पानी की खासियत कक्षा चौथी पर्यावरण अध्ययन अध्याय 9
पानी की खासियत कक्षा चौथी पर्यावरण अध्ययन अध्याय 9 प्रयोग – 1 तालिका में दी गई चीजों को इकट्ठा करो । अब बारी-बारी से इन्हें किसी कटोरी या गिलास में पानी लेकर उसमें डालकर थोड़ी देर रुक कर देखो ये…
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पानी की खासियत कक्षा चौथी पर्यावरण अध्ययन अध्याय 9 प्रयोग – 1 तालिका में दी गई चीजों को इकट्ठा करो । अब बारी-बारी से इन्हें किसी कटोरी या गिलास में पानी लेकर उसमें डालकर थोड़ी देर रुक कर देखो ये…
दिशाओं का चक्कर कक्षा चौथी पर्यावरण अध्ययन अध्याय 8 लटोरी गाँव से अँवराडाँड़ जाते समय उसके दाएँ और बाएँ हाथ पर क्या-क्या पड़ा ? तालिका में लिखो बाएँ हाथ पर दाएँ हाथ पर अँवराडाँड़ से वापस लटोरी लौटते समय उसके…
दिल की धड़कन कक्षा चौथी पर्यावरण अध्ययन अध्याय 7 मौखिक उत्तर: 1. शरीर में दिल किस ओर धड़कता है?दिल शरीर के बाईं ओर धड़कता है, छाती के मध्य भाग में, थोड़ा बाईं दिशा में। 2. डॉक्टर मरीज की कलाई में…
नाव चली भई नाव चली कक्षा चौथी पर्यावरण अध्ययन अध्याय 6 मौखिक उत्तर: 1. नदी पार करने के लिए किन-किन साधनों का उपयोग किया जाता है? 2. नाव चलाने वाले को हम किस नाम से पुकारते हैं?नाव चलाने वाले को…
श्वसन कक्षा चौथी पर्यावरण अध्ययन अध्याय 5 तुम्हारे साथी एक मिनट में कितनी बार श्वसन करते हैं? उसे तालिका 1 में लिख तालिका- 1 क्र. साथी का नाम एक मिनट में श्वसन संख्या 1 2 3 मौखिक उत्तर: 1. तुम…
हवा के करतब कक्षा चौथी पर्यावरण अध्ययन अध्याय 4 प्रयोग – 1 एक कागज के टुकड़े को फूँक मारो। वह कितनी दूर जाकर गिरता है? अब इसी कागज़ की एक गोली बनाओ। क्या तुम इस कागज़ की गोली को फूँक…
पानी रे पानी कक्षा चौथी पर्यावरण अध्ययन अध्याय 3 तुम्हारे गाँव या मोहल्ले को पानी कहाँ-कहाँ से मिलता है? और उसका उपयोग किन-किन कामों में करते हैं? पता करो और तालिका में लिखो । पानी के स्रोत पानी का उपयोग…
दांत कक्षा चौथी पर्यावरण अध्ययन अध्याय 2 तालिका क्र. किसके दाँत ऊपरी जबड़ा नीचे का जबड़ा कुल संख्या 1 मेरे 2 दोस्त के 3 बड़े के 4 दो-तीन साल के बच्चे के 5 1. तुम अपने दाँतों की सफाई कैसे…
रिश्ते -नाते कक्षा चौथी पर्यावरण अध्ययन अध्याय 1 मुख्य विषय 1. क्या तुम भी किसी रिश्तेदार की शादी में गए हो? यदि हाँ तो किसकी? हाँ, मैं अपने चाचा (पिता के छोटे भाई) की शादी में गया था। 2. वहाँ…
पिंजरे के तोते से बोलीछत पर बैठी मैना।“बड़े मजे से तुम रहते होबोलो ये सच है ना ? बैठे-बैठे मिल जाते हैंभाँति-भाँति के व्यंजन।काश! मुझे भी मिल पाताजो इस पिंजरे का जीवन। भोजन औ जल की तलाश मेंहम दिन-रात भटकते।तब…