आँकड़ों का प्रबंधन और प्रस्तुतिकरण (Data Handling & Representation)
1. आँकड़े (Data)
→ तथ्यों, संख्याओं, मापों, प्रेक्षणों या घटनाओं का संग्रह।
→ ये किसी विषय या परिघटना के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं।
2. प्रेक्षण (Observation)
→ किसी विषय या घटना के बारे में सूचनाएँ देखना और उन्हें रिकॉर्ड करना।
→ आँकड़ों को एकत्र करने का यह पहला और मूलभूत चरण है।
3. आँकड़ों का संग्रह (Collection of Data)
→ सूचनाएँ विभिन्न स्रोतों से एकत्र करना।
→ इसमें सर्वेक्षण, प्रयोग या प्रेक्षण का उपयोग किया जा सकता है।
4. आँकड़ों का संगठन (Organization of Data)
→ एकत्र किए गए आँकड़ों को सारणी (Table), चार्ट (Chart) या आलेख (Graph) में व्यवस्थित करना।
→ इससे आँकड़ों का विश्लेषण और व्याख्या करना आसान हो जाता है।
5. आँकड़ा प्रस्तुतीकरण (Representation of Data)
→ आँकड़ों को स्पष्ट और समझने योग्य रूप में प्रस्तुत करना।
→ आलेख, चार्ट, सारणी या चित्र के रूप में आँकड़े प्रदर्शित किए जाते हैं।
6. चित्रालेख (Pictograph)
→ आँकड़ों को प्रतीकों या चित्रों के माध्यम से प्रस्तुत करना।
→ इससे जानकारी को एक नज़र में समझना आसान होता है।
7. दंड आलेख (Bar Graph/Chart)
→ आँकड़ों को दंड (Bars) की ऊँचाई या लंबाई द्वारा प्रदर्शित करना।
→ विभिन्न श्रेणियों की तुलना करने में उपयोगी।
8. निवारंबारता वितरण सारणी (Frequency Distribution Table)
→ आँकड़ों की सारणी जिसमें प्रत्येक मान के आने की संख्या दर्ज होती है।
→ यह आँकड़ों को सारांशित करने और उनका विश्लेषण करने में मदद करती है।
9. निष्कर्ष (Conclusion)
→ आँकड़ों के विश्लेषण से प्राप्त परिणाम।
→ इनसे अनुमान लगाने, भविष्यवाणी करने और निर्णय लेने में मदद मिलती है।
10. अनुसंधान प्रक्रिया (Research Process)
→ आँकड़ों को संग्रहित करने, उनका संगठन करने और प्रस्तुत करने की क्रमबद्ध प्रक्रिया।
चरण:
- योजना बनाना
- आँकड़ों का संग्रह
- आँकड़ों का संगठन
- विश्लेषण और निष्कर्ष
11. विशेष उदाहरण
- पेड़ों की गिनती (Plantation Data): पौधों की संख्या का रिकॉर्ड रखकर आँकड़े बनाए जा सकते हैं।
- प्रोजेक्ट टाइगर (1973): भारत सरकार की योजना, जिसका उद्देश्य बाघों की संख्या का संरक्षण और उनकी निगरानी करना था। यह वन्यजीवन संरक्षण और आँकड़ों के महत्व को दर्शाता है।