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पाठ में आये कठिन शब्दों के अर्थ
- रण – युद्ध
- चौकड़ी भर-भरकर – छलाँग लगाकर
- निराला – विशेष
- पाला – प्रतियोगिता
- तन – शरीर
- कोड़ा – चाबुक
- अरि – शत्रु
- मस्तक – माथा
- तनिक – जरा सा, थोडा
- बाग –लगाम
- सवार – वह जो घोड़े पर चढ़ा हो, अश्वारोही
- पुतली – आँख का काल भाग
- फिरी – घूमना
- कौशल -कुशलता
- भाला – एक शस्त्र
- निर्भीक – निडर
- ढाल – हथियार का वार रोकने वाला अस्त्र
- सरपट – घोड़े के भागने की बहुत तेज़ गति
- करवाल – तलवार
- अरि-मस्तक – शत्रु का माथा
- नद -नदी
- विकराल – भीषण, भयंकर
- बज्र-मय – पत्थर-सा कठोर, उग्र
- घहर – गरज, गंभीर आवाज
- निषंग – तरकश, तूणीर
- हय – घोड़ा
- टाप – घोड़े के पैरों का निचला हिस्सा
- खन गया – घायल हो गया
- वैरी – शत्रु
- दंग – हैरान
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