बिल बनाना कक्षा 5 गणित
बिल बनाना क्या है?
बिल बनाना का तात्पर्य विभिन्न वस्तुओं की कीमतों को जोड़कर कुल राशि ज्ञात करना और यदि छूट, कर या अन्य शुल्क लागू हो, तो उसका समायोजन करके अंतिम राशि निकालना है। यह कौशल हमारे दैनिक जीवन में बहुत उपयोगी है, जैसे खरीदारी करते समय या घरेलू खर्चों का हिसाब-किताब रखते समय।
बिल बनाने के चरण
- वस्तुओं की सूची बनाना: जिन वस्तुओं की कीमत का हिसाब लगाना है, उनकी सूची बनाएं।
- मूल्य जोड़ना: प्रत्येक वस्तु की कीमत को जोड़ें।
- छूट या कर लगाना: यदि छूट या कर लागू हो, तो उसे जोड़ें या घटाएं।
- अंतिम राशि ज्ञात करना: सभी समायोजन करने के बाद अंतिम बिल राशि का निर्धारण करें।
उदाहरण
वस्तुओं की सूची:
वस्तु का नाम | मात्रा | प्रति इकाई कीमत (रुपये में) | कुल कीमत (रुपये में) |
---|---|---|---|
किताबें | 5 | 50 | 250 |
पेंसिल | 10 | 5 | 50 |
रबर | 2 | 10 | 20 |
ज्योमेट्री बॉक्स | 1 | 150 | 150 |
कुल राशि:
250 + 50 + 20 + 150 = 470 रुपये
छूट:
10% छूट पर: रुपये
अंतिम बिल राशि:
470 – 47 = 423 रुपये
अभ्यास के लिए प्रश्न
- एक ग्राहक ने 3 किलो चावल (40 रुपये प्रति किलो), 2 लीटर दूध (25 रुपये प्रति लीटर) और 1 किलो चीनी (45 रुपये प्रति किलो) खरीदी। कुल बिल राशि कितनी होगी?
- यदि उपरोक्त बिल पर 5% की छूट दी जाती है, तो अंतिम बिल राशि ज्ञात करो।
- एक दुकानदार ने 15 पेन (10 रुपये प्रति पेन) और 5 नोटबुक (20 रुपये प्रति नोटबुक) बेचीं। कुल बिल बनाओ।