सल्तनत कालीन जन-जीवन
याद रखने योग्य बातें
- 1206 ई. से 1526 ई. तक के काल को दिल्ली के सुल्तानों का काल या सल्तनत काल कहा जाता है।
- सल्तनत बनने के बाद ईरान, इराक, तुर्कीस्तान, समरकंद और बुखारा इलाके के लोग भारत में आकर बस गये।
- चंगेज खाँ, मंगोल का आक्रमणकारी था।
- बड़े अधिकारी व सेनापति को तब अमीर कहा जाता था।
- ग्रामीणों का प्रमुख व्यवसाय खेती ही था ।
- शहरों में नए तकनीक और उद्योग स्थापित हुए ।
- भवन निर्माण में जुड़ाई के लिए चूना-गारे का प्रयोग होता था ।
- कागज बनाने की कला और पुस्तक पर जिल्द चढ़ाने की कला भारत में तुर्क लाये।
- कुरता, पयजामा, कमीज तुर्कों की देन है।
- गिनती में शून्य (0) भारत की देन है।
- शेख निजामुद्दीन औलिया दिल्ली में रहने वाले सूफी संत थे।
- अमीर खुसरो शेख निजामुद्दीन के प्रिय शिष्य थे। मैं तबले और सितार की खोज अमीर खुसरो ने की थी।
- अमीर खुसरो अपने को “तोता-ए-हिन्द” कहते थे।
- तब इस्लाम में कई धाराएँ व सम्प्रदाय बन गए थे जैसे शिया, सन्नी, सूफी, इस्लामी आदि।
- कबीर व नानक इस काल के लोकप्रिय संत कवि हुए।