काले मेघा पानी दे : धर्मवीर भारती
काले मेघा पानी दे पाठ का सार (Summary) यहाँ प्रस्तुत संस्मरण काले मेघा पानी दे में लोक-प्रचलित विश्वास और विज्ञान के संघर्ष का सुंदर चित्रण है। एक तरफ विज्ञान का अपना तर्क है और विश्वास का अपना सामर्थ्य। इसमें कौन…
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काले मेघा पानी दे पाठ का सार (Summary) यहाँ प्रस्तुत संस्मरण काले मेघा पानी दे में लोक-प्रचलित विश्वास और विज्ञान के संघर्ष का सुंदर चित्रण है। एक तरफ विज्ञान का अपना तर्क है और विश्वास का अपना सामर्थ्य। इसमें कौन…
बाजार दर्शन पाठ का सार (Summary) “बाजार दर्शन” जैनेंद्र कुमार जी द्वारा लिखित एक रोचक निबंध है। जिसमें उन्होंने बाजार के बारे में खुलकर अपने दिल की बात सामने रखी हैं। वे अपने परिचितों, मित्रों से जुड़े अनुभव बताते हुए यह…
बगुलों के पंख कविता का सार (Summary) बगुलों के पंख कविता के कवि उमा शंकर जोशी जी है। बगुलों के पंख कविता प्रकृति के एक सुंदर दृश्य को प्रस्तुत करती है। कवि काले बादलों से भरे आकाश में पंक्ति बनाकर उड़ते…
छोटा मेरा खेत कविता का पाठ सार (Summary) ‘छोटा मेरा खेत’ कविता में कवि ने कागज़ को खेत के रूप में प्रस्तुत किया है। कवि को कागज का पन्ना एक चौकोर खेत की तरह लगता है। इस खेत में किसी आँधी…
कैमरे में बंद अपाहिज कविता का सार (Camere Mein Band Apahij Summary) “कैमरे में बंद अपाहिज” कविता के कवि ‘रघुवीर सहाय जी’ हैं। “कैमरे में बंद अपाहिज” कविता को उनके काव्य संग्रह “लोग भूल गए हैं” से लिया गया है। यह…
बात सीधी थी पर कविता का सार (Baat Seedhi Thi Par Summary) “बात सीधी थी पर” कविता के कवि ‘कुँवर नारायण जी’ हैं । यह कविता उनके काव्य संग्रह “कोई दूसरा नहीं” से ली गई है। इस कविता में किसी…
कविता के बहाने पाठ कविता का सार (Kavita ke Bahaane Summary) कविता के बहाने कविता के कवि कुँवर नारायण हैं। इनकी कविता ‘कविता के बहाने’ उनके ‘इन दिनों’ संग्रह से ली गई है। आज का समय कविता के वजूद को…
पतंग कविता का सार (पतंग Summary) कविता पतंग आलोक धन्वा के एकमात्र संग्रह का हिस्सा है। यह एक लंबी कविता है जिसके तीसरे भाग को आपको पाठ्यपुस्तक में शामिल किया गया है। पतंग के बहाने इस कविता में बालसुलभ इच्छाओं…
‘एक गीत’ कविता का सार – (EK Geet Summary) ‘एक गीत’ कविता हरिवंश राय बच्चन जी द्वारा रचित उनके काव्य संग्रह ‘निशा निमंत्रण’ में संकलित है। अपने लक्ष्य की प्राप्ति की होड़ में समय जल्दी-जल्दी गुजरता हुआ प्रतीत होता है…
आत्मपरिचय आत्मपरिचय कविता का सार (Atmaparichay Summary) ‘आत्मपरिचय’ कविता हरिवंश राय बच्चन जी द्वारा रचित उनके काव्य संग्रह ‘निशा निमंत्रण’ में संकलित है। इस कविता में कवि ने व्यक्ति और संसार का घनिष्ट सम्बन्ध दर्शाया है। इस सम्बन्ध के कारण संसार से…