शैवालों का वर्गीकरण (Classification of Algae)
शैवालों को प्रमुख रूप से तीन वर्गों में विभाजित किया गया है:
- क्लोरोफाइटा – हरे शैवाल (Chlorophyta: Green Algae)
- फियोफाइटा – भूरे शैवाल (Phaeophyta: Brown Algae)
- रोडोफाइटा – लाल शैवाल (Rhodophyta: Red Algae)
क्लोरोफाइटा – हरे शैवाल (Green Algae)
सामान्य लक्षण (General Characteristics):
- आवास: ताजे जल में पाये जाते हैं।
- कोशिका संरचना: एककोशिकीय या बहुकोशिकीय होते हैं।
- शरीर संरचना: कॉलोनियल, तन्तुवत्, शाखित या अशाखित होते हैं।
- रंग: गहरे हरे रंग के होते हैं।
- क्लोरोप्लास्ट: कोशिकाओं के अंदर क्लोरोप्लास्ट होते हैं।
- क्लोरोप्लास्ट में:
- कैरोटीन, जैन्थोफिल, क्लोरोफिल और क्लोरोफिल b उपस्थित होते हैं।
- पायरीनॉइड्स: क्लोरोप्लास्ट में पायरीनॉइड्स होते हैं।
- भोजन: स्टार्च के रूप में संचित होता है।
- चल कोशिकाएँ: पाई जाती हैं।
- पीढ़ी एकान्तरण: उपस्थित या अनुपस्थित हो सकता है।
उदाहरण:
- क्लैमाइडोमोनास (Chlamydomonas)
- क्लोरेला (Chlorella)
- वॉलवॉक्स (Volvox)
- यूलोचिक्स (Ulothrix)
- कारा (Chara)
फियोफाइटा – भूरे शैवाल (Brown Algae)
सामान्य लक्षण (General Characteristics):
- आवास: समुद्री शैवाल होते हैं।
- कोशिका संरचना: बहुकोशिकीय होते हैं।
- पादप शरीर: तन्तुवत् या पैरेनकाइमी होते हैं।
- रंग: भूरे रंग के होते हैं।
- क्रोमैटोफोर: कोशिकाओं में क्रोमैटोफोर होते हैं।
- क्रोमैटोफोर में: फ्यूकोजैन्थिन मुख्य वर्णक होता है।
- पायरीनॉइड्स: अनुपस्थित होते हैं।
- भोजन: मैनिटॉल, लेमिनेरीन, वसाओं के रूप में संचित होता है।
- चल कोशिकाएँ: पाई जाती हैं।
- पीढ़ी एकान्तरण: पाया जाता है।
उदाहरण:
- एक्टोकार्पस
- फ्यूकस (Fucus)
- लेमिनेरिया (Laminaria)
- सारगासम (Sargassum)
रोडोफाइटा – लाल शैवाल (Red Algae)
सामान्य लक्षण (General Characteristics):
- आवास: समुद्री शैवाल होते हैं।
- कोशिका संरचना: बहुकोशिकीय होते हैं।
- पादप शरीर: तन्तुवत् या पैरेनकाइमी होते हैं।
- रंग: लाल या नारंगी रंग के होते हैं।
- क्रोमैटोफोर: कोशिकाओं में क्रोमैटोफोर होते हैं।
- क्रोमैटोफोर में: फाइकोइरिथ्रीन वर्णक होते हैं।
- पायरीनॉइड्स: क्रोमैटोफोर में अनुपस्थित होते हैं।
- भोजन: फ्लोरिडियन स्टार्च के रूप में संचित होता है।
- चल कोशिकाएँ: जीवन-चक्र में नहीं पाई जातीं।
- पीढ़ी एकान्तरण: पाया जाता है।
उदाहरण:
- पॉलीसाइफोनिया (Polysiphonia)
- जेलीडियम (Gelidium)
- कॉण्ड्रस (Codium)
यह वर्गीकरण शैवालों की विशेषताओं और जीवन-चक्र के आधार पर किया गया है, जिसमें प्रत्येक वर्ग की अपनी विशिष्टता है।