सजीवों में गति व प्रचलन कक्षा 7 विज्ञान पाठ 18 स्मरणीय तथ्य
। अनुवर्तन -पौधों के विभिन्न अंगों द्वारा उद्दीपनों के प्रति अनुक्रिया दिखलाना अनुवर्तन कहलाता है।
2. गुरुत्वानुवर्तन पौधों में होने वाली ऐसी गति जो पृथ्वी के गुरुत्व बल के कारण होती है, गुरुत्वानुवर्तन कहलाती है।
3. प्रकाशानुवर्तन-तने में होने वाली गति जो प्रकाश की तरफ हो प्रकाशानुवर्तन कहलाती है।
4. स्पर्शानुवर्तन – वह गति जो पौधों में स्पर्श से उत्पन्न होती है, स्पर्शानुवर्तन कहलाती है।
5. प्रचलन जन्तुओं का एक स्थान से दूसरे स्थान को जाना प्रचलन कहलाता है।
6. पौधों के विभिन्न भाग बाह्य उद्दीपन के कारण गति करते हैं।
7. केंचुएँ में गति पेशियों के संकुचन और शिथिलन से होती है।
8. मक्खी और मच्छर में गति पंखों और उनसे जुड़ी पेशियों द्वारा होती है।
9. मछली, पंखों और पेशीयुक्त पूँछ की सहायता से तैरती है।
10. साँप, माँसपेशियों और रीढ़ की हड्डी की सहायता से रेंगता है।
11 पक्षियों में उड़ने के लिए पंख पाये जाते हैं। इनकी पेशियाँ मजबूत और उड़ने के लिए विशेष रूप से अनुकूलित होती है।
12. हमारे शरीर में गति के लिए विकसित कंकाल और पेशियाँ पायी जाती हैं।