सत्रिया और बिहू नृत्य – कक्षा 6 हिंदी मल्हार

पाठ में आये कठिन शब्दों के अर्थ
  1. जाने-माने – प्रसिद्ध
  2. इलाका – क्षेत्र, स्थान
  3. सगा – निकट संबंधी
  4. काल्पनिक – कल्पना से जुड़ा, जो असली न हो
  5. पात्र – कहानी या नाटक में भूमिका निभाने वाला व्यक्ति
  6. दूर-दराज़ – बहुत दूर स्थित
  7. यात्रा – सफर
  8. अंदाजा – अनुमान
  9. साबित होना – सच या सही सिद्ध होना
  10. डॉक्यूमेंट्री – किसी विषय पर आधारित तथ्यात्मक फ़िल्म
  11. फ़िल्म निर्माता – फ़िल्म बनाने वाला व्यक्ति
  12. ब्रिटिश अकादमी – ब्रिटेन की एक प्रतिष्ठित संस्था जो कला, फ़िल्म और संस्कृति से संबंधित कार्य करती है
  13. नृत्य परंपरा – किसी स्थान विशेष की पारंपरिक नृत्य शैली
  14. वित्तीय मदद – आर्थिक सहायता
  15. पेचीदा – जटिल, कठिन
  16. अनुमति – इजाज़त
  17. जल्दबाजी – बिना अधिक देर किए
  18. योजना – कार्य करने की पहले की तैयारी 
  19. उड़ान – हवाई यात्रा, विमान से यात्रा
  20. वन्य-जीवन – जंगल में रहने वाले जीव-जंतु और प्रकृति
  21. रेशम – एक मुलायम और चमकदार कपड़ा जो रेशम के कीड़ों से प्राप्त होता है
  22. चाय के बागान – चाय की खेती के लिए लगाए गए बड़े-बड़े खेत
  23. समृद्ध परंपरा – किसी स्थान की पुरानी और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत
  24. जनजीवन – आम लोगों का जीवन, समाज का रहन-सहन
  25. महत्व – किसी चीज़ की खासियत या उपयोगिता
  26. बसंत – वसंत ऋतु, जब प्रकृति में नई बहार आती है
  27. बिहू – असम का प्रमुख त्योहार, जो नए साल और खेती से जुड़ा होता है
  28. कृषि आधारित – खेती से संबंधित
  29. त्योहार – विशेष अवसर पर मनाया जाने वाला उत्सव
  30. जनसंख्या – किसी स्थान पर रहने वाले लोगों की कुल संख्या
  31. किसान – खेती करने वाला व्यक्ति
  32. बिहू – असम का प्रसिद्ध त्योहार, जो कृषि से जुड़ा हुआ है
  33. बीज बोना – खेत में फसल उगाने के लिए बीज डालना
  34. धान रोपना – धान की फसल के पौधों को खेत में लगाना
  35. उत्सव – त्योहार, आनंद और खुशी का अवसर
  36. हतप्रभ – हैरान होना
  37. मंच – किसी कार्यक्रम या नृत्य प्रदर्शन के लिए बना ऊँचा स्थान
  38. मंत्रमुग्ध – किसी चीज़ को देख या सुनकर मोहित हो जाना
  39. वाद्ययंत्र – संगीत बजाने के उपकरण, जैसे ढोल, बांसुरी आदि
  40. डिजाइन – कपड़ों पर बने सुंदर और विशेष आकार या पैटर्न
  41. मौज-मस्ती – आनंद और खुशी से भरा समय
  42. हलचल – गति, गतिविधि 
  43. अचंभित – हैरान, आश्चर्यचकित
  44. लजीज – स्वादिष्ट, बहुत अच्छा लगने वाला
  45. पकवान – विशेष रूप से बनाए गए व्यंजन
  46. उत्सव – त्योहार, खुशी का अवसर
  47. भावनाएँ – मन की अनुभूतियाँ, एहसास
  48. संस्कृति – किसी देश या समाज की परंपराएँ, रीति-रिवाज और जीवन जीने का तरीका
  49. बहुतायत – अधिक मात्रा में
  50. ग्रामीण जनजीवन – गाँव में रहने वाले लोगों का जीवन
  51. फसल – खेतों में उगाई गई कृषि उपज
  52. आगमन – किसी चीज़ का आना, आगमन होना
  53. तथ्य – सच्ची जानकारी
  54. साक्षात्कार – बातचीत के माध्यम से जानकारी लेना
  55. गौर करना – ध्यानपूर्वक देखना और समझना
  56. महसूस करना – अनुभव करना, एहसास होना
  57. गर्व – अभिमान, सम्मान का भाव
  58. वैज्ञानिक-कहानीकार – ऐसा व्यक्ति जो विज्ञान और कहानियों को जोड़कर प्रस्तुत करता है
  59. फ़िल्म – चलचित्र, देखकर और सुनकर कहानी या तथ्य दिखाने का साधन
  60. उत्तरी असम – असम राज्य का उत्तरी भाग
  61. सत्र – असम के वैष्णव मठ, धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र
  62. पीठ – किसी परंपरा या धर्म से जुड़ा प्रतिष्ठित स्थान
  63. फ़िल्मांकन – किसी दृश्य या घटना को कैमरे में रिकॉर्ड करना
  64. दक्षिणापथ सत्र – असम में स्थित एक प्रसिद्ध वैष्णव मठ
  65. बिटिया – बेटी
  66. असमिया – असम राज्य की भाषा और संस्कृति से संबंधित
  67. नारियल की जटा – नारियल के बाहरी रेशे
  68. अनोखे – विचित्र, अद्भुत
  69. तीर-कमान – धनुष और बाण
  70. विरोधी – दुश्मन
  71. शक्तिशाली – ताकतवर
  72. कूद-फाँद – उछल-कूद
  73. वैष्णव मठ – धार्मिक स्थल
  74. सभागार – बड़ा हॉल या कमरा, जहाँ लोग एकत्र होते हैं
  75. युवा साधु – युवा संन्यासी या धार्मिक व्यक्ति
  76. फ़िल्मांकन – कैमरे द्वारा दृश्य रिकॉर्ड करना
  77. आश्चर्य – हैरानी
  78. सत्रिया नृत्य – असम का पारंपरिक शास्त्रीय नृत्य
  79. छद्म युद्ध – दिखावटी युद्ध, खेल-युद्ध
  80. बीसवीं शताब्दी – 1901 से 2000 के बीच का समय
  81. मध्य – बीच का समय
  82. सत्रिया कलाकार – सत्रिया नृत्य करने वाला व्यक्ति
  83. नृत्यांगना – महिला नर्तकी
  84. आधुनिक दौर – वर्तमान समय
  85. मंच – स्टेज, प्रस्तुति देने की जगह
  86. उत्साहित – बहुत ख़ुश और जोश से भरा हुआ
  87. आग्रह – अनुरोध, ज़ोर देकर कहना
  88. स्वीकृति – अनुमति, सहमति
  89. द्वारपाल – किसी के द्वार की रक्षा करने वाला
  90. परदा उठा – नाटक या प्रस्तुति की शुरुआत हुई
  91. पगड़ीनुमा टोपी – पगड़ी जैसी दिखने वाली टोपी
  92. अभिनय – किसी किरदार को नाटक या नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत करना
  93. ऋषि – संत, तपस्वी
  94. नाराज़ – ग़ुस्सा होना
  95. श्राप – शाप, बद्दुआ
  96. वचन – प्रतिज्ञा, वादा
  97. असुर – दानव, राक्षस
  98. भगवान विष्णु – हिंदू धर्म में पालनहार देवता
  99. कमाल का – अद्भुत, शानदार
  100. नाटकीय – नाटक जैसा, जिसमें भावनाएँ और घटनाएँ बहुत प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत की गई हों।
  101. दिलचस्प – रोचक, जिसे देखकर या सुनकर आनंद आए।
  102. शक्ति – ताकत
  103. आकर्षण – किसी चीज़ की ओर ध्यान खींचने की विशेषता, सुंदरता या प्रभाव।
  104. प्रस्तुति – किसी चीज़ को प्रस्तुत करने या दिखाने का तरीका।
  105. ख्यालों में घूमना – किसी चीज़ के बारे में बार-बार सोचना, उसके प्रभाव में रहना।
  106. स्वर्ग – धार्मिक मान्यताओं के अनुसार देवताओं या पुण्यात्माओं का रहने का स्थान।
  107. हथियार – युद्ध या रक्षा में उपयोग किये जाने साधन, जैसे तलवार, ढाल आदि।
  108. उत्सुकता – जानने की तीव्र इच्छा, जिज्ञासा।
  109. मुद्रा – नृत्य या योग में शरीर की विशेष भंगिमा या स्थिति।
  110. बारीकी – किसी कला या विषय के सूक्ष्म और महत्वपूर्ण पहलू।
  111. अत्यधिक – बहुत ज्यादा
  112. प्रसन्न – खुश
  113. रिकॉर्डिंग – किसी दृश्य, ध्वनि या घटना को इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से सुरक्षित रखना।
  114. समृद्ध – संपन्न
  115. रंग-बिरंगा – बहुत से रंगों वाला
  116. आनंदित – खुशी से भरपूर
  117. गहरी – गहन, बहुत अधिक।
  118. रुचि – किसी चीज़ के प्रति लगाव या दिलचस्पी।
  119. शानदार – बहुत अच्छा, भव्य, प्रभावशाली।
  120. सहपाठी – वही कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थी।
  121. शिक्षक – पढ़ाने वाला, अध्यापक।
  122. रोमांचित – उत्साहित, आनंद से भर जाना।
  123. झलक – किसी चीज़ का थोड़ा-सा दृश्य।
  124. मनोरंजन – समय बिताने या आनंद प्राप्त करने का तरीका।

पाठ से

आइए, अब हम इस कविता पर विस्तार से चर्चा करें। आगे दी गई गतिविधियाँ इस कार्य में आपकी सहायता करेंगी।

मेरी समझ से

(क) नीचे दिए गए प्रश्नों का सटीक उत्तर कौन-सा है? उसके सामने तारा (★) बनाइए-

(1) माँ एलेसेंड्रा के बारे में कौन-सा कथन सत्य है?

  • वे असम के जीवन के बारे में बहुत-कुछ जानती थीं।
  • उन्हें असम, बिहू और सत्रिया नृत्य से बहुत प्रेम था।
  • उन्होंने एंजेला को कुछ असमिया शब्द भी सिखाए ।
  • वे अपने कार्य में सहायता के लिए बेटी कोलाई थीं।

उत्तर

वे असम के जीवन के बारे में बहुत कुछ जानती थीं। (★)

(2) “अनु और एंजेला ने तुरंत एक-दूसरे की तरफ देखा।” क्यों?

  • अनु के पास खिलौने थे।
  • दोनों की आयु एक समान थी ।
  • दोनों को अंग्रेज़ी भाषा आती थी ।
  • एंजेला अनु से असमिया भाषा सीखना चाहती थी ।

उत्तर

दोनों की आयु एक समान थी। (★)

(ख) अब अपने मित्रों के साथ चर्चा कीजिए और कारण बताइए कि आपने ये उत्तर ही क्यों चुने?

उत्तर

मैंने यह उत्तर चुना क्यूंकि:

  1. यात्रा के दौरान माँ एलेसेंड्रा ने एंजेला को असम की खूबसूरती, व्यवसाय, संस्कृति आदि के बारे में बताया था। उनकी डॉक्यूमेंट्री का विषय असम के जन-जीवन में नृत्य के महत्व को तलाशना था। इन बातों से यह पता चलता है कि माँ एलेसेंड्रा असम के जीवन के बारे में बहुत कुछ जानती थीं।
  2. समान उम्र के बच्चे सहज ही एक-दूसरे की ओर आकर्षित हो जाते हैं। उनमें बहुत सारी समानताएँ भी होती हैं, इसलिए दोनों ने तुरंत एक-दूसरे की ओर देखा।

मिलकर करें मिलान

पाठ में से कुछ शब्द चुनकर स्तंभ 1 में दिए गए हैं। उनसे संबंधित वाक्य स्तंभ 2 में दिए गए हैं। अपने समूह में इन पर चर्चा कीजिए और रेखा खींचकर शब्दों का मिलान उपयुक्त वाक्यांशों से कीजिए। इसके लिए आप शब्दकोश, इंटरनेट या अपने शिक्षकों की सहायता ले सकते हैं।

सत्रिया और बिहू नृत्य – कक्षा 6 हिंदी मल्हार - TEACHER'S KNOWLEDGE & STUDENT'S GROWTH
स्तंभ 1स्तंभ 2
1. सत्र1. ग्रेगरी कैलेंडर के अनुसार 1 जनवरी 1901 से 31 दिसंबर 2000 तक का समय।
2. बोहाग बिहू2. ‘यूनाइटेड किंगडम’ और ‘इंग्लैंड’ की राजधानी।
3. लंदन3. ‘यूनाइटेड किंगडम’ देश की एक सरकारी संस्था |
4. गुवाहाटी4. असम में मनाया जाने वाला एक त्योहार । यह असम में नए साल की शुरुआत और बसंत के आगमन का प्रतीक है।
5. ब्रिटिश अकादमी5. भारत के असम राज्य का एक प्राचीन और सबसे बड़ा नगर है।
6. बीसवीं शताब्दी6. ये असम के मठ हैं। इनकी संख्या पाँच सौ से भी ज्यादा है। ये पूजा-पाठ और धार्मिक गतिविधियों के स्थान हैं। सत्रिया नृत्य की उत्पत्ति इन्हीं सत्रों में हुई है।

उत्तर

स्तंभ 1स्तंभ 2
1. सत्र6. ये असम के मठ हैं। इनकी संख्या पाँच सौ से भी ज्यादा है। ये पूजा-पाठ और धार्मिक गतिविधियों के स्थान हैं। सत्रिया नृत्य की उत्पत्ति इन्हीं सत्रों में हुई है।
2. बोहाग बिहू4. असम में मनाया जाने वाला एक त्योहार । यह असम में नए साल की शुरुआत और बसंत के आगमन का प्रतीक है।
3. लंदन2. ‘यूनाइटेड किंगडम’ और ‘इंग्लैंड’ की राजधानी।
4. गुवाहाटी5. भारत के असम राज्य का एक प्राचीन और सबसे बड़ा नगर है।
5. ब्रिटिश अकादमी3. ‘यूनाइटेड किंगडम’ देश की एक सरकारी संस्था |
6. बीसवीं शताब्दी1. ग्रेगरी कैलेंडर के अनुसार 1 जनवरी 1901 से 31 दिसंबर 2000 तक का समय।

पंक्तियों पर चर्चा

पाठ में से चुनकर कुछ पंक्तियाँ नीचे दी गई हैं। इन्हें ध्यान से पढ़िए और इन पर विचार कीजिए। आपको इनका क्या अर्थ समझ में आया? अपने विचार अपनी कक्षा में साझा कीजिए और लिखिए।

(क) “असम, भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में है, जिसे अपने वन्य जीवन, रेशम और चाय के बागानों के लिए जाना जाता है। इसके साथ असम में नृत्य की भी एक समृद्ध परंपरा है।

उत्तर

भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में स्थित असम राज्य विशिष्ट प्रकार के उल्लेखनीय वन्य-जीवों और वनस्पतियों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ पर अनेक वन और राष्ट्रीय उद्यान हैं। रेशम और चाय के खास बागानों के लिए असम दुनिया भर में प्रसिद्ध है। इसके साथ ही साल भर चलने वाले नृत्य भी यहाँ की सांस्कृतिक परंपरा को समृद्ध बनाते हैं असम भारत का वह गौरवशाली राज्य है जो प्रत्येक दृष्टि से समृद्ध और संपन्न है।

(ख) “पूरी दुनिया की संस्कृतियों में लोग नृत्य और संगीत से अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हैं।”

उत्तर

नृत्य और संगीत हर्ष उल्लास को प्रकट करने का एक तरीका है। कई बार ईश्वर, प्रकृति या व्यक्ति विशेष के प्रति आभार प्रकट करने के लिए भी नृत्य और संगीत को माध्यम बनाया जाता है। आज दुनिया भर के देशों में नृत्य और संगीत की समृद्ध परंपराएँ विकसित हैं जो कि मानव समाज की भावनाओं को व्यक्त करने का सशक्त माध्यम हैं।

सोचविचार के लिए

निबंध को एक बार फिर से पढ़िए और निम्नलिखित के बारे में पता लगाकर अपनी लेखन पुस्तिका में लिखिए-

(क) “एंजेला के मन में कई तरह के विचार चल रहे थे।”
उसके मन में कौन-कौन से विचार चल रहे होंगे?

उत्तर

एंजेला एक अलग सांस्कृतिक, सामाजिक वातावरण को देखकर कभी हतप्रभ थी तो कभी आनंदित। उसके मन में और भी बहुत कुछ जानने, देखने-समझने की जिज्ञासाओं से संबंधित विचार चल रहे थे। वह अपने साथ अनेक

स्मृतियों को सहेजने और लंदन जाकर अपने मित्रों के साथ बाँटने के बारे में विचार कर रही थी।

(ख) “बिहू एक कृषि आधारित त्योहार है।” कैसे? 

उत्तर

असम में ‘बिहू’ साल में तीन बार मनाया जाता है – सबसे पहले जब किसान खेतों में बीज बोते हैं, दूसरी बार तब जब वे खेतों में धान रोपते हैं और तीसरी बार तब जब खेतों में अनाज पक कर तैयार हो जाता है। इस प्रकार ‘बिहू’ कृषि के विभिन्न सोपानों पर मनाया जाने वाला त्योहार है।

(ग) ऐसा लगता है कि भारत से जाने के बाद भी एंजेला के मन में असम ही छाया हुआ था। पाठ से इस कथन के समर्थन के लिए कुछ उदाहरण खोजकर लिखिए।

उत्तर

एंजेला लंदन वापस जाने के बाद भी चलने खाना खाने और यहाँ तक कि खेलने के दौरान भी नृत्य करती रही, सभी वीडियो रिकॉर्डिंग को देखती रही और मन में असम की नृत्य परंपरा को याद कर आनंदित होती रही।

(घ) समय के बदलने के साथ-साथ सत्रिया नृत्य की परंपरा में क्या बदलाव आया है?

उत्तर

पहले सत्रिया नृत्य सिर्फ़ लड़कों और पुरुषों द्वारा किया जाता था लेकिन आधुनिक दौर में महिला सत्रिया कलाकारों द्वारा भी नृत्य किया जाने लगा। इस प्रकार समय बदलने के साथ-साथ सत्रिया नृत्य की परंपरा में भी क्रांतिकारी बदलाव आया है।

निबंध की रचना

“गुवाहाटी के एक होटल में सामान्य होने के बाद वे उसी शाम पास के एक गाँव मलंग में गए। गाँव पहुँचने पर माँ ने एंजेला को बताया कि बिहू एक कृषि आधारित त्योहार है। असम में बिहू साल में तीन बार मनाया जाता है।”

इन वाक्यों में बिहू और असम का ऐसा रोचक और सरस वर्णन किया गया है कि लगता है मानो हम कोई कहानी पढ़ रहे हैं। इस निबंध में वस्तु, घटना, प्रदेश आदि का वर्णन किया गया है। इसमें जो कुछ भी स्वयं देखा गया है, उसका वर्णन किया गया है। इस प्रकार के निबंधों में घटनाओं का एक क्रम होता है। इनमें आम जीवन की बातें होती हैं। इनकी भाषा सरल होती है। उदाहरण के लिए होली, दीपावली आदि के बारे में बताना।

इस पाठ को एक बार फिर से पढ़िए और इसकी बनावट पर ध्यान दीजिए। इस पाठ की विशेषताएँ पहचानिए और अपनी कक्षा में साझा कीजिए और लिखिए, जैसे इस पाठ में लंदन से यात्रा शुरू करने से लेकर वापस लंदन पहुँचने तक के अनुभवों का वर्णन किया गया है।

उत्तर

‘सत्रिया और बिहू नृत्य’ पाठ निबंधात्मक शैली में लिखा गया है। इसकी प्रमुख विशेषताएँ इस प्रकार हैं-

  1. रोचकता इस पाठ में लेखक ने एंजेला (10 वर्षीय बालिका) और उसकी माँ की असम यात्रा का वर्णन बहुत ही रोचक विवरण के साथ प्रस्तुत किया है।
  2. वातावरण का चित्रांकन- लेखक ने ऐंजेला के निवास स्थान, मित्र, स्कूल और पारिवारिक पृष्ठभूमि, उसकी अभिरुचियों आदि को बताते हुए पाठ का आरंभ किया पाठक को पाठ की मुख्य पात्र के साथ ही संपूर्ण घटनाक्रम से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  3. रोचक लेखन शैली- निबंध के घटनाक्रम को एक कहानी की भाँति क्रमशः आगे बढ़ाना, इसकी रोचकता को बढ़ाता है। पाठक एंजेला के साथ-साथ स्वयं को इस यात्रा, महोत्सव तथा प्रत्येक गतिविधि में संलग्न महसूस करने लगता है।
  4. सरल भाषा- निबंध की भाषा सरल और कक्षा के विद्यार्थियों की दृष्टि से पूर्णतया उपयुक्त है। नए-नए क्षेत्रीय शब्दों से विद्यार्थियों का परिचय उपयोगी और रुचिकर है।
  5. वस्तु और दृश्यों का वर्णन- अनु के खिलौनों की विशेषताएँ, बरगद के वृक्ष के नीचे एकत्रित जनसमूह का दृश्य, त्योहार की विशेषताएँ, नृत्यों की विशेषताएँ, पृष्ठभूमि प्रस्तुतिकरण आदि का वर्णन प्रभावशाली है।

इस प्रकार इस निबंध में प्रत्येक वस्तु, घटना पाठको के समक्ष चित्र उपस्थित कर देती है। जिससे पाठक एंजेला, उसकी माँ, उनकी यात्रा, विभिन्न घटनाएँ उनकी प्रसन्नता उत्सुकता सभी से स्वयं को जुड़ा हुआ महसूस करता है।

अनुमान या कल्पना से

अपनी कक्षा में चर्चा कीजिए-

(क) “बिहू नृत्य और इसके उत्सव से अचंभित एंजेला और उसके परिवार ने इसके साथ-साथ लजीज पकवानों का पूरा आनंद लिया।”

एंजेला और उसका परिवार बिहू नृत्य और उसके उत्सव को देखकर अचंभित क्यों हो गया?

उत्तर

असम का सामाजिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक परिवेश लंदन से बिल्कुल अलग था। बसंत ऋतु के आगमन पर किया जाने वाला नृत्य और उत्सव बहुत बड़ा था। एंजेला और उसके परिवार ने एक पेड़ के नीचे एक साथ इतने लोगों को कभी नहीं देखा था। यह दृश्य उन्हें एक स्वप्न की भाँति लग रहा था। समारोह का विहंगम दृश्य उन्हें अचंभित कर रहा था।

(ख) “जब तक एंजेला कुछ समझ पाती, तब तक वह लंदन से नई दिल्ली होते हुए गुवाहाटी की उड़ान पर थी ।” एंजेला और उसकी माँ एलेसेंड्रा ने भारत की यात्रा से पहले कौन-कौन सी तैयारियाँ की होंगी?

उत्तर

एंजेला की माँ ने स्कूल से उसकी बसंत की छुट्टियों को एक हफ़्ते और बढ़ाने की अनुमति ले ली और समय कम होने और जल्दबाजी में बनाई गई योजना के कारण वे सब जल्दी से जल्दी पैकिंग करके तैयार हो गए। उन्होंने असम .के नृत्य और संस्कृति के विषय में जानकारी एकत्रित की।

(ग) “वहाँ एक बड़े से बरगद के पेड़ के नीचे मंच बनाया गया था ।” बिहू नृत्य के लिए बरगद के पेड़ के नीचे मंच क्यों बनाया गया था।

उत्तर

बिहू नृत्य एक बड़ा महोत्सव है। किसी सभागार में महोत्सव करने पर सीमित व्यक्ति ही इसका आनंद ले पाते। महोत्सव का आनंद ज्यादा से ज्यादा लोग ले सकें इसलिए बिहू नृत्य के लिए बरगद के छायादार पेड़ के नीचे मंच बनाया गया था। परंपरागत रूप से महत्वपूर्ण और धार्मिक स्थलों में ही इस प्रकार के महोत्सव मनाए जाते हैं।

शब्दों की बात

नीचे शब्दों से जुड़ी कुछ गतिविधियाँ दी गई हैं। इन्हें करने के लिए आप शब्दकोश, अपने शिक्षकों और मित्रों की सहायता भी ले सकते हैं।

असम से जुड़े शब्द

इस पाठ में अनेक शब्द ऐसे हैं जो असम से विशेष रूप से जुड़े हैं | अपने समूह में मिलकर उन शब्दों की पहचान कीजिए। इसके बाद उन्हें नीचे दिए गए स्थान पर लिखिए-
(संकेत- असम के नृत्य, त्योहार, भाषा आदि ।)

सत्रिया और बिहू नृत्य – कक्षा 6 हिंदी मल्हार - TEACHER'S KNOWLEDGE & STUDENT'S GROWTH

उत्तर

1. सत्रिया नृत्य
2. बिहू नृत्य और त्योहार
3. असमिया भाषा

4. वन्य- – जीवन
5. रेशम की खेती, चाय बागान
6. मलंग गाँव

तीन बिहू

“असम में बिहू साल में तीन बार मनाया जाता है।”

सत्रिया और बिहू नृत्य – कक्षा 6 हिंदी मल्हार - TEACHER'S KNOWLEDGE & STUDENT'S GROWTH
  1. रोंगाली या बोहाग (बैसाख, सामान्यतया अप्रैल में )
  2. भोगाली या माघ ( माघ, सामान्यतया जनवरी में ),
  3. कोंगाली या काटी (कार्तिक, सामान्यतया अक्टूबर में)

(क) एंजेला और उसकी माँ एलेसेंड्रा कौन-से बिहू के अवसर पर भारत आए थे? लिखिए।

उत्तर

एंजेला उसकी माँ एलेसेंड्रा और पिता ब्रायन अप्रैल माह में नए साल के अवसर पर भारत आए थे। बसंत के आने के खुशी में बिहू त्योहार मनाया जाता है। यह वह अवसर होता है जब किसान खेतों में बीज बोते हैं।

(ख) तीनों बिहू के लिए लिखिए कि उस समय किसान खेतों में क्या कर रहे होते हैं?

उत्तर

साल में तीन बार मनाया जाने वाला त्योहार बिहू सबसे पहले तब मनाया जाता है जब किसान खेतों में बीज बोते हैं। दूसरी बार तब जब किसान खेतों में धान रोपते हैं और तीसरी बार तब जब खेतों में अनाज तैयार हो जाता है।

पाठ से आगे

आपकी बात

अपने समूह में चर्चा कीजिए-

(क) ” रीना आंटी की एक बिटिया थी- अनु”

‘बिटिया’ का अर्थ है ‘बेटी’। बेटी को प्यार से बुलाने के लिए और स्नेह जताने के लिए ‘बिटिया’ शब्द का प्रयोग भी किया जाता है। ‘बिटिया’ जैसा ही एक अन्य शब्द ‘बिट्टो’ भी है।

आपके घर में आपको प्यार से किन-किन नामों से पुकारा जाता है? .

उत्तर

लाडो, छोटी, किट्टू, छुटकी, सोना, रानी, गुड़िया आदि ।

(ख) आपके नाम का क्या अर्थ है? आपका नाम किसने रखा? पता करके बताइए ।

उत्तर

मेरा नाम पुनीता है। मेरा नाम मेरे बाबा ने रखा। मेरे नाम का अर्थ ‘पवित्रता’ या ‘पवित्रता को समेटे हुए’ है।

(ग) “वे एक साथ खेल रहे थे” आप कौन-कौन से खेल अपने मित्रों के साथ मिलकर खेलते हैं? बताइए ।

उत्तर

कबड्डी, पकड़म-पकड़ाई, चोर-सिपाही, ऊँच-नीच आदि ।

(घ) “असम में नृत्य की भी एक समृद्ध परंपरा है।”
आपने इस पाठ में बिहू और सत्रिया नृत्यों के बारे में तो पढ़ा है।

आपके प्रांत में कौन-कौन से नृत्य प्रसिद्ध हैं? आपको कौन-सा नृत्य करना पसंद हैं?

उत्तर

रासलीला, कजरी, चरकुला ।
(सभी विद्यार्थियों के उत्तर अलग-अलग होंगे )

पूर्वोत्तर की यात्रा

असम भारत के पूर्वोत्तर भाग में स्थित है। असम के अतिरिक्त पूर्वोत्तर भारत में सात अन्य राज्य भी हैं। आपको अवसर मिले तो इनमें से किसी राज्य की यात्रा कीजिए। आठ राज्यों के नाम हैं – अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, मिजोरम, मेघालय, त्रिपुरा, नागालैंड, मणिपुर और असम ।

उत्तर

यात्रा स्वयं करके अनुभव प्राप्त करें।

टाइम मशीन

“उसे ऐसा लग रहा था, जैसे वह आश्चर्यजनक रूप से किसी टाइम मशीन में आकर बैठ गई हो ! ” क्या आपने पहले कभी ‘टाइम मशीन’ का नाम सुना है? टाइम मशीन ऐसी काल्पनिक मशीन है, जिसमें बैठकर बीते हुए या आने वाले समय की दुनिया में पहुँचा जा सकता है। ‘टाइम मशीन’ को अभी तक बनाया नहीं जा सका है। लेकिन अनेक लेखकों ने ‘टाइम मशीन’ के बारे में कहानियाँ लिखी हैं, अनेक फ़िल्मकारों ने इसके बारे में फ़िल्में बनाई हैं।

(क) यदि आपको टाइम मशीन मिल जाए तो आप उसमें बैठकर कौन-से समय में और कौन-से स्थान पर जाना चाहेंगे? क्यों?

उत्तर

मुझे यदि टाइम मशीन मिल जाए तो मैं वैदिक काल में जाना चाहूँगी और उस समय के ऋषि-मुनियों से लोक कल्याण हेतु अनेक विद्याएँ सीखना चाहूँगी।

(ख) आपको यदि कोई ऐसी वस्तु बनाने का अवसर मिले जो अभी तक नहीं बनाई गई है तो आप क्या बनाएँगे? क्यों बनाएँगे?

उत्तर

मैं भविष्य को स्पष्ट देखने वाली मशीन बनाना चाहूँगी जिससे बिना इधर-उधर समय गँवाए, भटके और परेशान हुए बिना निश्चित दिशा की ओर व्यक्ति आगे बढ़ सके।

(ग) क्या आपने कभी किसी संग्रहालय की यात्रा की है?

संग्रहालय ऐसा स्थान होता है जहाँ विभिन्न कालों की प्राचीन वस्तुएँ देखने को मिलती हैं। कभी-कभी संग्रहालय की यात्रा भी ‘टाइम मशीन’ की यात्रा जैसी लगती है।
अवसर मिले तो आप भी किसी संग्रहालय की यात्रा अवश्य कीजिए और उसके बारे में कक्षा में बताइए |

उत्तर

हाँ, मैंने पटना स्थित राज्य संग्रहालय की यात्रा की है, पर खुदाई से प्राप्त प्राचीन भारत के कई अवशेष संग्रहित हैं।

खिलौने विभिन्न प्रकार के

“एंजेला को अनु के खिलौने बहुत अच्छे लगे, जो थोड़े अलग तरह के थे।”

(क) अनु के खिलौने कैसे थे? लंदन में एंजेला के खिलौने कैसे रहे होंगे?

उत्तर

अनु के खिलौने लकड़ी और नारियल की जटाओं से बने थे, जो एंजेला के खिलौनों से अलग थे। एंजेला के पास लंदन में बैटरी और चाबी से चलने वाली प्लास्टिक की गुड़िया, जोकर आदि खिलौने होंगे।

(ख) आप घर पर कौन-कौन से खिलौनों से खेलते रहे हैं? उनके नाम बताइए ।

उत्तर

हम घर में कपड़ों से बनाई गई गुड़िया, लकड़ी के डंडों, लकड़ी के बर्तनों आदि से खेलते रहे हैं। गुड़िया की शादी, चाय बनाना, पेड़ पर चढ़ना, चोर सिपाही, घर-घर आदि खेलों के नाम हैं।

(ग) भारत के प्रत्येक प्रांत में हाथ से बच्चों के अनोखे खिलौने बनाए जाते हैं। आपके यहाँ बच्चों के लिए हाथ से बने कौन-कौन से खिलौने मिलते हैं?

उत्तर

हमारे यहाँ हाथ से बने कुत्ते, बिल्ली, खरगोश, सिपाही, चिड़िया, धनुष-बाण, जहाज आदि खिलौने मिलते हैं।

(घ) भारत के बच्चे स्वयं भी अपने लिए अनोखे खिलौने बना लेते हैं। आप भी तो कागज़, मिट्टी आदि से कोई न कोई खिलौना बनाना जानते होंगे? आप अपने हाथों से बनाए किसी खिलौने को कक्षा में लाकर दिखाइए और उसे बनाने का तरीका सबको सिखाइए।

उत्तर

विद्यार्थी स्वयं करें।

सत्रिया और बिहू नृत्य – कक्षा 6 हिंदी मल्हार - TEACHER'S KNOWLEDGE & STUDENT'S GROWTH

पत्र

(क) मान लीजिए आप एंजेला है। आप लंदन लौट चुकी हैं और आपको भारत की बहुत याद आ रही है। अपनी सखी अनु को पत्र लिखकर बताइए कि आपको कैसा अनुभव हो रहा है।

उत्तर

प्रिय अनु,

नमस्ते!

आशा है तुम ठीक होगी। अनु, मैं लंदन वापस आ गई हूँ पर ऐसा लगता है जैसे असम मेरे साथ ही आ गया है। वहाँ तुम्हारे साथ खेले गए खेल, तुम्हारे खिलौनें, तुम्हारी बातें, नृत्य – महोत्सव सब कुछ बहुत याद आते हैं। मैं प्रायः वहाँ की वीडियो देखती हूँ। मैंने अपने स्कूल में बिहू नृत्य की प्रस्तुति दी थी। सभी को नृत्य बहुत पसंद आया जबकि मुझे अभी बहुत अच्छा नृत्य करना नहीं आता।
मुझे जब कभी असम आने का अवसर मिलेगा मैं तुमसे मिलने जरूर आऊँगी। अगर तुम्हें लंदन आने का मौका मिले तो जरूर आना, मुझे तुम्हें बहुत कुछ दिखाना है और बताना भी है। मैंने अपने दोस्तों को तुम्हारे बारे में बताया, वे सब भी तुमसे मिलकर जरूर प्रसन्न होंगे।
रीना आंटी को नमस्ते कहना ।

तुम्हारी सखी
एंजेला

(ख) आप जानते होंगे कि पत्र लिखने के लिए आवश्यक सामग्री जैसे – पोस्टकार्ड, अंतर्देशीय लिफाफे आदि डाकघर से खरीदे जा सकते हैं। संभव हो तो आप भी अपने घर के पास के डाकघर में जाइए और एक पोस्टकार्ड खरीदकर पत्र लिखने के लिए उसका उपयोग कीजिए।

उत्तर

विद्यार्थी स्वयं करें।

(ग) क्या आपने कभी डाक टिकट देखा है ?

संसार के सभी देश डाक टिकट जारी करते हैं। भारत का डाक विभाग भी समय-समय पर डाक टिकट जारी करता है। डाक-टिकट किसी देश की संस्कृति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी भी उपलब्ध कराते हैं। इसलिए अनेक लोग देश-विदेश के डाक टिकटों को एकत्रित करना पसंद करते हैं।

सत्रिया और बिहू नृत्य – कक्षा 6 हिंदी मल्हार - TEACHER'S KNOWLEDGE & STUDENT'S GROWTH

नीचे भारत के विभिन्न लेखकों के सम्मान में जारी किए गए कुछ डाक टिकटों के चित्र दिए गए हैं। इन्हें ध्यान से देखिए – (डाक टिकटों के चित्र के लिए पाठ्यपुस्तक की पृष्ठ संख्या 90 पर देखें।)

(क) आपको इनमें से कौन-सा डाक टिकट सबसे अच्छा लगा और क्यों?

उत्तर

मुझे इनमें से सुभद्रा कुमारी चौहान जी पर जारी एक डाक टिकट सबसे अच्छा लगा क्योंकि वे मेरी प्रिय कवयित्री हैं। मुझे उनकी रचनाएँ पढ़ना बहुत पसंद है।

(ख) डाक टिकटों पर लेखकों के बारे में कौन-कौन सी जानकारी दी गई है ?

उत्तर

डाक टिकटों पर लेखकों का छायाचित्र है तथा हिंदी और अंग्रेजी में उनका नाम लिखा हुआ है। इसके साथ ही टिकट जारी होने के वर्ष तथा लेखकों के जन्म और मृत्यु के वर्ष की जानकारी भी दी गई है।

आज की पहेली

आज हम आपके लिए लाए हैं, कुछ असमिया पहेलियाँ। इनमें कुछ पहेलियों को पढ़कर आपको लगे, अरे! ये पहेली तो मेरे घर पर भी बूझी जाती है ! तो कुछ पहेलियाँ आप पहली बार बूझेंगे। तो आइए, आनंद लेते हैं इन रंग-बिरंगी पहेलियों का-

सत्रिया और बिहू नृत्य – कक्षा 6 हिंदी मल्हार - TEACHER'S KNOWLEDGE & STUDENT'S GROWTH

उत्तर

विद्यार्थी पढ़कर स्वयं समझें ।

झरोखे से

“असम, भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में है, जिसे अपने वन्य-जीवन, रेशम और चाय के बागानों के लिए जाना जाता है।”
आपने पढ़ा है कि असम का रेशम (जिसे मूँगा सिल्क भी कहा जाता है) बहुत प्रसिद्ध है। क्या आप जानना चाहते हैं, यह क्या है, कैसे बनता है और क्यों प्रसिद्ध है? हाँ? तो पढ़िए आगे—

असम का सुप्रसिद्ध मूँगा सिल्क

कुछ वर्ष पूर्व मेरी नियुक्ति गुवाहाटी हवाई अड्डे पर हुई थी। वहाँ पर प्रायः मैं महिलाओं को एक विशेष प्रकार की आकर्षक साड़ी पहने देखता था। यह साड़ी सदैव भूरे-सुनहरे रंग की झिलमिली- सी होती थी। उस पर अधिकतर पारंपरिक ढंग से लाल या काली बार्डर तथा हरे, लाल अथवा पीले रंग से बूटों आदि की कढ़ाई रहती थी। कुछ समय पश्चात जब मैं असम के एक विवाह समारोह में गया, तो वहाँ भी अधिकतर महिलाएँ उसी प्रकार की अन्य चमकीली भूरी-सुनहरी साड़ियाँ पहन कर आई थीं। अनेक पुरुषों ने भी उसी प्रकार के भूरे-सुनहरे रंग के कुर्ते पहने हुए थे। बस केवल रंगों में हल्के या गहरे का अंतर था। मैंने अपने एक असमी मित्र से छ कि यह कैसा भूरा- I-चमकीला कपड़ा है।

मित्र ने बताया कि यह भूरा नहीं बल्कि सुनहरा है। यह असम का सुप्रसिद्ध मूँगा सिल्क है जो सभी प्रकार के रेशमों में सबसे महँगा होता है। मूँगा का असमिया भाषा में अर्थ है पीला या गहरा भूरा। और इसकी सबसे बड़ी विशेषता है कि सम्पूर्ण विश्व में यह केवल असम तथा देश के पूर्वोत्तर राज्यों में ही तैयार होता है। यह असम को प्रकृति द्वारा दिया गया अनमोल और अद्वितीय उपहार है।

मित्र ने यह भी बताया कि मूँगा सिल्क की साड़ियों की एक खूबी यह है कि अन्य रेशमी कपड़ों के विपरीत इनको ‘ड्राई क्लीन’ कराने की आवश्यकता नहीं होती है, बल्कि उन्हें घर पर ही धोया जा सकता है। हर धुलाई के बाद इनका निखार बढ़ता ही जाता है। एक साड़ी औसतन 50 वर्ष तक खराब नहीं होती है। ऐसा माना जाता है कि
मूँगा रेशम सभी प्रकार के प्राकृतिक रूप से तैयार किए जाने वाले कपड़ों में सबसे मज़बूत होता है। इसके अलावा इसे गर्मी या सर्दी किसी भी मौसम में पहना जा सकता है। असम के लोगों का मानना है कि मूँगा सिल्क के कपड़ों में अनेक औषधीय गुण भी होते हैं।
बिमल श्रीवास्तव, स्रोत पत्रिका, अप्रैल 2008

उत्तर

विद्यार्थी पढ़कर स्वयं समझें ।

साझी समझ

आपको इस लेख में दी गई कौन-सी जानकारी सबसे अच्छी लगी? क्यों? अपने समूह में बताइए ।

उत्तर

इस लेख में मूँगा सिल्क के संबंध में दी गई जानकारी ज्यादा अच्छी लगी। असम का मूँगा सिल्क सभी प्रकार के रेशमों से सबसे महँगा होता है और यह असम तथा देश के पूर्वोत्तर राज्यों में ही तैयार होता है। यह जानकर बहुत आश्चर्य हुआ कि इससे बनी साड़ी लगभग 50 वर्ष तक खराब नहीं होती और हर धुलाई के बाद इसका निखार बढ़ता ही जाता है। इसे सर्दी-गर्मी किसी भी मौसम में पहना जा सकता है।