अगर पेड़ भी चलते होते (हिंदी कक्षा – 3)

जानने योग्य

  • कही जा रही बात कहानी कविता आदि को ध्यान से समझते हुए सुनते और अपनी प्रतिक्रिया व्यक्ति करते हैं।
  • कहानी, कविता आदि को उपयुक्त उतार-चढ़ाव, गति, प्रवाह और सही पुट के साथ सुनाते हैं।
  • सुनी हुई रचनाओं की विषय-वस्तु घटनाओं, पात्रों, शीर्षक आदि के बारे में बातचीत करते हैं. प्रश्न पूछते हैं अपनी प्रतिक्रिया देते हैं राय बताते हैं / अपने तरीके से (कहानी, कविता आदि) अपनी भाषा में व्यक्त करते है।
  • कहानी, कविता अथवा अन्य सामग्री को समझते हुए उसमें अपनी कहानी / बात जोडते है।
  • तरह-तरह की रचनाओं / सामग्री (अखबार, बाल पत्रिका आदि) को समझकर पढने के बाद उस पर आधारित प्रश्न पूछते हैं, अपनी राय देते हैं. शिक्षक एवं अपने सहपाठियों के साथ चर्चा करते हैं, पूछे गए प्रश्नों के उत्तर (मौखिक / लिखित रूप से) देते हैं।
  • तरह-तरह की रचनाओं / सामग्री (अखबार, बाल पत्रिका आदि) को समझकर पढने के बाद उस पर आधारित प्रश्न पूछते हैं, अपनी राय देते हैं. शिक्षक एवं अपने सहपाठियों के साथ चर्चा करते हैं, पूछे गए प्रश्नों के उत्तर (मौखिक / लिखित रूप से) देते हैं।
  • अलग-अलग तरह की रचनाओं / सामग्री (अखबार बाल पत्रिका, होर्डिंग्स आदि) को समझकर पढ़ने के बाद उस पर आधारित प्रश्न पूछते हैं अपनी राय देते हैं/ शिक्षक एवं अपने सहपाठियों के साथ चर्चा करते हैं, पूछे गए प्रश्नों के उत्तर (मौखिक, साकेतिक) देते हैं।
  • अलग-अलग तरह की रचनाओं में आए नए शब्दों को संदर्भ में समझकर उनका अर्थ सुनिश्चित करते हैं।
  • तरह-तरह की कहानियों, कविताओं / रचनाओं की भाषा की बारीकियों (जैसे शब्दों की पुनरावृत्ति, संज्ञा, सर्वनाम, विभिन्न विराम चिह्नों का प्रयोग आदि) की पहचान और प्रयोग करते हैं।
  • अलग-अलग तरह की रचनाओं / सामग्री (अखबार, बाल पत्रिका, होर्डिंग्स आदि) को समझकर पढ़ने के बाद उस पर आधारित प्रश्न पूछते हैं / अपनी राय देते हैं / शिक्षक एवं अपने सहपाठियों के साथ चर्चा करते हैं।
  • स्वेच्छा से या शिक्षक द्वारा तय गतिविधि के अंतर्गत वर्तनी के प्रति सचेत होते हुए स्व-नियंत्रित लेखन (कनवेंशनल राइटिंग) करते हैं।

अगर पेड़ भी चलते होते।

कितने मजे हमारे होते ?

बाँध तने में उसके रस्सी,

जहाँ कहीं भी हम चल देते।

अगर कहीं पर धूप सताती,

उसके नीचे हम छिप जाते ।

भूख सताती अगर अचानक,

तोड़ मधुर फल उसके खाते ।

आती कीचड़, बाढ़ कहीं तो,

ऊपर उसके झट चढ़ जाते ।

प्रश्न और अभ्यास

प्र. 1. पेड़ों से हमें क्या लाभ होता है ?

प्र. 2. अगर पेड़ बोलते तो हमसे क्या कहते ?

प्र. 3. अगर पेड़ चलते होते तो क्या होता ?

प्र.4. पेड़ों पर हम कब-कब चढ़ते हैं ?

प्र.5. अगर पेड़ न होते तो हमें क्या कठिनाइयाँ झेलनी पड़ती? सोचकर लिखो ।

प्र.6. अगर पहाड़ भी चलने लगें तो क्या होगा ?

प्र. 7. अगर हवा-पानी न होते तो क्या होता?

प्र.8. कल्पना करो कि यदि तुम्हारे पंख लग जाएँ तो तुम क्या-क्या करोगे।

प्र.9. अगर आदमी पेड़ की तरह एक जगह ही खड़ा रह जाए और पेड़ चलना शुरू कर दें तो क्या-क्या होगा?

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