अभ्यास
पाठ से
प्रश्न 1. “भरी सभा में मुंडन ? इससे बढ़कर है कोई अपमान।” ये शब्द किसने, किससे और क्यों कहे ?
उत्तर- उपयुक्त शब्द तेनाली ने पहले दरबारी से इसलिए कहे कि राजा ने भरी सभा में तेनाली के बाल उतरवाने की कही।
प्रश्न 2. मुंडन किसका और क्यों हो रहा था ?
उत्तर- मुंडन तेनाली का हो रहा था क्योंकि तेनाली शतरंज के खेल में राजा से पिट जाते हैं।
प्रश्न 3. तेनाली राम ने अपनी किस चतुराई से दण्ड से मुक्ति पाई और पाँच हजार अशर्फियाँ ले ली ?
उत्तर- तेनालीराम ने राजा से कहा, मैंने अपने बाल पर पाँच हजार अशर्फियाँ उधार ली हैं। जब तक कर्जा न चुका दूँ, केश कटवाने का कोई हक नहीं है, मुझे इस प्रकार पाँच हजार अशर्फियाँ ले ली और दण्ड से मुक्ति पाई। तेनालीराम ने राजा से कहा कि मेरे माता-पिता की मृत्यु के बाद आप ही मेरे माता-पिता हैं। आपके जीवित रहते मुण्डन कराने से कही आप स्वर्ग सिधार गये तो ? यह सुनते ही राजा ने सोचा, कहीं सच में ऐसा हो गया तो ? उन्होंने तेनालीराम के दण्ड को वापस ले लिया।
प्रश्न 4. दरबारी तेनालीराम से क्यों चिढ़ते थे ? कारणों को लिखिए।
उत्तर- दरबारी तेनालीराम की बुद्धि चातुर्य, वाक्पटुता और चतुराई। से चिढ़ते थे क्योंकि उनके इन्हीं गुणों के कारण राजा कृष्ण देव राय उनसे प्रसन्न रहते थे।
भाषा से
प्रश्न 1. ‘सिर चढ़ना’- प्रस्तुत एकांकी में आपने यह मुहावरा पढ़ा। ऐसे ही सिर पर लिखे गए चार और मुहावरे लिखिए तथा वाक्यों में प्रयोग कीजिए।
उत्तर- सिर पर पैर रखकर भागना-दुम दबाकर भागना।
वाक्य प्रयोग- भारतीय सैनिकों को देखकर पाकिस्तानी सैनिक सिर पर पैर रखकर भागे।
सिर से निकल जाना-पल्ले न पड़ना ।
वाक्य प्रयोग-भूखे लोगों को ज्ञान की बातें बताने पर उनके सिर से निकल जाती हैं।
सिर धुनना पछताना |
वाक्य प्रयोग-अवसर निकलने के बाद लोग सिर धुनते हैं।
सिर पटकना-जिद करना।
प्रयोग-लोग अपनी बात मनवाने के लिए सिर पटकने लगते हैं।