आग कक्षा चौथी पर्यावरण अध्ययन अध्याय 15
1. सोचो, यदि आग नहीं होती तो हमें क्या-क्या दिक्कतें होतीं?
- खाना पकाना संभव नहीं होता।
- ठंड से बचने के लिए गर्मी का साधन नहीं होता।
- औद्योगिक और धातु निर्माण कार्य असंभव होता।
- बिजली उत्पादन और ईंधन आधारित वाहन नहीं चलते।
- त्योहारों और अन्य सांस्कृतिक कार्यों में कमी होती।
- दैनिक जीवन के कई कार्यों में दिक्कतें आतीं।
2. आग का उपयोग हम कहाँ-कहाँ करते हैं? सूची बनाओ।
- खाना पकाने में
- हीटर और गर्म पानी बनाने में
- धातु और औजार निर्माण में
- बिजली उत्पादन में
- कुम्हार के काम जैसे मटके और ईंट बनाने में
- त्योहारों और पूजा के लिए
- फैक्ट्रियों और ट्रांसपोर्टेशन में
3. कल्पना करो कि आग का उपयोग करने के पहले की जिंदगी कैसी रही होगी?
- लोग कच्चे भोजन जैसे फल और कंद-मूल खाते थे।
- ठंड से बचने का साधन नहीं था।
- पशुओं से रक्षा करना कठिन था।
- धातु और औजारों का निर्माण नहीं होता था।
- प्रकाश के लिए केवल सूर्य और चंद्रमा पर निर्भर रहते थे।
4. ऐसी कौन सी चीजें हैं जो आग में पकाए बिना नहीं खाई जा सकतीं?
- चावल और दाल
- रोटी और अन्य अनाज
- मांसाहारी भोजन
- आलू और अन्य कंद-मूल
5. मिट्टी का मटका और ईंट बनाने में भी क्या आग का उपयोग किया जाता है?
उत्तर: हां, मिट्टी के मटके और ईंटों को भट्टी में पकाने के लिए आग का उपयोग किया जाता है। इससे वे मजबूत और टिकाऊ बनते हैं।
6. लोहार लोहे को गरम करके मनचाहे आकार में क्यों बदलता है?
लोहे को गरम करने से वह नरम हो जाता है, जिससे लोहार उसे आसानी से मनचाहे आकार में ढाल सकता है।
7. सोने-चाँदी के गहने बनाने में भी क्या आग की ज़रूरत होती है?
उत्तर: हां, सोने-चाँदी को पिघलाने और मनचाहे आकार में ढालने के लिए आग का उपयोग किया जाता है। यह प्रक्रिया इसे आकार देने में मदद करती है।
8. पहले के लोग चूल्हा जलाने के लिए क्या करते रहे होंगे?
- पत्थरों को रगड़कर चिंगारी पैदा करते थे।
- सूखी घास और लकड़ी का उपयोग करते थे।
- चकमक पत्थर और लोहे का उपयोग करके आग जलाते थे।
9. लकड़ी को चूल्हे में जलाते हैं तो उसकी लौ का रंग कैसा होता है?
- लकड़ी की लौ का रंग पीला, नारंगी या लाल होता है।
10. बत्ती वाले स्टोव की लौ का रंग कैसा होता है?
उत्तर: बत्ती वाले स्टोव की लौ का रंग पीला या नारंगी होता है।
11. खाना बनाते समय स्टोव पर बर्तन ज्यादा काले होते हैं या चूल्हे पर?
उत्तर: चूल्हे पर बर्तन ज्यादा काले होते हैं, क्योंकि उसमें धुआं अधिक निकलता है। जबकि स्टोव में धुआं कम होता है।
प्रश्नोत्तर
1. माचिस की खोज के पहले आग किससे जलाई जाती थी?
माचिस की खोज से पहले लोग आग जलाने के लिए पत्थरों को रगड़ते थे या आग पैदा करने के लिए लकड़ी और चकमक पत्थर (फ्लिंट स्टोन) का उपयोग करते थे।
2. ऐसी कौन-कौन सी चीजें हैं जो आग से नहीं जल पाती हैं?
- धातुएं (जैसे लोहे, तांबे)
- मिट्टी और पत्थर
- पानी
- कांच
3. हम रोज़ के कामों में आग का कहाँ-कहाँ उपयोग करते हैं?
- भोजन पकाने में
- ठंड के मौसम में गर्मी पाने के लिए
- बिजली उत्पादन के लिए
- औद्योगिक प्रक्रियाओं में
- त्योहारों में दीये और पटाखे जलाने के लिए
4. सबसे ज्यादा आग किस मौसम में लगती है? क्यों?
सबसे ज्यादा आग गर्मियों के मौसम में लगती है।
कारण:
- तेज गर्मी और सूखी हवा
- सूखी घास और लकड़ियों में आग जल्दी लग जाती है।
- उच्च तापमान के कारण आग तेजी से फैलती है।
5. आग किन-किन चीजों से जलाई जा सकती है?
- माचिस
- लाइटर
- पत्थरों को रगड़कर
- लैंस द्वारा सूर्य की किरणों को केंद्रित करके
- बिजली की चिंगारी से
6. आग बुझाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाए जाते हैं?
- पानी डालकर
- रेत या मिट्टी डालकर
- आग बुझाने वाले यंत्र (फायर एक्सटिंग्विशर) का उपयोग
- गैस या तेल की आग में CO2 या फोम का उपयोग
सही-गलत लिखो
(i) पुराने समय में आग जलाने के लिए माचिस का उपयोग होता था।
उत्तर: गलत
(ii) लैंस, सूर्य की किरणों को कागज पर केंद्रित कर आग लगा देता है।
उत्तर: सही
(iii) बरसात के दिनों में आग जल्दी लग जाती है।
उत्तर: गलत