सरलता और सहृदयता कक्षा 6 हिन्दी
सरलता और सहृदयता वह नौकर बचपन से ही उनके घर काम करता आ रहा था। अब वह बूढ़ा हो गया था। उसने घर के बच्चों को अपनी उँगली पकड़कर चलना सिखाया था अब वे बच्चे बड़े हो गए थे। वे…
TEACHER'S KNOWLEDGE & STUDENT'S GROWTH
सरलता और सहृदयता वह नौकर बचपन से ही उनके घर काम करता आ रहा था। अब वह बूढ़ा हो गया था। उसने घर के बच्चों को अपनी उँगली पकड़कर चलना सिखाया था अब वे बच्चे बड़े हो गए थे। वे…
नाचा के पुरखा दाऊ मंदराजी लोकनाट्य ह ओतकेच जुन्ना आय जतके मनखे के जिनगी । लोक कलाकार मन जइसन सपना देखथें अउ ओला सही असन करे के उदिम करथें, उही ह लोकनाट्य कहाथे ‘नाचा’ ह छत्तीसगढ़ के प्रमुख लोकनाट्य आवय…
सर्वधर्म समभाव आज से लगभग चौदह सौ साल पहले की बात है। अरब के नखलिस्तान में एक गरीब बुढ़िया घर में जलाने के लिए सूखी लकड़ियाँ चुन रही थी । बहुत-सी लकड़ियाँ इकट्ठी हो जाने पर उसने उनका एक गट्ठा…
शहीद की माँ (जेल की कोठरी का दृश्य । रामप्रसाद ‘बिस्मिल’ सींखचों के पीछे, इधर-उधर घूमते हुए मस्ती से गा रहे हैं। ) “सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है ज़ोर कितना बाजुए क़ातिल में है। सिर्फ…
दू ठन नान्हे कहानी हीरा अउ ओस के बूंद हीरा ह जतका सुग्घर होथे ओतके महँगी घलो होथे। अइसने सुग्घर अउ महँगी हीरा ल जंगल म परे परे गजब दिन बीत गे । ओकर उपर कोनो मनखे के नजर नइ…
समय नियोजन हम अक्सर शिकायत किया करते हैं- समय के अभाव की, समय न मिलने की। पत्र का उत्तर न दे सका समयाभाव के कारण; कसरत नहीं कर सकता, समय न मिलने के कारण । किंतु यदि हम सही ढंग…
जानने योग्य फूलों से नित हँसना सीखो. भौरों से नित गाना । तरु की झुकी डालियों से नित सीखो शीश झुकाना ।। सीख हवा के झोंकों से लो कोमल भाव बहाना दूध तथा पानी से सीखो मिलना और मिलाना।। सूरज…
जानने योग्य प्रश्न और अभ्यास प्र.1. गुरु जी द्वारा अपनी प्रशंसा सुनकर गोपाल दुखी क्यों हुआ ? प्र. 2. गोपाल को सच्चा बालक क्यों कहा गया ? प्र.3. गोखले जी क्यों प्रसिद्ध हुए ? प्र.4. गोपाल की जगह तुम होते…
जानने योग्य प्रश्न और अभ्यास प्र.1. कहानी का शीर्षक बंदर बाँट क्यों है ? प्र. 2. तुम इस नाटक को क्या नाम देना चाहोगे और क्यों ? प्र. 3. सफेद बिल्ली और काली बिल्ली दोनों रोटी पर अपना हक क्यों…
जानने योग्य कउँवा रइथे खोधरा म अउ, बिला म मुसया रइथे जी । कोलिहा रइथे खेत खार म पानी म केछवा रइथे जी ।। चाँटी रेंगय मुइयाँ म अउ मछरी तउँरय पानी म मेचका रइथे दुनो जघा म कोठा म…