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बाजार दर्शन : जैनेन्द्र कुमार
बाजार दर्शन पाठ का सार (Summary) “बाजार दर्शन” जैनेंद्र कुमार जी द्वारा लिखित एक रोचक निबंध है। जिसमें उन्होंने बाजार के बारे में खुलकर अपने दिल की बात सामने रखी हैं। वे अपने परिचितों, मित्रों से जुड़े अनुभव बताते हुए यह स्पष्ट करते हैं कि बाजार की जादुई ताकत कैसे हमें अपना गुलाम बना लेती है।…
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बगुलों के पंख : उमा शंकर जोशी
बगुलों के पंख कविता का सार (Summary) बगुलों के पंख कविता के कवि उमा शंकर जोशी जी है। बगुलों के पंख कविता प्रकृति के एक सुंदर दृश्य को प्रस्तुत करती है। कवि काले बादलों से भरे आकाश में पंक्ति बनाकर उड़ते सफेद बगुलों को देखता है। वे काले बादलों के ऊपर तैरती हुई सांयकाल की श्वेत…
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छोटा मेरा खेत :उमा शंकर जोशी
छोटा मेरा खेत कविता का पाठ सार (Summary) ‘छोटा मेरा खेत’ कविता में कवि ने कागज़ को खेत के रूप में प्रस्तुत किया है। कवि को कागज का पन्ना एक चौकोर खेत की तरह लगता है। इस खेत में किसी आँधी के प्रभाव से किसी क्षण एक बीज बोया जाता है। कहने का तात्पर्य यह है…
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कैमरे में बंद अपाहिज : रघुवीर सहाय
कैमरे में बंद अपाहिज कविता का सार (Camere Mein Band Apahij Summary) “कैमरे में बंद अपाहिज” कविता के कवि ‘रघुवीर सहाय जी’ हैं। “कैमरे में बंद अपाहिज” कविता को उनके काव्य संग्रह “लोग भूल गए हैं” से लिया गया है। यह एक व्यंग्यात्मक कविता है। दूरदर्शन के संचालक जिस तरीके से अपाहिज लोगों से बार-बार बेतुके…
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बात सीधी थी पर : कुँवर नारायण
बात सीधी थी पर कविता का सार (Baat Seedhi Thi Par Summary) “बात सीधी थी पर” कविता के कवि ‘कुँवर नारायण जी’ हैं । यह कविता उनके काव्य संग्रह “कोई दूसरा नहीं” से ली गई है। इस कविता में किसी बात को कहने के लिए भाषा की सहजता व सरलता में जोर दिया गया हैं…
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कविता के बहाने : कुँवर नारायण
कविता के बहाने पाठ कविता का सार (Kavita ke Bahaane Summary) कविता के बहाने कविता के कवि कुँवर नारायण हैं। इनकी कविता ‘कविता के बहाने’ उनके ‘इन दिनों’ संग्रह से ली गई है। आज का समय कविता के वजूद को लेकर चिंतित है। कवि को शक है कि आधुनिक यंत्रों के दबाव से कविता का…
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पतंग : आलोक धन्वा
पतंग कविता का सार (पतंग Summary) कविता पतंग आलोक धन्वा के एकमात्र संग्रह का हिस्सा है। यह एक लंबी कविता है जिसके तीसरे भाग को आपको पाठ्यपुस्तक में शामिल किया गया है। पतंग के बहाने इस कविता में बालसुलभ इच्छाओं एवं उमंगों का सुंदर चित्रण किया गया है। कवि कहते हैं कि सावन के महीने…
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एक गीत : हरिवंश राय बच्चन
‘एक गीत’ कविता का सार – (EK Geet Summary) ‘एक गीत’ कविता हरिवंश राय बच्चन जी द्वारा रचित उनके काव्य संग्रह ‘निशा निमंत्रण’ में संकलित है। अपने लक्ष्य की प्राप्ति की होड़ में समय जल्दी-जल्दी गुजरता हुआ प्रतीत होता है इसी को समझाते हुए इस कविता में कवि कहते हैं कि कहीं रास्ते में ही…
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आत्मपरिचय : हरिवंश राय बच्चन
आत्मपरिचय आत्मपरिचय कविता का सार (Atmaparichay Summary) ‘आत्मपरिचय’ कविता हरिवंश राय बच्चन जी द्वारा रचित उनके काव्य संग्रह ‘निशा निमंत्रण’ में संकलित है। इस कविता में कवि ने व्यक्ति और संसार का घनिष्ट सम्बन्ध दर्शाया है। इस सम्बन्ध के कारण संसार से निरपेक्ष रहना संभव नहीं है। कवि कहता है कि वह संसार में जीवन का भार…
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कक्षा 8 विज्ञान वार्षिक बोर्ड परीक्षा का मॉडल उत्त्तर २०२५
कक्षा 8 विज्ञान बोर्ड वार्षिक परीक्षा का मॉडल उत्त्तर २०२५ (क) सही विकल्प चुनकर लिखिए:- (ख) खाली स्थान भरियेः- अतिलघुत्तरीय प्रश्न लघुत्तरीय प्रश्न-भाग-1 लघु उत्तरीय प्रश्न-भाग-2 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न-भाग-1 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न-भाग-2