Your cart is currently empty!
— by
भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम कक्षा 8 इतिहास

857 के विद्रोह के पूर्व अंग्रेजों की नीतियों से असंतोष
1857 के विद्रोह से पहले अंग्रेजों की विभिन्न नीतियों के कारण भारतीय शासक और जनता अत्यधिक त्रस्त थे। अंग्रेजों द्वारा अपनाई गई विभिन्न नीतियों से असंतोष बढ़ता गया, जिसके कारण विद्रोह की पृष्ठभूमि तैयार हुई।
असंतोष के प्रमुख कारण:
- झाँसी का विलय (1853) – झाँसी के मृत राजा के दत्तक पुत्र को अंग्रेजों ने उत्तराधिकारी नहीं माना और राज्य पर कब्जा कर लिया।
- पेशवा बाजीराव की पेंशन बंद (1851) – पेशवा बाजीराव द्वितीय की मृत्यु के बाद उसके दत्तक पुत्र नाना साहब की पेंशन बंद कर दी गई।
- अवध का अधिग्रहण – नवाब वाजिद अली शाह पर कुशासन का आरोप लगाकर 1856 में अवध को ब्रिटिश साम्राज्य में मिला लिया गया।
- नई लगान-व्यवस्था – अंग्रेजों की नीतियों से जमींदारों और भूमिस्वामियों की शक्ति समाप्त हो गई।
इन नीतियों से शासक, सैनिक, जमींदार, भूमिस्वामी, कारीगर आदि सभी वर्ग प्रभावित हुए, जिससे असंतोष बढ़ता गया और विद्रोह की स्थिति बनी।
1857 के विद्रोह के प्रमुख कारणों का संक्षिप्त विवरण
1. किसानों और दस्तकारों की बदतर हालत
- अंग्रेजों की भू-राजस्व नीतियों से किसान आर्थिक रूप से कमजोर हो गए।
- साहूकारों से कर्ज लेना पड़ा और जमीन-जायदाद बेचनी पड़ी, जिससे बेरोजगारी बढ़ी।
- कंपनी की पक्षपातपूर्ण चुंगीकर नीति से भारतीय दस्तकार एवं शिल्पी भी बेरोजगार हो गए।
2. भारतीयों की नागरिक एवं सैनिक सेवाओं में उपेक्षा
- अंग्रेजों की नीतियों से कृषि, उद्योग एवं व्यापार का पतन हुआ।
- भारतीयों को उच्च पदों से वंचित रखा गया और केवल छोटे पदों पर रखा जाता था।
- न्यायिक, सैनिक एवं नागरिक सेवाओं में भेदभाव किया गया।
3. भारतीय सैनिकों में असंतोष
- भारतीय सैनिकों के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार किया जाता था।
- ऊँचे पद नहीं दिए जाते थे और वेतन भी कम था।
- धार्मिक परंपराओं पर प्रतिबंध था, जैसे तिलक लगाना, पगड़ी बाँधना आदि।
- सैनिकों को समुद्र पार भेजा जाता था, जो धर्मविरुद्ध माना जाता था।
- 1856 में नई एनफील्ड रायफल के कारतूसों में चर्बी होने की आशंका से धार्मिक भावनाएँ आहत हुईं।
4. असंतोष का दावानल
- 29 मार्च 1857 को बैरकपुर में मंगल पांडे ने अंग्रेज अधिकारी हयूसन पर गोली चलाई।
- यह विद्रोह मेरठ, दिल्ली, कानपुर, झाँसी, लखनऊ आदि तक फैल गया।
- 10 मई 1857 को मेरठ छावनी के सैनिकों ने विद्रोह किया और दिल्ली की ओर बढ़े।
5. विद्रोह के प्रमुख केंद्र एवं नेता
- दिल्ली – बहादुर शाह जफर (नेतृत्व), सेनापति बख्त खाँ (संचालन)
- लखनऊ – बेगम हजरत महल
- कानपुर – नाना साहब, तात्या टोपे
- झाँसी – रानी लक्ष्मीबाई
- बिहार – कुँवर सिंह
- रुहेलखंड – अहमदुल्ला
- छत्तीसगढ़ – हनुमान सिंह, वीर नारायण सिंह
6. सामाजिक एवं धार्मिक सुधारों का विरोध
- अंग्रेजों ने सती प्रथा, बाल विवाह के विरोध में कानून बनाए और विधवा विवाह को प्रोत्साहित किया।
- रूढ़िवादी समाज ने इन सुधारों का विरोध किया।
- ईसाई धर्म के प्रचार-प्रसार से भी असंतोष बढ़ा।
➡ निष्कर्ष: 1857 का विद्रोह भारतीय समाज के विभिन्न वर्गों में अंग्रेजों के प्रति असंतोष का परिणाम था, जिसमें किसान, सैनिक, दस्तकार, व्यापारी, एवं राजाओं ने हिस्सा लिया।
छत्तीसगढ़ में 1857 का विप्लव – संक्षिप्त नोट्स
वीर नारायण सिंह और सोनाखान विद्रोह
- स्थान: सोनाखान, बलौदाबाजार (रायपुर)
- व्यक्ति: वीर नारायण सिंह (सोनाखान के जमींदार)
- घटना:
- 1856 में भीषण अकाल, जनता भूख से मरने लगी।
- वीर नारायण सिंह ने व्यापारी के गोदाम से अनाज लेकर जनता में वितरित किया।
- अंग्रेजों ने उन्हें गिरफ्तार कर रायपुर जेल में डाल दिया।
- 1857 विद्रोह में भूमिका:
- जेल से भागकर 500 किसानों की सेना बनाई।
- 1 दिसंबर 1857 को अंग्रेजों से युद्ध।
- पड़ोसी देवरी के जमींदार ने अंग्रेजों की मदद की, जिससे वीर नारायण सिंह गिरफ्तार हुए।
- 10 दिसंबर 1857 को रायपुर में फाँसी।
रायपुर में क्रांतिकारी गतिविधियाँ
- हनुमान सिंह राजपूत:
- रायपुर फौजी छावनी में मेग्जीन लश्कर थे।
- 18 जनवरी 1858 को अंग्रेज अफसर सिडवेल की हत्या कर फरार हुए।
- स्वतंत्रता संग्राम जारी रखा।
- 22 जनवरी 1858 को 17 स्वतंत्रता सेनानियों को फाँसी:
- शहीदों के नाम: गांजी खाँ, शिवनारायण, गुलीन, अब्दुल हमात, पन्नालाल, मातादीन, बलिहू, ठाकुरसिंह, अकबर हुसैन, लालसिंह, परमानंद, बदलू, दुर्गाप्रसाद, शोभाराम, नूर मोहम्मद, देवदीन, शिव गोविंद।
- सभी जाति और धर्मों के लोग विद्रोह में शामिल थे, जिससे राष्ट्रीय एकता का प्रमाण मिलता है।
1857 विद्रोह की असफलता के कारण
- नेतृत्व का अभाव: विद्रोहियों के पास एक मजबूत केंद्रीय नेतृत्व नहीं था।
- हथियारों की कमी: अंग्रेजों की आधुनिक सेना के मुकाबले भारतीयों के पास अपर्याप्त हथियार थे।
- शिक्षित वर्ग एवं रजवाड़ों का समर्थन नहीं: अधिकांश राजा और शिक्षित वर्ग विद्रोह में नहीं जुड़े।
- परिणाम:
- विद्रोह असफल रहा, लेकिन इससे भारतीयों में राष्ट्रीय चेतना और स्वतंत्रता की भावना मजबूत हुई।
- अंग्रेजों में डर बना रहा, जिससे आगे राष्ट्रवाद का उदय हुआ।
1858 का भारत सरकार अधिनियम
- प्रमुख बिंदु:
- 1 नवंबर 1858 को महारानी विक्टोरिया का घोषणा पत्र जारी हुआ।
- परिणाम:
- ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन समाप्त।
- भारत का शासन सीधे ब्रिटिश सरकार के अधीन आया।
- भारतीयों के धर्म, संस्कृति, परंपराओं की रक्षा का आश्वासन।
- गवर्नर जनरल का पद “वायसराय” बना, जो भारत में ब्रिटिश सम्राट का प्रतिनिधि था।
निष्कर्ष:
1857 का विद्रोह भले ही असफल रहा, लेकिन इसने स्वतंत्रता संग्राम की नींव रखी। वीर नारायण सिंह और उनके साथियों का बलिदान राष्ट्रीयता और स्वतंत्रता की प्रेरणा बना।
याद रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें
- ब्रिटिश शासन के खिलाफ विद्रोह सन् 1765 से 1856 तक कई बार हुआ लेकिन इसे दबा दिया गया। ब्रिटिश शासन की जड़े हिला देने वाली क्रांति 10 मई सन् 1857 को मेरठ से हुई, जिसे भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के नाम से जाना ‘जाता है।
- सन् 1857 की क्रांति के समय प्रमुख नेतृत्वकर्ता-नवाब साहब, कुंवर सिंह, रानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे, बेगम हजरत महल, बर शाह जफर और मंगल पाण्डे आदि थे।
- सन् 1857 के स्वतंत्रता संग्राम का तात्कालिक कारण चर्बी वाले कारतूस का प्रयोग था। उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखण्ड, छत्तीसगढ़ और दिल्ली आदि राज्य स्वतंत्रता संग्राम के मुख्य केन्द्र रहे।
- सन् 1857 की क्रांति के समय लार्ड केलिंग भारत के गवर्नर जनरल थे। प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में छत्तीसगढ़ क्षेत्र में सोनाखान के जमींदार बोरनारायण सिंह की भूमिका रही।
- शहीद वीरनारायण सिंह को वर्तमान उपस्तंभ चौक में सबके सामने फाँसी पर लटका दिया गया था।
- 18 जनवरी सन् 1858 को फौजी हनुमान सिंह राजपूत ने सिडवेल नामक सैनिक अधिकारी की हत्या कर दी थी।
- छत्तीसगढ़ के 17 क्रांतिवीरों को 22 जनवरी सन् 1858 को सार्वजनिक रूप से फाँसी पर लटका दिया था।
अभ्यास प्रश्न
प्रश्न 1. खाली स्थान भरिए-
(1) ब्रिटिश कम्पनी ने किसानों को……की खेती करने को विवश किया।
(2) हनुमान सिंह को छत्तीसगढ़ का………..कहा जाने लगा।
(3) दिल्ली के अंतिम मुगल बादशाह…….थे ।
(4) इंग्लैण्ड की महारानी……..ने 1 नवम्बर सन् 1858 को एक घोषणा पत्र जारी किया।
उत्तर- (1) नील, (2) मैग्नीज लश्कर, (3) बहादुर शाह जफर, (4) विक्टोरिया ।
प्रश्न 2. सन् 1857 के प्रमुख नेताओं के नाम को उनके स्थानों से सही-सही मिलाइये-
1. कुंवर सिंह | (क) कानपुर |
2. तात्या टोपे | (ख) मोनाखान |
3. लक्ष्मी बाई | (ग) लखनऊ |
4. हजरत महल | (घ) बिहार |
5. वीरनारायण सिंह | (ङ) झाँसी। |
उत्तर-1, (घ), 2. (क), 3. (ङ), 4, (ग), 5. (ख)।
प्रश्न 3. सत्य / असत्य लिखिए-
(1) चर्बी वाले कारतूसों को घटना सन् 1857 के विद्रोह से सम्बन्धित नहीं है।
(2) डलहौजी के साम्राज्य विस्तार की नीति से देशी राजाओं को बहुत लाभ हुआ।
उत्तर- (1) असत्य, (2) असत्य
प्रश्न 4. प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(1) 1857 के पूर्व अंग्रेजों की सेना के भारतीय सिपाहियों में असंतोष क्यों था ?
उत्तर-सन् 1857 के पूर्व अंग्रेजों की सेना के भारतीय सिपाहियों में व्याप्त असंतोष का कारण निम्नलिखित था-
(1) अंग्रेज सैनिक अधिकारी उन्हें घृणा की दृष्टि से देखते थे। (2) अंग्रेजी सेना में भारतीय सैनिकों की संख्या, अंग्रेजी सैनिकों की तुलना में पाँच गुना थी लेकिन उन्हें उच्च पद नहीं दिया जाता था। (3) गोरे सैनिकों को भारतीय सैनिकों से ज्यादा वेतन दिया जाता था। (4) भारतीय सैनिकों पर तिलक लगाना, दाढ़ी रखना, पगड़ी बाँधना जैसे पारम्परिक कार्यों पर रोक लगा दिया गया था। (5) भारतीय सैनिकों को समुद्र पार भेजा जाता था, जबकि उन दिनों धार्मिक मान्यता के अनुसार यह धर्म विरुद्ध था। (6) सैनिकों को आशंका थी कि कारतूसों में गाय या सूअर की चर्बी मिली हुई थी।
(2) सन् 1858 के महारानी की घोषणा पत्र में भारतीयों को कौन-कौन से आश्वासन दिए गए थे ?
उत्तर- इंग्लैण्ड की महारानी विक्टोरिया ने । नवम्बर सन् 1858 को एक घोषणा पत्र द्वारा भारतीय जनता को निम्नलिखित आश्वासन दिए थे- (1) कम्पनी का शासन समाप्त कर भारत का शासन सीधे इंग्लैण्ड के संसद द्वारा संचालित करने की घोषणा की गई थी। (2) भारतीय जनता की धार्मिक भावनाओं व सामाजिक रोति-रिवाजों पर हस्तक्षेप न करने की नीति लागू करने का आश्वासन दिया गया। (3) प्राचीन परम्पराओं का संरक्षण व सम्मान का आश्वासन दिया गया। (4) अब गवर्नर जनरल का पद समाप्त कर दिया गया और वायसराय की नियुक्ति का प्रावधान किया गया। सैद्धांतिक दृष्टि से महारानी विक्टोरिया का यह घोषणा पत्र बहुत महत्त्वपूर्ण और लोक लुभावना था।
(3) सन् 1857 का विद्रोह क्यों असफल रहा ?
उत्तर- असफलता के मुख्य कारण निम्नलिखित थे- (1) समय से पहले क्रान्ति का आरम्भ, (2) एक उद्देश्य का न होना, (3) योग्य नेता का न होना, (4) केन्द्रीय योजना का अभाव, (5) साधनों का अभाव, (6) सीमित क्षेत्र, (7) जनक्रान्ति का न होना।
भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम (1857) पर 20 MCQ:
अध्याय 4: भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम
- 1857 का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम कहाँ से प्रारंभ हुआ था?
a) दिल्ली
b) लखनऊ
c) मेरठ
d) झाँसी
उत्तर: c) मेरठ - सन् 1857 की क्रांति के तात्कालिक कारण क्या था?
a) अंग्रेजों की व्यापार नीति
b) चर्बी वाले कारतूस
c) किसानों पर अत्याचार
d) धार्मिक हस्तक्षेप
उत्तर: b) चर्बी वाले कारतूस - 1857 के विद्रोह के समय भारत का गवर्नर जनरल कौन था?
a) डलहौजी
b) केनिंग
c) वॉरेन हेस्टिंग्स
d) कॉर्नवालिस
उत्तर: b) केनिंग - रानी लक्ष्मीबाई का मुख्य केन्द्र कहाँ था?
a) कानपुर
b) ग्वालियर
c) झाँसी
d) दिल्ली
उत्तर: c) झाँसी - सन् 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में बहादुर शाह जफर का सम्बंध किस स्थान से था?
a) मेरठ
b) दिल्ली
c) कानपुर
d) झाँसी
उत्तर: b) दिल्ली - कुंवर सिंह किस राज्य के प्रमुख नेता थे?
a) उत्तर प्रदेश
b) मध्य प्रदेश
c) बिहार
d) राजस्थान
उत्तर: c) बिहार - छत्तीसगढ़ के किस क्रांतिकारी को फाँसी दी गई?
a) तात्या टोपे
b) वीरनारायण सिंह
c) हजरत महल
d) मंगल पाण्डे
उत्तर: b) वीरनारायण सिंह - सन् 1857 की क्रांति के प्रमुख नेता मंगल पाण्डे किस सेना से जुड़े थे?
a) मद्रास रेजीमेंट
b) बंगाल रेजीमेंट
c) बॉम्बे रेजीमेंट
d) राजपूताना रेजीमेंट
उत्तर: b) बंगाल रेजीमेंट - सन् 1857 के विद्रोह का मुख्य उद्देश्य क्या था?
a) धार्मिक सुधार
b) ब्रिटिश शासन का अंत
c) कृषि सुधार
d) व्यापार में स्वतंत्रता
उत्तर: b) ब्रिटिश शासन का अंत - सन् 1858 में महारानी विक्टोरिया के घोषणा पत्र में भारतीयों को क्या आश्वासन दिया गया था?
a) धर्म और सामाजिक रीति-रिवाजों की रक्षा
b) भारतीयों को समान अधिकार
c) भारतीय सेना का निर्माण
d) प्रशासनिक स्वतंत्रता
उत्तर: a) धर्म और सामाजिक रीति-रिवाजों की रक्षा - “तात्या टोपे” का वास्तविक नाम क्या था?
a) रामचंद्र पांडेय
b) रामचंद्र पांडे
c) रामचंद्र पांडेय राव
d) रामचंद्र पांडुरंग
उत्तर: d) रामचंद्र पांडुरंग - कौन-सा कारण 1857 की क्रांति की असफलता का था?
a) एकता की कमी
b) पर्याप्त संसाधन
c) अच्छे नेतृत्व की उपस्थिति
d) समय की अधिकता
उत्तर: a) एकता की कमी - किस स्थान पर 1857 का विद्रोह सबसे अधिक प्रभावी था?
a) पंजाब
b) अवध
c) मद्रास
d) बंगाल
उत्तर: b) अवध - मंगल पाण्डे ने किसके खिलाफ विद्रोह किया?
a) ब्रिटिश सैनिक
b) भारतीय सैनिक
c) मुगल सैनिक
d) फ्रांसीसी सैनिक
उत्तर: a) ब्रिटिश सैनिक - 1857 की क्रांति को क्या कहा गया?
a) सैनिक विद्रोह
b) किसानों का विद्रोह
c) भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम
d) सामंती विद्रोह
उत्तर: c) भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम - किसने सन् 1857 में अंग्रेजों के खिलाफ ग्वालियर पर कब्जा किया?
a) तात्या टोपे
b) रानी लक्ष्मीबाई
c) कुंवर सिंह
d) मंगल पाण्डे
उत्तर: b) रानी लक्ष्मीबाई - कौन-सा क्षेत्र सन् 1857 के स्वतंत्रता संग्राम का मुख्य केंद्र नहीं था?
a) दिल्ली
b) झाँसी
c) मद्रास
d) कानपुर
उत्तर: c) मद्रास - सन् 1857 के विद्रोह के दौरान लखनऊ के नेतृत्वकर्ता कौन थे?
a) तात्या टोपे
b) कुंवर सिंह
c) हजरत महल
d) रानी लक्ष्मीबाई
उत्तर: c) हजरत महल - 1857 की क्रांति का कौन-सा सैनिक कारण था?
a) सैनिकों को समुद्र पार भेजा जाना
b) ज्यादा वेतन
c) उच्च पदों पर नियुक्ति
d) धार्मिक स्वतंत्रता
उत्तर: a) सैनिकों को समुद्र पार भेजा जाना - 1857 के विद्रोह के बाद भारत का शासन किसके हाथ में आ गया?
a) ब्रिटिश संसद
b) ईस्ट इंडिया कंपनी
c) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
d) मुगल साम्राज्य
उत्तर: a) ब्रिटिश संसद
Leave a Reply
You must be logged in to post a comment.