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देवनागरी लिपि के विशेष चिह्न और उनका प्रयोग

देवनागरी लिपि के विशेष चिह्न और उनका प्रयोग हिंदी की लिपि देवनागरी है और इसका उद्भव ब्राह्मी, गुप्त, सिद्धम, शारदा, नागरी आदि से हुआ है। इसमें 52 (13 स्वर, 33 व्यंजन, 5 यौगिक और 2 विशेष) अक्षर और कुछ मात्राएँ…

ब्राह्मी लिपि से वर्तमान देवनागरी लिपि तक के विकासक्रम

ब्राह्मी लिपि से वर्तमान देवनागरी लिपि तक के विकासक्रम ब्राह्मी शब्द की व्युत्पति कई प्रकार से दी जाती है। ब्राह्मी के अस्तित्व में आने तक या साथ-साथ विश्व में चार लिपि व्यवस्थाएँ प्रतिष्ठित हो चुकी थीं। उपरोक्त चारों की प्रकृति…

भाषा के आधार (भाषाई आधार )

भाषा के आधार भाषा के दो आधार हैं- मानसिक आधार भाषा की आत्मा है तो भौतिक आधार उसका शरीर। मानसिक आधार मानसिक आधार या आत्मा से आशय है, वे विचार या भाव जिनकी अभिव्यक्ति के लिए वक्ता भाषा का प्रयोग…

भाषा विकास के रूप

भाषा विकास के रूप के बारे में जानेंगे– भाषा विकास एक प्रक्रिया है जिसे मानवीय जीवन की शुरुआत में शुरू किया जाता है। शिशुओं का विकास भाषा के बिना शुरू होता है, फिर भी 10 महीने तक, बच्चे भाषण की…

संप्रेषण के प्रकार

संप्रेषण

संप्रेषण के प्रकार: संप्रेषण को मुख्य रुप से दो भागों में बांटा जा सकता है :- मौखिक संप्रेषण: जब दो या दो से अधिक लोगों के बीच शब्दों का प्रयोग बातचीत के लिये किया जाए, तब उसे मौखिक संप्रेषण कहते…

संप्रेषण के तत्व

संप्रेषण

संप्रेषण के तत्त्व इस प्रकार हैं :- संप्रेषण द्विपक्षीय प्रकिया है: इसमें भेजने वाला और प्राप्तकर्त्ता दोनों शामिल होते हैं। जब आप अपने पिता से बात करते है, तब संप्रेषण व्यक्तिगत स्तर पर होता है। जब अध्यापक छात्रों के एक…

सम्प्रेषण का अर्थ एवं परिभाषा

संप्रेषण

सम्प्रेषण का अर्थ एवं परिभाषा आश्रय एवं भोजन की तरह संप्रेषण भी जीवित रहने का एक महत्वपूर्ण साधन है। संप्रेषण माध्यम जैसे पुस्तकों तथा लोगों के द्वारा हम मनोरंजन, सूचना, ज्ञान, राजनीतिक स्थिति तथा नयी फिल्मों आदि की जानकारी प्राप्त…

महर्षि दधीचिः कक्षा 8 संस्कृत पाठ 12

महर्षि दधीचिः कक्षा 8 संस्कृत पाठ 12 भारतीया संस्कृतिः सर्वश्रेष्ठाः संस्कृतिः अस्ति । दानं, दया, समता परोपकारः इत्यादयो गुणाः भारतीयसंस्कृतेः अङ्गानि सन्ति । स्वार्थं परित्यज्य परोपकारार्थं जीवनसमर्पणेन अनेके मुनयः महर्षयः राजानः सामान्यनागरिकाश्च भारतीय संस्कृतिम् अरक्षन् अतएव ते सादरं स्मर्यन्ते ।…

प्रकृतिर्वेदना कक्षा 8 संस्कृत पाठ 15

प्रकृतिर्वेदना कक्षा 8 संस्कृत (1) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संस्कृत भाषा में लिखिए – (क) मयङ्कस्य मनः कथं प्रसीदति ?मयङ्कस्य मनः शीतले जले मन्दे समीरेण च प्रसीदति। (ख) जना: नद्या: जलं कथं दूषयन्ति ?जना: रासायनिकैः अवकरैः नद्या: जलं दूषयन्ति। (ग)…

मित्रं प्रति पत्रं कक्षा 8 संस्कृत पाठ 16

मित्रं प्रति पत्रं कक्षा 8 संस्कृत पाठ 16 (1) निम्नांकित प्रश्नों के उत्तर लिखिए – (अ) अस्मिन् पत्रे कस्य शोभावर्णनं वर्तते?अस्मिन् पत्रे रायपुरनगरस्य दीपावल्याः शोभावर्णनं वर्तते। (ब) सूरजः कस्मिन् नगरे निवसति?सूरजः रायपुरनगरे निवसति। (स) जना: स्वगृहाणि आपणान् च केन माध्यमेन…