हमारी बदलती पृथ्वी कक्षा 7 सामाजिक विज्ञान (भूगोल)

छात्र इस पोस्ट के माध्यम से हमारी बदलती पृथ्वी कक्षा 7 सामाजिक विज्ञान (भूगोल) की जानकारी  प्राप्त कर सकते हैं। आइये फिर प्रश्न उत्तर नीचे देखते हैं।

स्मरणीय बिन्दु

स्थलमंडल अनेक प्लेटों में विभक्त है।

अंतर्जनित बल कभी आकस्मिक गति से तो कभी धीमी गति से उत्पन्न होते हैं।

भूकंप व ज्वालामुखी से धन-जन की अत्यधिक हानि होती है।

नदी अपनी अंतिम अवस्था में अत्यधिक धीमी गति से बहती है।

बालू के विस्तृत भाग में निक्षेपित हो जाने से लोएस बनता है।

महत्वपूर्ण पारिभाषिक शब्द

  1. स्थलमंडलीय प्लेट स्थलमंडल अनेक प्लेटों में विभक्त है जिन्हें स्थलमंडलीय प्लेट कहते हैं।
  2. अंतर्जनित बल- पृथ्वी के आन्तरिक भागों में घटित होने वाली शक्ति अंतर्जनित बल है।
  3. उद्गम केन्द्र भू-पर्पटी के नीचे का वह स्थान जहाँ कंपन प्रारंभ होता है, उद्गम केन्द्र कहलाता है।
  4. अपक्षय क्रिया पृथ्वी की सतह पर शैलों के टूटने की क्रिया को अपक्षय क्रिया कहते हैं।
  5. अपरदन क्रिया- भू-दृश्य पर जल, पवन एवं हिम आदि घटकों के द्वारा होने वाले क्षय को अपरदन कहते हैं।
  6. हिमानी बर्फ की नदियों को हिमानी/हिमनद कहते हैं।

हमारी बदलती पृथ्वी

प्रश्न 1 – भूकंप के पश्चात समाचार पत्रों के मुख्य समाचारों के रूप में दिया गया ‘भूंकप एक वस्तुस्थिति’ अध्यन पढ़ें। इस घटना को क्रमानुसार श्रेणीबद्ध करें।

उत्तर :- हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में रिकांग पीओ के निकट पंजी गाँव में बड़े भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय महामार्ग 22 की पुरानी हिंदुस्तान तिब्बत सड़क का 200 मीटर तक का भाग नष्ट हो गया। यह भूस्खलन पंजी गांव में तीव्र विस्फोटन द्वारा हुआ था। विस्फोटन के कारण ढाल का यह कमजोर क्षेत्र नीचे गिर गया, जिसके कारण सड़क और गांव के आस- पास के क्षेत्र को क्षति पहुँची। पंजी गाँव को किसी संभावित मानव विनाश से बचाने  के लिए पूर्ण रूप से खाली कर दिया गया था।

प्रश्न 2 – कल्पना करें कि यदि स्कूल समय के बीच में अचानक भूकंप आ जाए, तो आप अपनी सुरक्षा के लिए क्या करेंगे।

उत्तर :- यदि स्कूल के समय बीच में अचानक ही भूकंप आ जाए तो हमें तुरंत ही किसी सुरक्षित स्थान पर चलें जाना चाहिए और किसी जगह के कोने में या मेज़ के नीचे छुप जाना चाहिए। हमें उस समय आग वाले स्थान, टूट सकने वाली चीज़ो से दूर रहना चाहिए।

प्रश्न 3 – विश्व की कुछ नदियों के नाम लिखें जो डेल्टा का निर्माण करती है।

उत्तर :- गंगा नदी, राइन नदी, नील नदी, सिंधु नदी।

अभ्यास :-

प्रश्न 1 – निम्न प्रश्नों के उत्तर दीजिए:-

(क) प्लेटें क्यों घूमती है ?

उत्तर :- स्थलमंडल अनेक प्लेटों में विभाजित है, जिन्हें स्थलमंडलीय प्लेट कहते हैं। ये प्लेट हमेशा धीमी गति से चारों तरफ घूमती रहती हैं। प्रत्येक वर्ष केवल कुछ मिलीमीटर के लगभग पृथ्वी के अंदर पिघले हुए मैग्मा में होने वाली गति के कारण ऐसा होता है। पृथ्वी के अंदर पिघला हुआ मैग्मा एक वृत्तीय रूप में घूमता रहता है।

(ख) बहिर्जनिक एवं अंतर्जनित बल क्या है ?

उत्तर :- पृथ्वी की गति को उन बलों के आधार पर विभाजित किया गया है जिनके कारण ये गतियाँ उत्पन्न होती हैं । जो बल पृथ्वी के आंतरिक भाग में घटित होते हैं उन्हें अंतर्जनित बल (एंडोजेनिक फोर्स) कहते हैं एवं जो बल पृथ्वी की सतह पर उत्पन्न होते हैं उन्हें बहिर्जनिक बल (एक्सोजेनिक फोर्स) कहते हैं। अंतजर्नित बल कभी आकस्मिक गति उत्पन्न करते हैं, तो कभी धीमी गति।

(ग) अपरदन क्या है ?

उत्तर :- अपक्षय एवं अपरदन नामक दो प्रक्रमों द्वारा दृश्यभूमि लगातार विघटित होती रहती है। पृथ्वी की सतह पर शैलों के टूटने से अपक्षय की क्रिया होती है। भू – दृश्य पर जल, पवन एवं हिम जैसे विभिन्न घटकों के द्वारा होने वाले क्षय को अपरदन कहते हैं। वायु, जल आदि अपरदित पदार्थ को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाते हैं और फलस्वरूप एक स्थान पर निक्षेपित करते हैं।

(घ) बाढ़कृत मैदान का निर्माण कैसे होता है ?

उत्तर :- कभी- कभी नदी अपने तटों से बाहर बहने लगती है। फलस्वरूप निकटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ आ जाती है। बाढ़ के कारण नदी के तटों के निकटवर्ती क्षेत्रों में महीन मिट्टी एवं निक्षेपण करती है। ऐसी मिट्टी एवं पदार्थों को अवसाद कहते हैं, इससे समतल उपजाऊ बाढकृत मैदान का निर्माण होता है।

(च) बालू टिब्बा क्या है ?

उत्तर :- पवन चलने पर, यह अपने साथ रेत को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँचाती है। जब पवन का बहाव रुकता है तो यह रेत गिरकर छोटी पहाड़ी बनाती है इनको बालू टिब्बा कहते है। जब बालू कण महीन एवं हल्के होते हैं,  तो वायु उनको उठाकर अत्यधिक दूर ले जा सकती है। जब ये बालू कण विस्तृत क्षेत्र में निक्षेपित हो जाते , तो इसे लोएस कहते हैं ।

(छ) समुद्री पुलिन का निर्माण कैसे होता है?

उत्तर :- समुद्री तरंगे (लहरें) किनारों पर अवसाद जमा करती रहती हैं। इन अवसादों के जमा होने से समुद्री पुलिन का निर्माण होता है।

(ज) चापझील क्या है ?

उत्तर :- जब नदी मैदानी क्षेत्र में प्रवेश करती है, तो वह मोड़दार मार्ग पर बहने लगती है। नदी के इन्हीं बड़े मोड़ों को विसर्प कहते हैं। इसके बाद विसर्पो के किनारों पर लगातार अपरदन एवं निक्षेपण शुरू हो जाता है। विसर्प लूप के सिरे निकट आते जाते हैं। समय के साथ विसर्प लूप नदी से कट जाते हैं और एक अलग झील बनाते हैं, जिसे चापझील कहते हैं।

प्रश्न 2 – सही (√) उत्तर चिह्नित कीजिए:-

(क) इनमें से कौन–सी समुद्री तरंग की विशेषता नहीं है ?

(i)  शैल      (ii) किनारा      (iii)  समुद्री गुफा

उत्तर :-  (i) शैल

(ख) हिमनद की निक्षेपण विशेषता है

(i) बाढ़कृत मैदान (ii)  पुलिन      (iii)  हिमोढ़

 उत्तर:-  (iii)  हिमोढ़

(ग) पृथ्वी की आकस्मिक गतियों के कारण कौन – सी घटना होती है ?

(i) ज्वालामुखी    (ii) वलन (iii)  बाढ़कृत मैदान

उत्तर :- (i) ज्वालामुखी

(घ) छत्रक शैलें पाई जाती है

(i) रगिस्तान में    (ii) नदी घाटी में   (iii) हिमनद में

उत्तर:- (i)  रेगिस्तान में

(च) चापझील कहाँ पाई जाती हैं

(ii) हिमनद      (ii)  नदी घाटी    (iii ) रेगिस्तान

उत्तर :- (ii) नदी घाटी

प्रश्न 3 – निम्नलिखित स्तंभों को मिलाकर सही जोड़े बनाइए:-

(क) हिमनद             (i) समुद्री तट

(ख) विसर्प              (ii) छत्रक शैल

(ग) पुलिन               (iii) बर्फ की नदी

(घ) बालू टिब्बा.         (iv) नदियाँ

(च) जलप्रपात            (v) पृथ्वी का कंपन

(छ) भूकंप             (vi) समुद्र भृगु

                               (vii ) कठोर संस्तर शैल

                               (viii) रेगिस्तान

उत्तर:-   

(क) हिमनद              (iii) बर्फ की नदी

(ख) विसर्प                (iv) नदियाँ

(ग) पुलिन                 (i) समुद्री तट

(घ) बालू टिब्बा            (viii) रेगिस्तान

(च) जलप्रपात             (vii) कठोर संस्तर शैल  

(छ) भूकंप                 (v)  पृथ्वी का कंपन

प्रश्न 4 – कारण बताइए :-

(क) कुछ शैल छत्रक के आकार में होते हैं।

उत्तर :- बहती हुई पवन में रेत के कण निचले भाग अर्थात पृथ्वी के सतह के साथ उड़ते है। ये कण रास्ते में आने वाली चट्टान का अपरदन करते हैं। इसलिए पवन के रास्ते में आने वाली शैल के निचले भाग का अपरदन ज्यादा होता है और शैल छतरी के आकार की होती है। इसे छत्रक शैल कहते है।

(ख) बाढ़कृत मैदान बहुत उपजाऊ होते हैं।

उत्तर :- बाढ़ के कारण नदी के तटवर्ती भागों में महीन मिट्टी एवं अन्य पदार्थों का निक्षेपण होता है । इन्हें अवसाद कहते हैं । इन अवसादों से बनी मिट्टी बहुत उपजाऊ होती है । इसलिए बाढ़कृत मैदान बहुत उपजाऊ होते हैं ।

(ग) समुद्री गुफा स्टैक के रूप में परिवर्तित हो जाती है।

उत्तर :- समुद्री गुफा स्टैक के रूप में परिवर्तित हो जाती है। समुद्री गुफाओं के बड़े होते जाने पर इनमें केवल छत ही बची रह जाती है। लगातार अपरदन होते रहने से छत भी टूट जाती है। केवल दीवार बची रह जाती है। इस बची दीवार को स्टैक कहते हैं।

(घ) भूकंप के दौरान इमारतें गिरती हैं।

उत्तर :- भूकंप के दौरान इमारतें गिरती हैं। भूकंप के समय भूकंपीय तरंगे केंद्र से बाहर की ओर गमन करती हैं। इन तरंगों के कंपन से इमारतें काँपने लगती हैं और गिरने लगती हैं ।

प्रश्न 5 – क्रियाकलाप

नीचे दिए गए चित्रों को देखें। यह नदी द्वारा निर्मित स्थलाकृतियाँ है। इन्हें पहचानिए एवं बताइए कि ये नदी के अपरदन एवं निक्षेपण अथवा दोनों का परिणाम है।

उत्तर :- पहले चित्र की स्थलाकृति जल प्रपात है अथवा अपरदन का प्रकार है।

दूसरा चित्र की स्थलाकृति नदी विसर्प है अथवा अपरदन एवं निक्षेपण का प्रकार है।

तीसरे चित्र की स्थलाकृति मैदान है अथवा निक्षेपण का प्रकार है।