पूर्ण संख्याएँ एवं पूर्ण संख्याओं पर संक्रियाएँ कक्षा 6 गणित
- 0 (शून्य) एक पूर्ण संख्या है।
- दो पूर्ण संख्याओं का आपस में योग करने से या गुणा करने से पूर्ण संख्या ही प्राप्त होती है।
- पूर्ण संख्याओं के लिए क्रमविनिमय का नियम, योग एवं गुणन संक्रिया में लागू होता है। जबकि घटाने एवं भाग संक्रिया में लागू नहीं होता।
- पूर्ण संख्याओं के लिए साहचर्य नियम योग एवं गुणन संक्रिया में लागू होता है जबकि घटाने एवं भाग संक्रिया में लागू नहीं होता।
- 0 को योज्य तत्समक अवयव कहते है।
- 1 को गुणन तत्समक अवयव कहते हैं।
- किसी भी पूर्ण संख्या में शून्य को जोड़ने या घटाने पर संख्या का मान नहीं बदलता।
- किसी भी पूर्ण संख्या में 1 का गुणा करें तो संख्या का मान नहीं बदलता है।
- यदि किसी पूर्ण संख्या में 0 का गुणा करें तो उसका मान शून्य हो जाता है।
- किसी पूर्ण संख्या में 0 से भाग देना अपरिभाषित है।
- भाज्य = भाजक x भागफल + शेषफल