Tag Class 4 Hindi

मैनपाट की सैर कक्षा चौथी विषय हिन्दी पाठ 2

मैनपाट की सैर कक्षा चौथी विषय हिन्दी पाठ 2 हिल-स्टेशन मैनपाट चारों ओर से प्राकृतिक सौंदर्य, जलप्रपातों से भरा-पूरा है। मैनपाट का कोना-कोना दर्शनीय है। पर्यटक यहाँ आकर अतीव सुख और शांति का अनुभव करते हैं। लोगों के शोरगुल, वाहनों…

सावन आगे छत्तीसगढ़ी कक्षा चौथी विषय हिन्दी पाठ 3

सावन आगे छत्तीसगढ़ी कक्षा चौथी विषय हिन्दी पाठ 3 बादर ऊपर बादर छागे।चल भइया, अब सावन आगे।।अब तरसे-मन हा नइ तरसे,रिमझिम-रिमझिम पानी बरसे,अइसे लगथे अब किसान ला,जइसे दाई थारी परसे।सब किसान के सुसी बुतागे।अलकरहा बिजली जब बरथे,घुडुर -घुडुर तब बादर…

राजिम मेला सहेली को पत्र कक्षा चौथी विषय हिन्दी पाठ 16

राजिम मेला सहेली को पत्र कक्षा चौथी विषय हिन्दी पाठ 16 शंकर नगर, रायपुर(छत्तीसगढ़)22 दिसम्बर, 2010 मैं यहाँ पर अच्छी हूँ। तुम कैसी हो? तुम्हारी पढ़ाई कैसी चल रही है। हमारे स्कूल में अभी खेल प्रतियोगिताएँ चल रही हैं। मैं…

चल रे तुमा बाटे बाट छत्तीसगढ़ी कक्षा 4 हिन्दी पाठ 17

चल रे तुमा बाटे बाट छत्तीसगढ़ी कक्षा 4 हिन्दी पाठ 17 तइहा के बात आय। एक गाँव म एक झन डोकरी राहय। ओकर राहय एक झन बेटी, तेन ह अपन ससुराल चल दे राहय। डोकरी के बेटी के गाँव ह…

पिंजरे का जीवन कक्षा चौथी विषय हिन्दी पाठ 18

पिंजरे के तोते से बोलीछत पर बैठी मैना।“बड़े मजे से तुम रहते होबोलो ये सच है ना ? बैठे-बैठे मिल जाते हैंभाँति-भाँति के व्यंजन।काश! मुझे भी मिल पाताजो इस पिंजरे का जीवन। भोजन औ जल की तलाश मेंहम दिन-रात भटकते।तब…

कोलिहा खोलिस चश्मा दुकान छत्तीसगढ़ी कक्षा चौथी विषय हिन्दी पाठ 8

कोलिहा खोलिस चश्मा दुकान छत्तीसगढ़ी कक्षा चौथी विषय हिन्दी पाठ 8 जंगल म एक कोलिहा रहय। कोलिहा बड़ चतुरा रहय। एक दिन वो अपन माड़ाम बइठे-बइठे सोचिस, जंगल म चश्मा के दुकान खोले जाय। जंगल के चिरइ-चुरगुनअउ छोटे-बड़े जानवर चश्मा…

कुकू और भूरी कक्षा चौथी विषय हिन्दी पाठ 12

कुकू और भूरी कक्षा चौथी विषय हिन्दी पाठ 12 दो मुर्गियाँ थीं- कूकू और भूरी। दोनों एक पुराने दड़बे में रहती थीं। दोनों को डींग मारने और शान बघारने का बहुत शौक था। आप सोचते होंगे कि कूकू और भूरी…

अनदान के परब छेरछेरा छत्तीसगढ़ी कक्षा चौथी विषय हिन्दी पाठ 13

अनदान के परब छेरछेरा छत्तीसगढ़ी कक्षा चौथी विषय हिन्दी पाठ 13 छत्तीसगढ़ म छेरछेरा ल पूस महिना के अँजोरी पाख म पुन्नी के दिन परब बरोबरमनाय जाथे। किसान अपन फसल ल मींज-कूट के कोठी-ढाबा म धर लेथें। इन्द्रदेव के किरपा…

उर्जा की बज़त कक्षा चौथी विषय हिन्दी पाठ 14

उर्जा की बज़त कक्षा चौथी विषय हिन्दी पाठ 14 जाड़े के दिन थे। मीनू अपने आँगन में रस्सी कूद रही थी- एक, दो, तीन, चार.. पच्चीस तक आते-आते थककर हाँफने लगी। उसकी माँ सोलर कुकर में दाल,चावल, आलू रख रही…

चूड़ीवाला कक्षा चौथी विषय हिन्दी पाठ 15

चूड़ीवाला कक्षा चौथी विषय हिन्दी पाठ 15 मैं अपनी गुड़िया से खेल रही थी कि बाहर से किसी ने लंबी हाँक लगाई, ‘चूड़ियाँ ले लो,चूड़ियाँ। फिर किसी ने कहा, “अरे नन्हीं, बाहर आकर देखो तो। तुम्हारे लिए चूड़ियाँ लाया हूँ।”मैं…