Edudepart

Notes of important topics

त्याग मूर्ति ठाकुर प्यारेलाल कक्षा 7वीं हिन्दी

अभ्यास

पाठ से

प्रश्न 1. ठाकुर प्यारे लाल सिंह ह वकालत ल समाज सेवा के रद्दा कइसे बनाइस ? (ठाकुर प्यारेलाल सिंह ने वकालत को समाज सेवा का रास्ता कैसे बनाया ?)

उत्तर- ठाकुर प्यारेलाल सिंह ह वकालत ल समाज सेवा के रद्दा अइसे बनाइस कि ओमन ह गरीब अउ कमजोर मनखे मन ल नियाय देवाय बर ओखर डाहर के वकालत करके ओमन ल उखर हक देवाय अनियाय के खिलाफ ओमन ह वकालत लक्ष्य ।
(ठाकुर प्यारेलाल सिंह ने वकालत को समाज सेवा का रास्ता ऐसे बनाया कि वे गरीब और कमजोर व्यक्तियों को न्याय दिलाने के लिए उनकी तरफ से वकालत करके उन्हें उनका हक दलाते थे। अन्याय के खिलाफ वे वकालत की लड़ाई लड़ते थे।)

प्रश्न 2. छत्तीसगढ़ राज के निरमान खातिर जुझहया नेता ठाकुर प्यारेलाल ल काबर कहे गे हे ? (छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण के लिए जुझारू नेता ठाकुर प्यारेलाल को क्यों कहा गया ?)

उत्तर- ठाकुर प्यारेलाल ह किसान, मजदूर, बनिहार मन ल सकेल के उकर अधिकार के रक्षा बर अंगरेजी सरकार के संग लड़ाई लहिन अउ कई बेर जेल गइन। छत्तीसगढ़ राज के निरमान खातिर जुझइया नेता ठाकुर प्यारेलाल ल कहे गेहे। (ठाकुर प्यारेलाल ने किसान, मजदूर और बनिहार लोगों को एकत्र कर उनके अधिकार की रक्षा के लिए अंग्रेजी सरकार के साथ लड़ाई लड़ी और कई बार जेल गए इसलिए छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण के लिए जुझारू नेता ठाकुर प्यारेलाल को कहा गया है।)

प्रश्न 3. ठाकुर प्यारेलाल ह पढ़ाई में बाधा आय के आगु के पढ़ाई कइसे करिस ? (ठाकुर प्यारेलाल पढ़ाई में बाधा आने के बाद आगे की पढ़ाई कैसे किए ?)

उत्तर- ठाकुर प्यारेलाल ह पढ़ाई में बाधा आय के आगु के पढ़ाई ल जारी रखना चाहीस वोहर बी. ए. की परीक्षा पास करने के बाद इलाहाबाद विश्व विद्यालय से 1916 मा वकालत के परीक्षा घलो पास करिन । (ठाकुर प्यारेलाल पढ़ाई में बाधा आने के बाद भी आगे की पढ़ाई को जारी रखना चाहा। उन्होंने बी.ए. की परीक्षा पास करने के बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय से 1916 में वकालत की परीक्षा भी पास किया।)

प्रश्न 4. ठाकुर प्यारेलाल स्वदेशी भावना ल कहाँ-कहाँ तक बढ़ाइस अउ ओखर जनता मे का का परभाव परिस ? (ठाकुर प्यारेलाल ने स्वदेशी भावना को कहाँ-कहाँ तक बढ़ाया और उसका जनता में क्या-क्या प्रभाव पड़ा ?)

उत्तर- ठाकुर प्यारेलाल स्वदेशी भावना ल राजनांदगाँव के सगे-संग तीर तरवार के गांव म घलो राष्ट्रीय चेतना के विस्तार करीन एकर से जनता मे चलो राष्ट्रीय एकता अउ राष्ट्रीय चेतना के परति समरपन के पर भाव पड़िस (ठाकुर प्यारेलाल ने स्वदेशी भावना को राजनांदगाँव के साथ-ही- साथ आसपास के गाँवों तक बढ़ाया, इससे जनता में राष्ट्रीय एकता और राष्ट्रीय चेतना के प्रति समर्पण का प्रभाव पड़ा।

प्रश्न 5. भूदान आंदोलन के का मतलब होये, अउ प्यारेलाल के भूदान आंदोलन म का योगदान रहिस ? लिखव । (भूदान आंदोलन का क्या मतलब होता है और प्यारेलाल का भूदान आंदोलन में क्या योगदान रहा लिखिए।)

उत्तर-भूदान आंदोलन के मतलब हे भूमिहीन खेतिहर मजदूर ल भूस्वामी बनाना। भूदान आंदोलन म ठाकुर प्यारेलाल सिंह ह सिपाही के जैसे काम करिन। ओमन जेन गाँव म जावय उहाँ मालगुजार अ बड़े किसान मन अपन जमीन के हिस्सा दान कर देवय। (भूदान आंदोलन का मतलब है कि भूमिहीन खेतिहर मजदूरों को भू-स्वामी बनाना। भूदान आंदोलन में ठाकुर प्यारेलाल सिंह ने एक सिपाही की तरह कार्य किया। वे जिस गाँव में जाते थे वहाँ के मालगुजार और बड़े किसान अपनी जमीन का हिस्सा दान कर देते थे।)

प्रश्न 6. शिक्षा के क्षेत्र म ठाकुर साहेब के का योगदान रहिस ? (शिक्षा के क्षेत्र में ठाकुर साहब का क्या योगदान रहा ?)

उत्तर-ओ समय के सी. पी. बरार म जब कांग्रेस के अंतरिम सरकार बनिस त डॉ. खरे के मंत्रिमण्डल म ठाकुर साहेब शिक्षा मंत्री बनिन । छत्तीसगढ़ एजुकेशन सोसाइटी के स्थापना ईकर अगुवाई में करे गिस जेन ह छत्तीसगढ़ कॉलेज शुरू करिस ओ ह छत्तीसगढ़ के पहिली महाविद्यालय रहिस। (उस समय के सी. पी. बरार में जब कांग्रेस की अन्तरिम सरकार बनी तब डॉ. खरे के मन्त्रिमण्डल में ठाकुर साहब शिक्षा मन्त्री बने । छत्तीसगढ़ एजुकेशन सोसाइटी की इन्ही की अगुवाई में की गई, जिसने छत्तीसगढ़ कॉलेज प्रारम्भ किया। यह छत्तीसगढ़ का प्रथम महाविद्यालय था।)

पाठ से आगे

1. खिलाड़ी भावना के का अर्थ होये-अउ वोकर अपन जीवन मे कैसे प्रयोग करे जा सकये ? कक्षा मे समूह में चर्चा कर लिखव

उत्तर- खिलाड़ी भावना के अर्थ ये होये कि खेल के मैदान मा जी जान से लगे रहना। जीवन मा ऐखर परयोग करे ले सफलता जरूर मिलये। खेल के नियम के पालन करना भी जरूरी होये अनुशासन ल बनाए रखना भी जरूरी हावे जीवन ल भी खेल-खेल मा काकरो ले पक्षपात करे बिना जीना चाही।

प्रश्न 2. ठाकुर प्यारेलाल जइसन छत्तीसगढ़ के कोन कोन नेता रहिन वोकर आजादी में का का योगदान रहिस शिक्षक अउ साथी से जानकारी प्राप्त करव । ? (ठाकुर प्यारेलाल जैसे छत्तीसगढ़ के कौन-कौन नेता हुए ? उनका आजादी में क्या-क्या योगदान रहा ? शिक्षक और साथी से जानकारी प्राप्त करो।)

उत्तर- ठाकुर प्यारेलाल जइसन छत्तीसगढ़ के पं. सुन्दरलाल शर्मा, वीर नारायणसिंह, डॉ. खूबचंद बघेल, पं. रविशंकर शुक्ल जइसन नेता होइन । वोकर आजादी में किसान अउ मजदूर के दुःख पीरा ल हरे बर अउ अंगरेजी शासन ल खतम करेबर बहुत योगदान रहिस। (ठाकुर प्यारेलाल जैसे छत्तीसगढ़ के पं. सुन्दरलाल शर्मा, वीरनारायण सिंह, डॉ. खूबचंद बघेल, पं. रविशंकर शुक्ल जैसे नेता हुए जिनका आजादी के लिए मजदूरों और किसानों के दुःख दूर करने में तथा अंग्रेजी शासन को खत्म करने में योगदान रहा।)