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बगरे हे चंदा अंजोर छत्तीसगढ़ी : कक्षा 4 हिन्दी पाठ 21
बगरे हे चंदा अंजोर छत्तीसगढ़ी : कक्षा 4 हिन्दी पाठ 21 घर-दुवार, खार-खाररूख-राई, डार-डार,बगरे हे चंदा अँजोर।तरिया के पार-पार,लइका पारे गोहार।चंदैनी सुरतावत हेपानी म पाँव बोर।।बगरे हे चंदा अँजोर।गीत गावत लहरा म,बरछा बारी बहरा म।लइकुसहा अंतस लेलामे हे मया के डोर।।बगरे हे चंदा अँजोर।हाँस-हाँस खेलत हे .पुरवाही ह पेलत हे।दुधमुँहा के दाँत कसतरिया के हिलोर।।बगरे…
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डॉ जगदीश चन्द्र बोस कक्षा चौथी विषय हिन्दी पाठ २३
डॉ जगदीश चन्द्र बोस कक्षा चौथी विषय हिन्दी पाठ २३ सूर्य अस्त हो रहा था। चिड़ियाँ चहकती हुई अपने-अपने घोंसलों में लौट रही थीं। ठंडकबढ़ती जा रही थी। गरम स्वेटर, मोजे, हॉफ पैण्ट पहने, हाथ में एक बेंत लिए विक्की अपने घर के बगीचे में टहल रहा था। वह कभी किसी पेड़ पर अपना बेंत…
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इंसाफ कक्षा चौथी विषय हिन्दी पाठ २४
इंसाफ कक्षा चौथी विषय हिन्दी पाठ २४ पात्र- अली-बगदाद का एक नाईहसन-बगदाद का एक लकड़हाराखलीफा-बगदाद का सम्राटनौकर पहला दृश्य (स्थान- बगदाद की एक सड़क पर अली नाई की दुकान। समय-दोपहर। अलीनाई अपनी दुकान पर बैठा अपना उस्तरा पैना कर रहा है। अपने गधे पर लकड़ीलादे लकड़हारे हसन का प्रवेश।) हसन-लकड़ी ले लो, लकड़ी। अच्छी सूखी…