दूँगी फूल कनेर के – श्री गंगाप्रसाद कक्षा 6वीं हिन्दी

अभ्यास

पाठ से

प्रश्न 1. प्रस्तुत कविता में कौन अपने गाँव आने के लिए आमंत्रण दे रहा है?

उत्तर- प्रस्तुत कविता में बालिका अपने गाँव आने के लिए आमंत्रण दे रही है।

प्रश्न 2. बालिका अपने गाँव में बुलाने के लिए क्या-क्या प्रलोभन देती है ?

उत्तर- बालिका अपने गाँव में बच्चों को बुलाने के लिए प्रलोभन देती है कि जब तुम मेरे गाँव आओगे तो टीले के ऊपर से होकर आना जहाँ बेर के कई पेड़ हैं, इनमें से तुम बेर खाते आना, इसके अतिरिक्त मिट्टी वाले शेर के मुखौटे दिलाने तथा कनेर के फूल देने की बात भी कहती है।

प्रश्न 3. कविता की किन पंक्तियों से बालिका का पर्यावरण प्रेम प्रकट होता है ?

उत्तर- कविता की निम्न पंक्तियों में बालिका का पर्यावरण प्रेम प्रकट होता है-

“बाबा ने या पेड़ लगाया, बाबू ने फल खाए हैं। भाई कैसे उसे काटने, को रहते ललचाए हैं। मेरे बचपन में ही आए, दिन कैसे अंधेर के ? आना मेरे गाँव तुम्हें मैं दूँगी फूल कनेर के।

प्रश्न 4. ‘हँसना-रोना’ तो लगा ही रहता है हर खेल में’ कविता की इस पंक्ति का क्या आशय है?

उत्तर- कविता की इस पंक्ति का आशय यह है कि हर खेल में हार-जीत तो होती रहती है। लेकिन हार से हमें निराश नहीं होना चाहिए बल्कि इससे हमें सबक लेनी चाहिए तथा आगे जीत के लिए कमर कस लेना चाहिए। कोई भी खेल हमेशा खिलाड़ी भावना से ही खेलना चाहिए।

प्रश्न 5. ‘कई मुखौटे’ तुम देखोगे मिट्टी वाले शेर के, कविता की इस पंक्ति में मुखौटे और मिट्टी वाले शेर का किन अर्थों में प्रयोग हुआ?

उत्तर- इस पंक्ति में मुखौटे और मिट्टी वाले शेर का इस अर्थ में • प्रयोग हुआ है कि व्यक्ति मुखौटे और मिट्टी वाले शेर से अपना वास्तविक चेहरा या वास्तविकता छिपा लेता है।

प्रश्न 6. ‘मेरे बचपन में ही आये, दिन कैसे अंधेर के’ इस पंक्ति में • बालिका के मन का क्या भाव प्रकट होता है ?

उत्तर- इस पंक्ति से बालिका के मन का यह भाव प्रकट होता है। कि हमारे पूर्वजों ने जो पेड़ लगाये थे उनके फल उनकी सन्तानों ने खाये और आज मैं देख रही हूँ कि कैसे बुरे दिन आ गए हैं अर्थात् मनुष्य कितना स्वार्थी, लालची हो गया है कि वह अपने स्वार्थपूर्ति के लिए हरे-भरे पेड़ों को कटवाने के लिए तत्पर है।

पाठ से आगे

प्रश्न 1. बालिका बता रही कि इस साल उसके गाँव में सड़क बनेगी। सड़क के बन जाने से गाँव और वहाँ के लोगों के जीवन में क्या-क्या परिवर्तन हो सकते हैं? सोचकर लिखिए।

उत्तर- सड़क के बन जाने से गाँव और वहाँ के लोगों के जीवन में निम्न परिवर्तन हो सकते हैं-

1. गाँव में सड़क बन जाने से आवागमन की सुविधा बढ़ जायेगी।

2. गाँव में सड़क बन जाने से लोग काम करने शहर जायेंगे।

3. गाँव में सड़क बन जाने से व्यापार में वृद्धि होगी।

4. सड़क बन जाने से गाँव और शहर में आने-जाने की सुविधा सरल हो जायेगी क्योंकि गाँव से लोग पढ़ाई व अन्य जरूरतों को पूरा करने शहर जाते हैं।

5. सड़क बन जाने से गाँव में बालिका शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा तथा स्वास्थ्य सुविधाएँ भी बढ़ेगी।

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