आतिथ्य – आत्मकथा श्री भदंत आनंद कौशल्यायन कक्षा 8 हिंदी
पाठ “आतिथ्य” श्री भदंत आनंद कौशल्यायन की आत्मकथा से लिया गया है, जिसमें लेखक ने अपने जीवन के कठिन अनुभवों और सहनशीलता का मार्मिक वर्णन किया है। इस पाठ में लेखक अपनी एक यात्रा का वर्णन करते हैं, जहाँ वे एक कस्बे में ठहरने के लिए हेडमास्टर साहब के घर गए। थकावट और असहायता की स्थिति में लेखक को हेडमास्टर ने रात बिताने की अनुमति नहीं दी। लेखक को धर्मशाला भेजा गया, परंतु रास्ता भटक जाने के कारण वे फिर से हेडमास्टर के घर पहुँच गए। इस घटना ने उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुँचाई, लेकिन उन्होंने संयम बनाए रखा। अंततः धर्मशाला पहुँचने पर भी दरवाज़ा बंद मिला। तब लेखक ने बरामदे में रात बिताने की सोची। यहीं उनकी मुलाकात एक अंधे भिखारी से हुई। अंधा भिखारी लेखक की स्थिति को समझते हुए उनकी सहायता करता है। उसने सहानुभूति दिखाते हुए लेखक की थकी हुई टाँगों को बांधकर उनकी थकान दूर की। इस पाठ में लेखक ने कठिन परिस्थितियों में इंसानियत और सहानुभूति की शक्ति को रेखांकित किया है। भिखारी, जो खुद एक पीड़ित व्यक्ति है, लेखक को राहत प्रदान करता है। यह घटना बताती है कि सहानुभूति और सहायता किसी व्यक्ति की सामाजिक स्थिति पर निर्भर नहीं करती।
20 MCQs (उत्तर सहित)
1. “आतिथ्य” पाठ किसके द्वारा लिखा गया है?
a) श्री सत्यनारायण
b) श्री भदंत आनंद कौशल्यायन
c) महात्मा गांधी
d) सुभाष चंद्र बोस
उत्तर: b) श्री भदंत आनंद कौशल्यायन
2. लेखक किस प्रकार की यात्रा कर रहे थे?
a) बस यात्रा
b) ऐतिहासिक महत्व के स्थानों को देखने के लिए पैदल यात्रा
c) धार्मिक यात्रा
d) पर्यटन यात्रा
उत्तर: b) ऐतिहासिक महत्व के स्थानों को देखने के लिए पैदल यात्रा
3. हेडमास्टर ने लेखक को क्यों ठहरने नहीं दिया?
a) क्योंकि लेखक अजनबी थे
b) क्योंकि लेखक चोर समझे गए
c) क्योंकि लेखक ने दस्तक नहीं दी
d) क्योंकि घर में जगह नहीं थी
उत्तर: b) क्योंकि लेखक चोर समझे गए
4. लेखक को धर्मशाला का रास्ता दिखाने कौन गया?
a) पुलिस
b) हेडमास्टर
c) हेडमास्टर का एक आदमी
d) गांव का मुखिया
उत्तर: c) हेडमास्टर का एक आदमी
5. लेखक ने धर्मशाला के पास कहाँ रात बिताई?
a) एक भिखारी के साथ बरामदे में
b) धर्मशाला के अंदर
c) हेडमास्टर के घर
d) सड़क के किनारे
उत्तर: a) एक भिखारी के साथ बरामदे में
6. लेखक की कौन-सी चीज़ अंधे भिखारी ने बाँध दी?
a) सिर
b) टाँगें
c) हाथ
d) कमर
उत्तर: b) टाँगें
7. भिखारी ने लेखक को किस प्रकार मदद की?
a) टाँगों की थकावट दूर की
b) खाना खिलाया
c) कपड़े दिए
d) घर में ठहरने की जगह दी
उत्तर: a) टाँगों की थकावट दूर की
8. लेखक के पास कौन-से परिचय पत्र थे?
a) हेडमास्टर के नाम
b) पुरातत्व विभाग और निज़ाम हैदराबाद के प्रधानमंत्री के नाम
c) पुलिस अधिकारी के नाम
d) अपने शिक्षक के नाम
उत्तर: b) पुरातत्व विभाग और निज़ाम हैदराबाद के प्रधानमंत्री के नाम
9. लेखक ने भिखारी से कौन-सा वस्त्र दिया?
a) शॉल
b) साफा
c) कमीज़
d) टोपी
उत्तर: b) साफा
10. पाठ का मुख्य उद्देश्य क्या है?
a) मानवता और सहानुभूति का महत्व बताना
b) धार्मिक यात्रा का वर्णन
c) ऐतिहासिक स्थानों का महत्व बताना
d) ग्रामीण जीवन का वर्णन
उत्तर: a) मानवता और सहानुभूति का महत्व बताना
11. भिखारी ने लेखक को क्या सलाह दी?
a) जल्दी सोने की
b) टाँगों को आराम देने की
c) यात्रा समाप्त करने की
d) हेडमास्टर से माफी मांगने की
उत्तर: b) टाँगों को आराम देने की
12. लेखक ने किससे पानी माँगा?
a) धर्मशाला के मालिक से
b) हेडमास्टर से
c) भिखारी से
d) गाँव के लोगों से
उत्तर: c) भिखारी से
13. लेखक का आत्मसम्मान किस घटना से आहत हुआ?
a) भिखारी की मदद से
b) हेडमास्टर द्वारा अस्वीकार किए जाने से
c) धर्मशाला में जगह न मिलने से
d) गांववालों की सहायता से
उत्तर: b) हेडमास्टर द्वारा अस्वीकार किए जाने से
14. पाठ के अंत में लेखक के साथ कौन था?
a) हेडमास्टर
b) भिखारी
c) गाँव का मुखिया
d) पुलिस
उत्तर: b) भिखारी
15. लेखक को धर्मशाला क्यों नहीं मिली?
a) क्योंकि वह बंद थी
b) क्योंकि रास्ता भटक गए
c) क्योंकि जगह नहीं थी
d) क्योंकि हेडमास्टर ने अनुमति नहीं दी
उत्तर: a) क्योंकि वह बंद थी
16. “अंधेर” शब्द का क्या अर्थ है?
a) अंधकार
b) अन्याय
c) अज्ञानता
d) घृणा
उत्तर: a) अंधकार
17. लेखक को सहानुभूति किससे मिली?
a) हेडमास्टर से
b) धर्मशाला के मालिक से
c) अंधे भिखारी से
d) गाँववालों से
उत्तर: c) अंधे भिखारी से
18. भिखारी ने लेखक की टाँगों को क्यों बाँधा?
a) चोट लगने की वजह से
b) थकावट दूर करने के लिए
c) कपड़ों की कमी के कारण
d) ठंड से बचाने के लिए
उत्तर: b) थकावट दूर करने के लिए
19. लेखक ने अपनी परेशानी किसे सुनाई?
a) भिखारी को
b) हेडमास्टर को
c) गाँववालों को
d) पुलिस को
उत्तर: a) भिखारी को
20. लेखक ने पाठ में क्या संदेश दिया है?
a) कठिन परिस्थितियों में सहानुभूति और मानवता सबसे बड़ी चीज़ है।
b) यात्रा में सावधानी जरूरी है।
c) भिखारियों की मदद करनी चाहिए।
d) ऐतिहासिक स्थानों का महत्व है।
उत्तर: a) कठिन परिस्थितियों में सहानुभूति और मानवता सबसे बड़ी चीज़ है।
पाठ से
प्रश्न 1. लेखक के द्वारा की गई पदयात्रा का कारण क्या था ?
उत्तर- लेखक के द्वारा की गई पदयात्रा का कारण अपने चलने के सामर्थ्य की परीक्षा करना था।
प्रश्न 2. हेडमास्टर जी ने लेखक को अपने घर पर न ठहरने की क्या वजह बताई ?
उत्तर- हेडमास्टर जी ने लेखक को कहा “यहाँ आस-पास कई। चोरियाँ हो गई हैं। हम अपने घर किसी को नहीं ठहरने देते।” यही वजह बताई।
प्रश्न 3. थकावट के दुःख से भी अधिक दर्द या मर्माहत अभि का लेखक द्वारा इस तरह कहे जाने का क्या कारण हो सकता है ?
उत्तर – थकावट के दुःख से भी अधिक दर्द या मर्माहत अभिमान का लेखक द्वारा इस तरह कहे जाने का कारण है कि-दिनभर पैदल यात्रा के बाद लेखक थके हुए थे उन्हें हेडमास्टर से उम्मीद थी कि वह रात विश्राम करने देंगे किन्तु हेडमास्टर जी ने विश्राम करने की अनुमति नहीं। दी और उन्हें धर्मशाला भेज दिया। लेखक को थकान के कारण जितना दुःख हो रहा था उससे अधिक पीड़ा भीतर के आहत अभिमान की थी।
प्रश्न 4. थके हुए लेखक के मन में हेडमास्टर जी के घर ठहरने को लेकर कौन-कौन सी भावनाएँ उठ रही थीं ?
उत्तर-थके हुए लेखक सोच रहे थे कि आगे के कस्बे में हेडमास्टर जी के घर पहुँचकर यदि मिलेगा तो गरम-गरम पानी से पैर धोऊँगा हो सकता है गरम तेल भी मलने को मिल जाए और कहीं गरम दूध मिल जाए तो क्या कहना।
प्रश्न 5. हेडमास्टर से मिलने से पूर्व और उसके बाद में लेखक के मनोभावों में क्या परिवर्तन हुआ?
उत्तर- हेडमास्टर से मिलने से पूर्व लेखक ने सुन रखा था 12 हेडमास्टर भले आदमी हैं। वे अपने घर में एक रात रुकने की अनुमति दे किन्तु आशा के विपरीत हेडमास्टर ने उन्हें अपने घर ठहरने की अनुमति नहीं दी। अतः लेखक को अपनी थकावट की पीड़ा अधिक दर्द का अहसास हुआ। से भी
प्रश्न 6. परिचय-पत्र देकर हेडमास्टर के विचारों में किस प्रकार का परिवर्तन हुआ होगा? सोचकर लिखिये।
उत्तर- हेडमास्टर पहले लेखक को चोर समझ रहे थे और उनकी बातों पर विश्वास नहीं कर रहे थे किन्तु परिचय-पत्र देखकर उनके विचारों में परिवर्तन हुआ होगा। हेडमास्टर जान गये होंगे कि लेखक कोई बुरा आदमी न होकर एक शिक्षित एवं जिज्ञासु यात्री है
प्रश्न 7. लेखक चोर नहीं था, इस बात का विश्वास दिलाने के लिए उसने क्या किया ?
उत्तर-लेखक चोर नहीं था, इस बात का विश्वास दिलाने के लिए उसने अपना परिचय पत्र दिखाया।
प्रश्न 8. लेखक के अनुसार जीवन के पथ पर अकेले चलना क्यों कठिन है?
उत्तर-जैसे सड़क पर चलने के लिये नियमों का पालन करना पड़ता है वैसे ही हमें जीवन पथ पर सफलतापूर्वक चलने के लिये महापुरुषों के बताये गये वचनों को अपनाकर उनका अनुसरण करना चाहिए, इससे हमारा जीवन रूपी सफर सरल हो जाता है।
प्रश्न 9. गहरी सहानुभूति दिखाने वाले की आज्ञा का उल्लंघन आसान नही होता, “इस पंक्ति के द्वारा लेखक अपने दुखिया भिक्षुक मित्र के किन भावों को बताना चाहता है ?
उत्तर- लेखक ने भिक्षुक मित्र के पास बैठकर अपने ऊपर घटित किस्सा सुनाया भिक्षुक सहानुभूति के साथ घटित किस्से को सुना। अंधे भिखारी ने अपने हाथों से लेखक के दर्द भरे पैरों को टटोला और नीचे से ऊपर तक कसकर बाँध दिया। उसने कहा, “अब थोड़ी देर ऐसे ही बैठे रहो। लेखक भिक्षुक के गहरी सहानुभूति दिखाने वाले आज्ञा को कैसे ठुकरा सकता था और वह मूर्तियत् बैठा रहा। लेखक दुखिया मित्र के सहानुभूति भरे भाव को बताना चाहता है।
प्रश्न 10. “उन्हें क्या मालूम कि जो उनके लिए अँधेर है, वह मेरे लिए महाअँधेर है।” लेखक ने महाअंधेर किसे कहा है ?
उत्तर- लेखक धर्मशाला की खोज में भटक गया लोग लेखक को चोर समझने लगे। लोग कहते, देखिए न अंधेर है, अभी-अभी निकला था, फिर इतनी जल्दी हिम्मत की है, उन्हें मालूम नहीं था कि जो उनके लिए अँधेर है वह लेखक के लिए महाअँधेर है। विपत्ति पड़ने पर कहते हैं मति मारी जाती है। महाअँधेर का अर्थ है कि लोग लेखक को चोर समझकर पुलिस को बुलाना चाहते थे।