दादा जी (हिंदी कक्षा -3)

जानने योग्य

  • कही जा रही बात कहानी कविता आदि को ध्यान से समझते हुए सुनते और अपनी प्रतिक्रिया व्यक्ति करते हैं।
  • कहानी, कविता आदि को उपयुक्त उतार-चढ़ाव, गति, प्रवाह और सही पुट के साथ सुनाते हैं।
  • आस-पास होने वाली गतिविधियों / घटनाओं और विभिन्न स्थितियों में हुए अपने अनुभवो के बारे में बताते, बातचीत करते और प्रश्न पूछते हैं।
  • कहानी, कविता अथवा अन्य सामग्री को समझते हुए उसमें अपनी कहानी / बात जोडते है।
  • तरह-तरह की रचनाओं / सामग्री (अखबार, बाल पत्रिका आदि) को समझकर पढने के बाद उस पर आधारित प्रश्न पूछते हैं, अपनी राय देते हैं. शिक्षक एवं अपने सहपाठियों के साथ चर्चा करते हैं, पूछे गए प्रश्नों के उत्तर (मौखिक / लिखित रूप से) देते हैं।
  • अलग-अलग तरह की रचनाओं में आए नए शब्दों को संदर्भ में समझकर उनका अर्थ सुनिश्चित करते हैं।

प्रश्न और अभ्यास

प्र.1. विक्की के घर उस दिन कौन-कौन सा उत्सव मनाया जा रहा था ?

प्र. 2. विक्की की माँ क्यों चिंतित हो रही थीं ?

प्र. 3. विक्की हैरान क्यों हो गया ?

प्र. 4. माँ की बात सुनकर विक्की को हँसी क्यों आ गई ?

प्र.5. दादा जी अंदर क्या कर रहे थे ?

प्र.6. विक्की ने दादा जी की सहायता क्यों की ?

प्र. 7. विक्की ने दादा जी की कौन-सी बात सबसे छुपाई थी ?

प्र. 8. दादाजी ने बहुत देर तक किवाड़ क्यों नहीं खोले ?

प्र. 9. किवाड़ खुलने पर विक्की की माँ ने दादा जी से किवाड़ न खोलने का कारण जरूर पूछा होगा। दादा जी ने उस समय क्या बहाना बनाया होगा? सोचकर लिखो ।

प्र. 10. यदि विक्की दादा जी की मिठाई खाने वाली बात सभी को बता देता तो दादा जी क्या करते?

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