स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम (School Readiness Programme) एक शैक्षिक पहल है जिसका उद्देश्य छोटे बच्चों को औपचारिक स्कूली शिक्षा के लिए मानसिक, सामाजिक, शारीरिक और बौद्धिक रूप से तैयार करना है। यह कार्यक्रम विशेष रूप से कक्षा 1 में प्रवेश करने वाले बच्चों के लिए बनाया जाता है ताकि वे स्कूल के वातावरण, अनुशासन, भाषा और गतिविधियों के प्रति सहज हो सकें।
📘 स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएँ:
1. अवधि:
- यह कार्यक्रम आमतौर पर 6 से 8 सप्ताह तक चलता है।
- कई राज्यों में इसे कक्षा 1 की शुरुआत में, यानी अप्रैल से जून या जुलाई तक चलाया जाता है।
2. उद्देश्य (Objectives):
- बच्चों में भाषा कौशल, सुनने और बोलने की क्षमता विकसित करना।
- बच्चों में आत्मविश्वास और स्वतंत्रता बढ़ाना।
- सामाजिक व्यवहार, जैसे कि मिल-जुलकर रहना, साझा करना, अनुशासन आदि को बढ़ावा देना।
- बच्चों को कक्षा के नियमों, शिक्षक के निर्देशों और शिक्षण विधियों से परिचित कराना।
🎯 मुख्य गतिविधियाँ (Key Activities):
- गीत, कविता और कहानी सुनाना 🎶📖
- चित्र बनाना और रंग भरना 🎨🖌️
- खेलों के माध्यम से शिक्षण 🏃♂️🏸
- सामूहिक गतिविधियाँ (जैसे – वृत्त में बैठकर बातें करना)
- पहचान गतिविधियाँ – रंग, आकार, अक्षर, संख्या आदि की पहचान
- व्यक्तिगत स्वच्छता की आदतें सिखाना 🧼🪥
📋 शिक्षकों की भूमिका:
- बच्चों के साथ सहानुभूति और प्रेम से पेश आना।
- खेल व गतिविधि आधारित शिक्षण पद्धति अपनाना।
- हर बच्चे के स्तर के अनुसार सीखने की योजना बनाना।
- बच्चों के माता-पिता से संपर्क और संवाद बनाए रखना।
📈 लाभ (Benefits):
- बच्चों को स्कूल का माहौल रास आता है और वे डरते नहीं हैं।
- ड्रॉपआउट दर घटती है।
- बच्चे तेजी से सीखना शुरू करते हैं क्योंकि उनकी नींव मजबूत होती है।
🏫 NCERT और अन्य संस्थानों द्वारा सुझाव:
- राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (NCF) 2005 और नई शिक्षा नीति (NEP) 2020 भी स्कूल रेडीनेस पर ज़ोर देती है।
- NEP 2020 में 3-8 वर्ष की उम्र के बच्चों के लिए “Foundational Stage” पर विशेष बल दिया गया है जिसमें स्कूल रेडीनेस भी एक हिस्सा है।
🗓️ साप्ताहिक टाइमटेबल – स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम (6 हफ्ते तक)
🔹 प्रतिदिन की समय-सारणी (Daily Routine):
समय | गतिविधि |
---|---|
9:00 – 9:30 | स्वागत, प्रार्थना, उपस्थिति |
9:30 – 10:00 | कविता, गीत, राइम, क्लैपिंग गेम्स |
10:00 – 10:30 | भाषा गतिविधियाँ (चित्र वर्णन, बात करना) |
10:30 – 11:00 | खेल गतिविधि (मौखिक व शारीरिक) |
11:00 – 11:30 | मध्याह्न भोजन (Mid-day Meal) |
11:30 – 12:00 | कला व क्राफ्ट (रंग भरना, आकृति बनाना) |
12:00 – 12:30 | कहानी सुनना, संवाद करना |
12:30 – 1:00 | समापन गतिविधियाँ, प्रार्थना |
📅 साप्ताहिक योजना – गतिविधि आधारित (6 हफ्ते)
🗓️ सप्ताह 1: स्कूल से परिचय और सामाजिक व्यवहार
- विद्यालय परिसर की सैर
- शिक्षक, छात्र और कक्षा से परिचय
- सरल प्रार्थना, कविता, ताली बजाना
- “मैं कौन हूँ?” – अपना नाम, परिवार बताना
🗓️ सप्ताह 2: भाषा विकास और दैनिक दिनचर्या
- दैनिक उपयोग की वस्तुओं की पहचान (जैसे – बस्ता, किताब)
- बोलचाल के शब्द: नमस्ते, धन्यवाद, क्षमा करें
- कहानी: “खरगोश और कछुआ”
- चित्र पहचानना व उसका वर्णन
🗓️ सप्ताह 3: संख्यात्मक और रंग पहचान
- 1 से 5 तक की गिनती गीतों द्वारा
- रंगों की पहचान (लाल, नीला, हरा…)
- ब्लॉक से आकृति बनाना
- कहानी: “लाल गुब्बारा”
🗓️ सप्ताह 4: शरीर और इंद्रियाँ
- शरीर के अंगों के नाम और काम
- देखो, सुनो, छुओ, सूंघो – इंद्रियाँ और उनकी गतिविधियाँ
- गीत: “सिर, कंधा, घुटना, पैर…”
- उंगलियों से रंग भरना
🗓️ सप्ताह 5: स्वस्थ आदतें और अनुशासन
- स्वच्छता की आदतें: हाथ धोना, नाखून काटना
- दिनचर्या का पालन: समय पर खाना, सोना
- अनुशासन के खेल
- चित्रकला: “मेरा दिन”
🗓️ सप्ताह 6: पुनरावृत्ति और प्रदर्शन
- कविता, कहानी, गीत की दोहराई
- बच्चों का लघु प्रदर्शन (Presentation)
- “मुझे क्या अच्छा लगा” गतिविधि
- अभिभावक मीटिंग और फीडबैक
📌 महत्वपूर्ण सुझाव:
- गतिविधियाँ खेल आधारित और आनंददायक होनी चाहिए।
- हर बच्चे को बोलने, खेलने और रंगने का मौका मिले।
- टीचर को सहज और प्रेरक भाषा में बच्चों से संवाद करना चाहिए।