छत्तीसगढ़ के सपूत कक्षा 5 वीं विषय- पर्यावरण अध्ययन अध्याय 27
याद रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें
- इस पाठ में शहीद वीरनारायण सिंह की शहादत का उल्लेख किया गया है।
- वीरनारायण सिंह का जन्म रायपुर जिले के बलौदाबाजार के सोनाखान में एक जमींदार के यहाँ हुआ था।
- सोनाखान महानदी के किनारे एक रियासत थी।
- वीरनारायण सिंह निर्भीक, दयालु, न्यायप्रिय एवं लोकप्रिय थे।
- उस समय भारत में अंग्रेजों का शासन था।
- वह सैनिकों और जनता की मदद से जेल से भाग गये।
- सोनाखान पहुँचकर उन्होंने अंग्रेजों से लड़ने के लिए एक सेना बनाई।
- उन पर राजद्रोह एवं विद्रोह फैलाने का आरोप लगाकर उन्हें 10 दिसम्बर, सन् 1857 के दिन रायपुर में आज से 150 साल पहले फाँसी की सजा दी गई।
- छत्तीसगढ़ के प्रथम क्रांतिकारी एवं महान सपूत का 10 दिसम्बर को वीरनारायण सिंह बलिदान दिवस मनाया जाता है तथा उन्हें याद कर श्रद्धांजलि दी जाती है।
पाठ के मध्य के प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. वीरनारायण सिंह कहाँ के रहने वाले थे ? उत्तर- वीरनारायण सिंह रायपुर जिले के बलौदा बाजार तहसील के सोनाखान गाँव के रहने वाले थे।
प्रश्न 2. उन्होंने किससे लोहा लिया ?
उत्तर- उन्होंने अंग्रेजों से लोहा लिया।
प्रश्न 3. कविता में आई बातों को अपने शब्दों में लिखो ।
छत्तीसगढ़ के हल्दी घाटी,
माटी सोनाखान के ।
भारत के बनगे तीरथ,
माटी सोनाखान के ॥ अनियाव दमन से लड़िस इहाँ,
नारायण छाती तान के ।
अंग्रेजन से लोहा लेइस,
डहर चलिस बलिदान के॥ कथा लहु से लिखिस सुराजी,
अऊ स्वदेश अभियान के ।
हँस-हँसत फाँसी मा चढ़गे,
प्रिय होगे भगवान के ॥
वो शहीद के जन्मभूमि ये माटी सोनाखान के ।
उत्तर- शहीद वीरनारायण सिंह की जन्मभूमि सोनाखान की धरती है। जिस प्रकार महाराणा प्रताप ने अकबर से हल्दी घाटी के मैदान पर अपने राज्य के लिए लड़ाई लड़ी थी, उसी प्रकार वीरनारायण सिंह यहाँ अन्याय को दबाने के लिए सीना तान कर अंग्रेजों से डटकर मुकाबला करने के लिए बलिदान के रास्ते पर चल पड़े। वे अपने देश तथा राज्य की स्वाधीनता के लिए हँसते-हँसते फाँसी पर झूलकर स्वर्ग सिधार गये। इसलिए सोनाखान की धरती को भारत का तीर्थ कहते हैं।
प्रश्न 4. व्यापारी ने अनाज देने से क्यों मना किया होगा ?
उत्तर- अंग्रेज अफसर के भय से व्यापारी ने अनाज देने से मना किया होगा।
प्रश्न 5. कक्षा में चर्चा करो कि अकाल के समय क्या होता होगा ? उत्तर- अकाल के समय बच्चे, बूढ़े, जवान सभी भूख प्यास में व्याकुल हो जाते हैं। मरने की नौबत भी आ जाती है।
प्रश्न 6. ताला टूटने पर व्यापारी ने क्या किया होगा ?
उत्तर – ताला टूटने पर व्यापारी ने अंग्रेज अफसर के पास शिकायत किया होगा।
प्रश्न 7. गद्दार लोगों ने अंग्रेजों की मदद न की होती तो क्या होता ?
उत्तर- गद्दार लोगों ने अंग्रेजों की मदद न की होती तो वीर नारायण सिंह को जीत होती और उसे बंदी नहीं बनाया जाता।
हमने क्या सीखा
मौखिक प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. वीरनारायण सिंह का बलिदान दिवस कब मनाया जाता है ?
उत्तर- वीरनारायण सिंह का बलिदान दिवस 10 दिसम्बर को मनाया जाता है।
प्रश्न 2. वीरनारायण सिंह ने किससे लोहा लिया ? उत्तर- वीरनारायण सिंह ने (अंग्रेज अफसर स्मिथ) अंग्रेजों से लोहा लिया।
प्रश्न 3. सोनाखान छत्तीसगढ़ के किस जिले में है ? उत्तर- सोनाखान छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले के बलौदाबाजार तहसील में है।
खित प्रश्नोत्तर
प्रश्न. वीरनारायण सिंह ने अपनी जनता के लिए क्या प्रयास किये ?
उत्तर- वीरनारायण सिंह ने अपनी जनता को खुश रखने के लिए बहुत (भरसक प्रयास किये। जैसे- अकाल के समय भुखमरी के शिकार हो रहे लोगों की प्राणों की रक्षा के लिए व्यापारी के गोदाम का ताला तुड़वाकर अनाज लोगों में बाँट दिया।
प्रश्न 2. वीरनारायण सिंह को फांसी की सजा क्यों दी गई ? उत्तर- वीरनारायण सिंह को अंग्रेजों से पराजित होना पड़ा। इसलिए उन्हें बंदी बना लिया गया। उन पर राजद्रोह का मुकदमा चलाकर फाँसी की सजा दी गई।
प्रश्न 3. अंग्रेजों ने वीरनारायण सिंह को जेल में क्यों डाल दिया ?
उत्तर- वीरनारायण सिंह ने व्यापारी के गोदाम का ताला तुड़वाकर अनाज लोगों में बाँट दिया। इस बात की शिकायत व्यापारी ने अंग्रेज अफसर से कर दी। इस कारण अंग्रेजों ने वीर नारायण सिंह पर डकैती का आरोप लगाकर जेल में डाल दिया।