अध्याय – 13. होनहार लइका नरेन्द्र (छत्तीसगढ़ी) (हिंदी कक्षा – 3)

जानने योग्य

  • कही जा रही बात कहानी कविता आदि को ध्यान से समझते हुए सुनते और अपनी प्रतिक्रिया व्यक्ति करते हैं।
  • कहानी, कविता आदि को उपयुक्त उतार-चढ़ाव, गति, प्रवाह और सही पुट के साथ सुनाते हैं।
  • आस-पास होने वाली गतिविधियों / घटनाओं और विभिन्न स्थितियों में हुए अपने अनुभवो के बारे में बताते, बातचीत करते और प्रश्न पूछते हैं।
  • कहानी, कविता अथवा अन्य सामग्री को समझते हुए उसमें अपनी कहानी / बात जोडते है।
  • अलग-अलग तरह की रचनाओं / सामग्री (अखबार बाल पत्रिका, होर्डिंग्स आदि) को समझकर पढ़ने के बाद उस पर आधारित प्रश्न पूछते हैं अपनी राय देते हैं/ शिक्षक एवं अपने सहपाठियों के साथ चर्चा करते हैं, पूछे गए प्रश्नों के उत्तर (मौखिक, साकेतिक) देते हैं।
  • अलग-अलग तरह की रचनाओं में आए नए शब्दों को संदर्भ में समझकर उनका अर्थ सुनिश्चित करते हैं।
  • तरह-तरह की कहानियों, कविताओं / रचनाओं की भाषा की बारीकियों (जैसे शब्दों की पुनरावृत्ति, संज्ञा, सर्वनाम, विभिन्न विराम चिह्नों का प्रयोग आदि) की पहचान और प्रयोग करते हैं।

प्रश्न अउ अभ्यास-

प्रश्न 1- खाल्हे म लिखाय प्रश्न के उत्तर लिखव

1. नरेन्द्र काखर नाँव रहिस ?

2. नरेन्द्र कक्षा म का करत रहिस ?

3. गुरुजी नरेन्द्र उपर काबर घुसियागे ?

4. गुरुजी के घुस्सा कइसे उतरगे ?

5. नरेन्द्र कइसन लइका रहिस ?

6. आगू चल के नरेन्द्र ल का नाँव ले जाने गिस ?

प्रश्न 2- कोन ह कोन ल कहिस ?

1. “कस रे मुरुख ! कक्षा म बइठके सुतत हस रे?”

2. “मँय तुहर ले जादा जागत हँव।”

3. “त अइसने सुते अस काबर बइठथस बेटा?”

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