सजीव जगत में संगठन कक्षा 7 विज्ञान पाठ 6 स्मरणीय तथ्य
1.कोशिका-यह सभी जीवों की रचनात्मक एवं क्रियात्मक इकाई है।
2. ऊतक – कोशिकाओं का एक ऐसा समूह, जिनकी रचना एक जैसी हो और जो मिलकर एकसमान कार्य करती है, ऊतक कहलाती है।
3. अंग-विभिन्न प्रकार के ऊतक मिलकर एक अंग बनाते हैं।
4. जिन वस्तुओं में प्राप्त अथवा जीवन पाया जाता है, उन्हें जीवित अथवा सजीव कहते हैं।
5. सजीवों के कुछ विशिष्ट लक्षण होते हैं, जिनके कारण वे जीवित रहते हैं। जैसे—भोजन ग्रहण करना, भोजन का पाचन करना, श्वसन करना, उत्सर्जन वृद्धि गति एवं प्रजनन करना आदि।
6. जन्तु या पौधे दोनों सजीव हैं फिर भी इनमें बहुत से मूल अन्तर है।
7. समस्त जीवधारी का शरीर कोशिकाओं से बना होता है जिनमें जीवन की सभी आवश्यक क्रियाएँ होती हैं। इसलिये कोशिकाओं को जीवों की रचनात्मक एवं कार्यात्मक इकाई माना जाता है।
8. एककोशिकीय जीवधारियों जैसे अमीबा एवं क्लेमाइडोमोनास का शरीर केवल एक ही कोशिका से बना होता है। इनमें कार्य विभाजन नहीं होता।
9. बहुकोशिकीय प्राणियों में कार्य विभाजन होता है अर्थात् अलग-अलग कार्यों को करने के लिये अलग-अलग अंग पाये जाते हैं।
10. कार्य एवं स्थिति के अनुसार कोशिका की रचना एवं आकार में भिन्नता होती है।
11. एक ही प्रकार के कार्य करने वाली कोशिकायें आपस में मिलकर ऊतक बनती हैं।
12. ऊतक अंगों का निर्माण करते हैं, बहुत से अंग मिलकर अंग तन्त्र तथा अनेक अंग तन्त्रों से एक जीव का निर्माण होता है।
13. जीव जगत का संगठन में वह स्तर जो जीव शरीर के अंदर की व्यवस्था को प्रदर्शित करते हैं इसलिए इन्हें संगठन का निम्न स्तर कहते हैं।