विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव कक्षा 8 वीं विज्ञान अध्याय 11
महत्वपूर्ण बिन्दु
- कुछ द्रव विद्युत् के सुचालक होते हैं और कुछ हीन चालक होते हैं।
- विद्युत् चालन करने वाले अधिकांश द्रव अम्लों, क्षारकों तथा लवणों के बने होते हैं।
- आसुत जल में विद्युत् चालन नहीं होता है।
- किसी चालक द्रव में विद्युत् धारा प्रवाहित की जाती है तो द्रव में रासायनिक अभिक्रियाएँ होती हैं इसे विद्युत् धारा का रासायनिक प्रभाव कहते हैं।
- विद्युत् धारा द्वारा किसी एक पदार्थ पर किसी दूसरी धातु की परत चढ़ाने की प्रक्रिया विद्युत् लेयन कहलाती है।
प्रश्न 1. विद्युत् सुचालक और हीन चालक से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर- वे पदार्थ जो अपने में से होकर विद्युत् धारा को प्रवाहित होने देते हैं विद्युत् सुचालक कहलाते हैं तथा वे पदार्थ जो अपने में से होकर विद्युत् धारा को आसानी से प्रवाहित नहीं होने देते हैं। विद्युत् के हीन चालक कहलाते हैं।
प्रश्न 2. आसुत जल विद्युत् का हीन चालक किन्तु नल का जल विद्युत् का सुचालक होता है क्यों ?
उत्तर—आसुत जल में लवण नहीं होते हैं। अतः इसमें विद्युत् धारा प्रवाहित नहीं होती है अर्थात् यह विद्युत् का हीन चालक होता है जबकि नल का जल शुद्ध नहीं होता है, इसमें खनिज लवण की थोड़ी मात्रा घुली होती है इसलिए यह विद्युत् का सुचालक होता है।
प्रश्न 3. विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव से क्या तात्पर्य है?
उत्तर – किसी चालक द्रव में विद्युत् धारा प्रवाहित की जाती है तो द्रव में रासायनिक अभिक्रियाएँ होती हैं इसे विद्युत् धारा का रासायनिक प्रभाव कहते हैं।
प्रश्न 4. विद्युत् लेपन करने के क्या कारण हैं ?
उत्तर- “विद्युत् लेपन के कारण-
(1) पुलों तथा स्वचालित वाहनों को जंग से बचाने के लिए लोहे पर जिंक की परत चढ़ाई जाती है।
(2) खाद्य पदार्थों के भंडारण के लिए उपयोग में लाए जाने वाले लोहे के डिब्बों पर टिन का विद्युत् लेपन किया जाता है। ताकि खाद्य पदार्थ लोहे के संपर्क में न आए।
3) विद्युत् लेपन से धातु अयस्क से शुद्ध धातु प्राप्त कर सकते हैं।
(4) विद्युत् लेपन की प्रक्रिया द्वारा सस्ती धातु की वस्तुओं पर सोने या चाँदी धातु की परत चढ़ाकर आभूषण बनाए जाते हैं।
प्रश्न 5. अपने आस-पास उपलब्ध विद्युत् लेपित वस्तुओं की सूची बनाइए ।
उत्तर- विद्युत् लेपित वस्तुएँ – – (1) कार के कुछ भाग (2) नल की टोंटी (3) गैस बर्नर (4) साईकिल का हैंडिल (5) पहियों के रिम (6) खाद्य पदार्थों के भंडारण में प्रयुक्त लोहे के डिब्बे (7) पुल तथा स्वचालित वाहन आदि।
प्रश्न 6. वोल्टीय सेल में इलेक्ट्रोड तथा विद्युत् अपघट्य के रूप में किसका उपयोग किया जाता है ?
उत्तर- वोल्टीय सेल में इलेक्ट्रोड के रूप में ताँबे की प्लेट (एनोड) तथा जस्ते की प्लेट (कैथोड) का तथा तनु सल्फ्यूरिक अम्ल का विद्युत् अपघट्य के रूप में उपयोग किया जाता है।
प्रश्न 7. सौर सेल किसका बना होता है ?
उत्तर- सौर सेल सिलिकॉन की दो परतों का बना होता है।
प्रश्न 8. सही विकल्प चुनकर लिखिए-
1.निम्नांकित में से विद्युत् का सुचालक नहीं है—
(a)आसुत जल
(b) नींबू का रस
(c) नमक का विलयन
(d) नल का जल
2. सरल वोल्टीय सेल में विद्युत् अपघय होता है-
(a) तनु सल्फ्यूरिक अम्ल
(b) तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल
(c) कॉपर सल्फेट विलयन
(d) पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड।
3. विद्युत् धारा द्वारा किसी पदार्थ पर किसी दूसरी धातु की परत चढ़ाने की प्रक्रिया को कहते हैं-
(a) विद्युत् अपघटन
(b) विद्युत् लेपन
(c) रासायनिक अभिक्रिया
(d) विद्युत् शोधन।
4. वह उपकरण जिसमें विद्युत् अपघटन की क्रिया होती
(a) विद्युत् सेल
(b) वोल्टामीटर
(c) अमीटर
(d) चुम्बकीय सुई।
उत्तर- 1. (a), 2. (a), 3. (b), 4. (a)..
प्रश्न 9. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए–
1. साधारण वोल्टीय सेल में विद्युत् अपघट्य …………विलयन होता है।
2. किसी विलयन से विद्युत् धारा प्रवाहित होने पर…………….. प्रभाव उत्पन्न होता है।
3. सौर सेल में……….ऊर्जा……… में रूपांतरित होती है .
4. वोल्टामीटर द्वारा सस्ती धातुओं पर बहुमूल्य धातुओं की परत चढ़ाने की प्रक्रिया ………. कहलाती है।
5. घड़ियों, केलकुलेटर, ट्रांजिस्टर एवं कृत्रिम उपग्रहों में ……….सेल का उपयोग किया जाता है।
उत्तर- 1. तनु सल्फ्यूरिक अम्ल, 2. विद्युत् धारा का रासायनिक, 3. सौर, विद्युत् ऊर्जा, 4. विद्युत् लेपन, 5. वोल्टीय।
प्रश्न 10. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
1. क्या शुद्ध जल विद्युत् का चालन करता है? यदि नहीं तो उसे चालक बनाने के लिए हम क्या कर सकते हैं ?
उत्तर- शुद्ध जल विद्युत् का चालन नहीं करता है। इसे चालक बनाने के लिए इसमें थोड़ी मात्रा में खनिज लवण मिला देते हैं।
2. आग लगने पर फायर मेन पानी के पाइप का उपयोग करने से पहले उस क्षेत्र की विद्युत् आपूर्ति बंद कर देते हैं क्यों ?
उत्तर—आग लगने पर फायर मेन पानी के पाइप का उपयोग करने से पहले उस क्षेत्र की विद्युत् आपूर्ति बंद कर देता है क्योंकि पाइप का पानी शुद्ध नहीं होता है उसमें कुछ मात्रा में लवण मिले होते हैं तथा वह विद्युत् का सुचालक होता है।
3. लोहे के ऊपर जिंक की परत क्यों चढ़ाई जाती है ?
उत्तर-लोहे को जंग से बचाने के लिए लोहे के ऊपर जिंक की परत चढ़ाई जाती है।
5. बटन सेल के विद्युत अपघट्य, धन ध्रुव तथा ऋण ध्रुव का नाम बताइए।
उत्तर- बटन सेल के विद्युत अपघट्य-सोडियम पा पोटेशियम ऑक्साइड धन ध्रुव-जिंक या ऐल्यूमिनियम ऋण ध्रुव सिल्वर ऑक्साइड या मरकरी ऑक्साइड ।
6. लेपन के कोई तीन उपयोग बताइए।
उत्तर -विद्युत् लेपन के उपयोग
(1) विद्युत् लेपन की प्रक्रिया द्वारा सस्ती धातु की वस्तुओं पर सोने या चाँदी जैसी बहुमूल्य धातु को पतली परत चढ़ाकर आभूषण बनाए जाते हैं।
(2) विद्युत् लेपन की प्रक्रिया का उपयोग धातु अयस्क से शुद्ध धातु प्राप्त करने में किया जाता है।
(3) पुलों तथा स्वचालित वाहनों के लोहे पर जिंक की परत चढ़ाई जाती है ताकि उन पर जंग नहीं लगे।