रामानन्दी सम्प्रदाय (बैरागी सम्प्रदाय) के प्रवर्तक रामानन्दाचार्य का जन्म सम्वत् 1236 में हुआ था।रामानन्द जी के पिता का नाम पुण्यसदन और माता का नाम सुशीला देवी था।
श्री रामानंद मध्ययुगीन उदार चेतना के जन्मदाता, भक्ति आंदोलन के प्रवर्तक, तथा तत्कालीन धार्मिक तथा समाजिक चेतना के मार्गदर्शक थे।
उन्होंने भारत की सांस्कृतिक जीवन धारा को अक्षुण्य प्रवाहित करने में महत्वपूर्ण योगदान किया। वे वास्तव में कबीर तथा तुलसी के प्रेरणास्रोत थे। श्री रामानंद जिस युग में हुए वह भारत के इतिहास में धर्म, संस्कृति तथा समाज के ह्रास का काल था।