रिश्ते -नाते कक्षा चौथी पर्यावरण अध्ययन अध्याय 1
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यह पाठ परिवार और सामाजिक संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर केंद्रित है:
- रिश्ते-नाते (कविता): इसकी शुरुआत एक कविता से होती है जिसमें एक परिवार में हुई शादी का वर्णन किया गया है । इसमें शादी में आए मेहमानों, जैसे दादा-दादी, नाना-नानी, मामा-मामी, मौसा-मौसी और काका-काकी का उल्लेख है ।
- परिवार में बदलाव: पाठ में बताया गया है कि परिवार अलग-अलग घटनाओं के कारण कैसे बदलते हैं ।
- शादी: यह छात्रों से यह पता लगाने के लिए कहता है कि शादी के बाद कौन से नए रिश्ते बनते हैं ।
- जन्म: इसमें एक नए सदस्य (नन्ही बहन) के आने के बाद परिवार के सदस्यों के कामों और दिनचर्या में होने वाले बदलावों को समझाया गया है । इसमें यह भी बताया गया है कि परिवार के सदस्यों में शारीरिक पहचान (जैसे घुंघराले बाल) कैसे मिलती-जुलती है ।
- बदली (स्थानांतरण): एक पिता के दूसरे शहर में नौकरी की बदली होने से परिवार के जीवन में क्या बदलाव आते हैं, जैसे नए स्कूल और नए दोस्त बनाना, यह भी बताया गया है ।
- पारिवारिक इतिहास: छात्रों को अपने दादा-दादी या नाना-नानी से उनके बचपन के परिवार के बारे में पूछने और एक परिवार का वंश-वृक्ष (family tree) बनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया है ।
- सामाजिक मुद्दे: पाठ में बाल विवाह जैसे सामाजिक मुद्दों पर भी संक्षेप में बात की गई है । इसमें यह बताया गया है कि कैसे कुछ लड़कियों की कम उम्र में शादी हो जाती है और उन्हें स्कूल छोड़ना पड़ता है । इसमें इस बात पर ज़ोर दिया गया है कि बच्चों के लिए खेलना और पढ़ना बहुत ज़रूरी है और बचपन में उनकी शादी नहीं करनी चाहिए ।
1. क्या तुम भी किसी रिश्तेदार की शादी में गए हो? यदि हाँ तो किसकी?
हाँ, मैं अपने चाचा (पिता के छोटे भाई) की शादी में गया था।
2. वहाँ तुम्हारे कौन-कौन से रिश्तेदार आए?
- दादा-दादी
- मामा-मामी
- बुआ-फूफा
- चचेरे और ममेरे भाई-बहन
- नाना-नानी
3. क्या तुम सबको पहचान पाए?
अधिकांश रिश्तेदारों को पहचान पाया, लेकिन कुछ दूर के रिश्तेदारों को नहीं पहचान सका।
4. जिन रिश्तों को तुम पहचान पाए, उन सब रिश्तों के नाम लिखो।
- दादा-दादी
- मामा-मामी
- बुआ-फूफा
- चाचा-चाची
- भाई-बहन
- नाना-नानी
5. कोई ऐसा रिश्तेदार मिला, जिसे तुम पहचान नहीं पाए? वह कौन था? और तुम उन्हें क्यों नहीं पहचान पाए?
हाँ, एक रिश्तेदार मिले जिन्हें मैं नहीं पहचान सका। वह मेरे पिताजी के दूर के ममेरे भाई थे। मैंने उन्हें इसलिए नहीं पहचाना क्योंकि मैं उन्हें पहले कभी नहीं मिला था और वे हमारे घर भी कम आते हैं।
नीचे दी गई तालिका में अपनी माताजी व पिताजी की तरफ के रिश्तों के नाम लिखो
माँ से संबंधित | पिता से संबंधित |
नाना | चाचा |
कौन ? | किसके ? | क्या लगते हैं ? |
वधू | वर के पिता की | बहू |
वधू की माँ | वर की | |
वर की बहन | वधू की | |
वर का भाई | वधू का | |
वर | वधू का | पति |
वधू की बहन | वर की | |
वधू के पिता | वर के पिता के | |
वर की बहन का पति | वधू का | नन्दोई |
वधू का भाई | वर का | |
वर के बहन का बेटा | वधू का | भांजा |
मौखिक
1. तुम्हें घर में कहानियाँ कौन-कौन सुनाता है?
मुझे घर में कहानियाँ मेरी दादी और माँ सुनाती हैं।
2. तुम अपनी माँ को क्या कहकर पुकारते हो?
मैं अपनी माँ को “मम्मी” कहकर पुकारता हूँ।
3. तुम अपने रिश्तेदारों से मिलते हो तो कैसा लगता है?
रिश्तेदारों से मिलकर मुझे बहुत खुशी होती है। उनसे बात करना और समय बिताना मुझे अच्छा लगता है।
लिखित उत्तर:
1. किन-किन अवसरों पर तुम्हारे रिश्तेदार एक साथ मिलते हैं?
- शादी
- त्योहार (जैसे दिवाली, होली)
- जन्मदिन
- धार्मिक कार्य (जैसे पूजा, कथा)
- किसी विशेष आयोजन या समारोह
2. तुम्हारे मामा का बेटा तुम्हारी माँ का क्या लगेगा?
मामा का बेटा मेरी माँ का भांजा लगेगा।
3. तुम्हारे चाचा के भाई की बहन तुम्हारी माँ की क्या लगेगी?
चाचा के भाई की बहन मेरी माँ की ननद (देवरानी या जेठानी) लगेगी।
4. सीमा की दीदी की शादी हुई है। क्या तुम बता सकते हो शादी के बाद वह किन नए रिश्तों के नाम से जानी जाएगी?
शादी के बाद सीमा की दीदी के नए रिश्ते होंगे, जैसे:
- पति की तरफ से:
- पत्नी
- भाभी
- चाची
- मामी
- सीमा के परिवार के लिए:
- किसी के बहू
- किसी की भाभी
नोट: शादी के बाद रिश्ते दोनों परिवारों के साथ जुड़ जाते हैं।