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तंत्रिका कोशिका न्यूरॉन्स (Neurons)

तंत्रिका कोशिका या न्यूरॉन, तंत्रिका तंत्र की आधारभूत इकाई है। यह न केवल संरचनात्मक रूप से तंत्रिका तंत्र का निर्माण करती है, बल्कि इसके सभी क्रियात्मक कार्यों (जैसे संवेदनाओं का संचरण, सोच, समझना, और प्रतिक्रियाएँ देना) का संचालन करती है।…

तंत्रिका तंतुओं की विशेषता

तंत्रिका और तंत्रिका तंतुओं की संरचना और विशेषताएँ तंत्रिका (Nerve): तंत्रिका एक जटिल संरचना है, जो तंत्रिका तंतुओं (Nerve fibres) से बनी होती है। इसमें बाहरी और आंतरिक आवरण संरचनाएँ पाई जाती हैं: तंत्रिकाओं का गठन: तंत्रिका तंतुओं की विशेषताएँ:…

मनुष्य का तंत्रिका तंत्र

मनुष्य के तंत्रिका तंत्र के भाग मनुष्य का तंत्रिका तंत्र तीन मुख्य भागों में विभाजित किया गया है, जो आपस में समन्वय स्थापित करके शरीर की विभिन्न क्रियाओं का नियंत्रण और नियमन करते हैं। 1. केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र (Central Nervous…

तंत्रिका तंत्र के घटक

तंत्रिकीय नियंत्रण एवं नियमन में भाग लेने वाले मुख्य घटक तंत्रिकीय नियंत्रण और समन्वयन की प्रक्रिया शरीर के विभिन्न घटकों के आपसी तालमेल से संचालित होती है। इसके तीन मुख्य घटक निम्नलिखित हैं: 1. संवेदांग (Sense Organs): 2. संचार तंत्र…

तंत्रिका तंत्र की परिभाषा

तंत्रिका तंत्र (Nervous System) एक विशिष्ट ऊतक प्रणाली है, जो जीवों को सोचने, समझने, संवेदनाओं का अनुभव करने और बाह्य परिवर्तनों या उद्दीपनों को ग्रहण करने की क्षमता प्रदान करती है। यह प्रणाली संवेदी अंगों के माध्यम से बाह्य और…

केदारनाथ सिंह का साहित्यिक परिचय

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केदारनाथ सिंह (07 जुलाई 1934 – 19 मार्च 2018), हिन्दी के सुप्रसिद्ध कवि व साहित्यकार थे। वे अज्ञेय द्वारा सम्पादित तीसरा सप्तक के कवि रहे। भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा उन्हें वर्ष 2013 का 49 वां ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया था।…

हरिवंशराय बच्चन जी का साहित्यिक परिचय

हरिवंश राय बच्चन (27 नवम्बर 1907 – 18 जनवरी 2003) हिन्दी भाषा के एक कवि और लेखक थे। वे हिन्दी कविता के उत्तर छायावाद काल के प्रमुख कवियों में से एक हैं। उनकी सबसे प्रसिद्ध कृति मधुशाला है। हरिवंशराय बच्चन जी का साहित्यिक परिचय हरिवंश…

जगन्नाथदास रत्नाकर का साहित्यिक परिचय

जगन्नाथदास रत्नाकर (1866- 21 जून 1932) आधुनिक युग के श्रेष्ठ ब्रजभाषा कवि का जन्म सं. 1923 (सन्‌ 1866 ई.) के भाद्रपद शुक्ल पंचमी के दिन हुआ था। भारतेंदु बावू हरिश्चंद्र की भी यही जन्मतिथि थी और वे रत्नाकर जी से 16 वर्ष बड़े थे। उनके…

रामनरेश त्रिपाठी का साहित्यिक परिचय

रामनरेश त्रिपाठी (4 मार्च, 1889 – 16 जनवरी, 1962) हिन्दी के ‘पूर्व छायावाद युग’ के प्रमुख कवि थे, जिन्होंने कविता, कहानी, उपन्यास, जीवनी, संस्मरण और बाल साहित्य जैसी विविध विधाओं में लेखन किया। उनके जीवनकाल में उन्होंने लगभग सौ पुस्तकों…