्र, स्थिति
- राज-काज – शासन का कार्य, प्रशासन
- भूल-चूक – गलती
- नेकनामी – अच्छी प्रतिष्ठा, सम्मान
- नीतिकुशल – नीति में निपुण
- आदर – सम्मान
- प्रार्थना – निवेदन, विनती
- स्वीकार – मान लेना
- शर्त – नियम
- खोजना – ढूँढना
- प्रसिद्ध – मशहूर, ख्याति प्राप्त
- विज्ञापन – सूचना, घोषणा
- सुयोग्य – योग्य, उपयुक्त
- सज्जन – भले, अच्छे आचरण वाले व्यक्ति
- योग्य – काबिल, उपयुक्त
- वर्तमान – अभी का समय
- सरकार – शासक, प्रशासन
- सेवा में उपस्थित हों – सामने आएं, हाजिर हों
- अनिवार्य – ज़रूरी, आवश्यक
- ग्रेजुएट – स्नातक
- हृष्ट-पुष्ट – स्वस्थ, बलवान
- मंदाग्नि – कमजोर पाचन शक्ति, अपच रोग
- कष्ट – तकलीफ़, कठिनाई
- रहन-सहन – जीवनशैली, दिनचर्या
- आचार-विचार – व्यवहार और सोच
- निरीक्षण – देखभाल, परख
- कर्तव्य – दायित्व, जिम्मेदारी
- उच्च पद – बड़ा ओहदा, ऊँचा स्थान
- सुशोभित होंगे – शोभा बढ़ाएंगे, सम्मान पाएंगे
- मुल्क – देश
- तहलका मचा देना – हलचल पैदा करना, सनसनी फैलाना
- कैद – बंधन
- नसीब का खेल – भाग्य पर निर्भर होने वाली बात
- भाग्य परखना – किस्मत आज़माना
- रंग-बिरंगे मनुष्य – अलग-अलग प्रकार के लोग
- रेलगाड़ी से उम्मीदवारों का मेला उतरना – बड़ी संख्या में लोगों का आना
- नए फैशन का प्रेमी – आधुनिकता को पसंद करने वाला व्यक्ति
- पुरानी सादगी पर मिटा हुआ – पुराने रीति-रिवाजों और सरल जीवनशैली को पसंद करने वाला
- एमामे – पगड़ी या सिर पर बाँधा जाने वाला वस्त्र
- चोगा – ढीला-ढाला परिधान
- अंगरखा – एक पारंपरिक परिधान
- कंटोप – विशेष प्रकार की टोपी
- सनद – डिग्री या प्रमाणपत्र
- परदा ढकना – किसी कमी या बात को छिपाना
- महानुभाव – सम्माननीय व्यक्ति, प्रतिष्ठित लोग
- आदर-सत्कार – सम्मानपूर्वक सेवा, स्वागत
- प्रबंध – व्यवस्था, आयोजन
- ऊषा का दर्शन – सुबह-सुबह सूर्योदय देखना
- नाक में दम करना – बहुत परेशान करना
- जनाब – सम्मानसूचक शब्द, आदर से बुलाने का तरीका
- घृणा – नफरत
- नम्रता – विनम्रता, शिष्टाचार
- सदाचार – अच्छे आचरण, नैतिकता
- झंझट – परेशानी, कठिनाई
- कार्य सिद्ध होना – उद्देश्य की पूर्ति होना, मनचाही चीज़ मिलना
- बगुलों में हंस – ढोंगियों के बीच असली गुणी व्यक्ति
- बूढ़ा जौहरी – अनुभवी व्यक्ति जो असली और नकली में फर्क कर सके
- नए फैशनवाले – आधुनिक जीवनशैली अपनाने वाले लोग
- सूझी – विचार आया
- हॉकी के मँजे हुए खिलाड़ी – अनुभवी और निपुण हॉकी खिलाड़ी
- विद्या – ज्ञान, कला या हुनर
- हाथों की सफाई – कुशलता, चतुराई, चालाकी
- फील्ड – मैदान, खेल का स्थान
- दफ्तर के अप्रेंटिस – कार्यालय में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाला व्यक्ति
- ठोकरें खाना – मुश्किलों का सामना करना
- भलेमानस – सज्जन, सम्माननीय लोग
- गंभीर खेल – ध्यान और रणनीति से खेले जाने वाले खेल (जैसे शतरंज, ताश)
- दौड़-कूद के खेल – शारीरिक श्रम से जुड़े खेल
- बिल्कुल निराली बात – एकदम नया और अनोखा अनुभव
- उत्साह – उमंग
- धावे के लोग – आक्रमण करने वाले खिलाड़ी (जो गेंद को लेकर आगे बढ़ते हैं)।
- लोहे की दीवार – बहुत मजबूत और अडिग प्रतिरोध
- संध्या – शाम, दिन का अंतिम भाग।
- धूमधाम – उत्साह और जोश भरा माहौल।
- खून की गरमी – जोश, उत्साह और ऊर्जा।
- हाँफते-हाँफते बेदम हो गए – बहुत थक जाना, सांस फूल जाना।
- निर्णय – फैसला
- पथिकों – यात्रियों, राहगीरों।
- ललकारता – ज़ोर-ज़ोर से आवाज़ देकर हिम्मत बंधाना।
- झुंझलाकर – गुस्से और हताशा में आकर।
- निराश होकर ताकता – हताश होकर चारों ओर देखना, किसी मदद की उम्मीद करना।
- सहमी हुई आँखों से – डर और घबराहट से भरी दृष्टि।
- सहानुभूति – दया, हमदर्दी।
- स्वार्थ – केवल अपने लाभ की चिंता।
- मद – अहंकार, घमंड।
- उदारता – दूसरों की मदद करने की भावना।
- वात्सल्य – स्नेह, दया और प्रेम।
- अकस्मात – अचानक, सहसा।
- ठिठक गया – अचानक रुक गया, चलते-चलते ठहर जाना।
- सूरत – चेहरा, हाव-भाव।
- ज्ञात हो गई – समझ में आ गई, पता चल गया।
- गठे हुए बदन का – मजबूत और ताकतवर शरीर वाला।
- झुककर बोला – आदर और विनम्रता से बोला।
- साधो – संभालो, काबू में रखो।
- उकसाया – ज़ोर लगाकर आगे बढ़ाया।
- हिम्मत न हारी – हार नहीं मानी, साहस बनाए रखा।
- ललकारा – ऊँची आवाज़ में प्रेरित किया, पुकारा।
- हाथ जोड़कर – आदर या कृतज्ञता प्रकट करने की मुद्रा।
- उबार लिया – बचा लिया, कठिनाई से निकाल दिया।
- गंभीर भाव से – गहरी सोच से।
- गौर से देखा – ध्यानपूर्वक देखा।
- संदेह हुआ – शक हुआ।
- चेहरा-मोहरा – शक्ल-सूरत, हाव-भाव।
- तीव्र दृष्टि से – पैनी नजर से, गहराई से देखना।
- भाँप गया – समझ गया, स्थिति को महसूस कर लेना।
- गहरे पानी में पैठने से ही मोती मिलता है – कठिनाइयों का सामना करने से ही सफलता मिलती है।
- निदान – अंत में, आखिरकार।
- प्रातःकाल – सुबह का समय, भोर।
- किस्मतों का फैसला – भाग्य का निर्णय, नसीब का निर्णय।
- दिन काटना पहाड़ हो गया – समय बहुत कठिनाई से बीतना, बेचैनी महसूस होना।
- आशा और निराशा के रंग आना – उम्मीद और हताशा का अनुभव होना।
- लक्ष्मी की कृपादृष्टि – धन और सौभाग्य की देवी की कृपा, भाग्य का साथ देना।
- रईस – अमीर, धनवान व्यक्ति।
- धनाढ्य – अत्यधिक धनी व्यक्ति।
- राज्य के कर्मचारी – शासन में कार्य करने वाले अधिकारी।
- दरबारी – राजा के दरबार से जुड़े हुए व्यक्ति।
- सज-धज – भव्य पोशाक और आभूषण पहनकर तैयार होना।
- कलेजे धड़कना – घबराहट और बेचैनी होना, तनाव महसूस करना।
- उम्मीदवार – प्रत्याशी, जो किसी पद के लिए आवेदन करता है।
- कष्ट – पीड़ा, परेशानी, कठिनाई।
- क्षमा – माफ़ी, दोषमुक्त करना।
- आवश्यकता – ज़रूरत
- हृदय – मन, दिल।
- उदार – दयालु, परोपकारी।
- आत्मबल – आत्मविश्वास, स्वयं की शक्ति।
- आपत्ति – कठिनाई, समस्या, संकट।
- वीरता – बहादुरी, साहस।
- सौभाग्य – अच्छा भाग्य, सफलता।
- गुणवाले – जिनमें अच्छे गुण हों, श्रेष्ठ व्यक्ति।
- कीर्ति – यश, प्रसिद्धि।
- मान – सम्मान, प्रतिष्ठा।
- शिखर – चोटी, उच्च स्थान।
- बधाई – शुभकामना, बधाई देना।
- कर्मचारी – नौकर, अधीनस्थ कार्यकर्ता।
- सत्कार – सम्मान, आदर।
- ईर्ष्या – जलन, द्वेष।
- फरमाया – कहा, आदेश दिया (सम्मानसूचक शब्द)।
- स्वीकार – मान लेना।
- आपत्ति – विरोध, असहमति।
- पुरुष – व्यक्ति, मनुष्य।
- जख्मी – घायल, चोटिल।
- दलदल – कीचड़, गीली मिट्टी, जहाँ चलना कठिन हो।
- साहस – हिम्मत, वीरता।
- वास – निवास, रहना।
- संकल्प – दृढ़ निश्चय, ठानना।
- चित्त – मन, हृदय।
- स्थिर – अटल, शांत, अडिग।
- धोखा – छल, कपट।
- दया – करुणा, सहानुभूति।
- धर्म – कर्तव्य, नैतिकता।
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