Category विज्ञान नोट्स

वर्ग-ड्यूटेरोमाइसिटीज (Deuteromycetes) के विशिष्ट लक्षण

वर्ग-ड्यूटेरोमाइसिटीज (Deuteromycetes) के विशिष्ट लक्षण निष्कर्ष: ड्यूटेरोमाइसिटीज वर्ग में वे कवक आते हैं जिनमें केवल अलैंगिक प्रजनन पाया जाता है, और इनमें लैंगिक जनन की पहचान या खोज संभव नहीं हो पाई है। इन्हें “अपूर्ण कवक” कहा जाता है क्योंकि…

बेसिडियोमाइसिटीज (Basidiomycetes) के विशिष्ट लक्षण

बेसिडियोमाइसिटीज (Basidiomycetes) के विशिष्ट लक्षण यह वर्ग उच्चतम कवकों के समूह में आता है, जिसमें अत्यधिक विकसित तन्तु और विशेष लैंगिक प्रजनन क्रियाएँ पाई जाती हैं। इन कवकों का कवकजाल और बीजाणु निर्माण प्रक्रिया बहुत जटिल होती है, जो इन्हें…

वर्ग- ऐस्कोमाइसिटीज (CLASS: ASCOMYCETES)

वर्ग- ऐस्कोमाइसिटीज (CLASS: ASCOMYCETES) विशिष्ट लक्षण इन लक्षणों से यह स्पष्ट होता है कि अस्कोमाइसीट्स कवक वर्ग में विशेष रूप से ऐस्कस और ऐस्कोस्पोर्स का निर्माण होता है, जो इनकी लैंगिक प्रजनन प्रक्रिया को विशिष्ट बनाता है।

वर्ग जाइगोमाइसिटीज (Zygomycetes) या संयुग्मन कवक (Conjugation Fungi)

वर्ग जाइगोमाइसिटीज (Zygomycetes) या संयुग्मन कवक (Conjugation Fungi) विशिष्ट लक्षण (Specific Features): उदाहरण (Examples): नोट: सिस्टोपस जैसे कवक सरसों के पौधों पर परजीवी होते हैं और व्हाइट रस्ट (White Rust) रोग उत्पन्न करते हैं।

वर्ग- मैस्टिगोमाइसिंटीज अथवा ऊमाइसिटीज- अण्डयुग्मी कवक

वर्ग- मैस्टिगोमाइसिंटीज अथवा ऊमाइसिटीज (Oomycetes – Water Molds) इस वर्ग के कवकों को ‘वाटर मोल्ड्स’ (Water moulds) भी कहा जाता है, क्योंकि ये सामान्यत: जल में पाए जाते हैं। हालांकि, इसके कुछ जीव परजीवी भी होते हैं। एक प्रमुख उदाहरण…

कवकों का वर्गीकरण (Classification of Fungi)

कवकों का वर्गीकरण (Classification of Fungi) कवकों को विभिन्न वैज्ञानिकों द्वारा अलग-अलग आधारों पर वर्गीकृत किया गया है। प्रमुख वर्गीकरण आधार निम्नलिखित हैं: जे. सी. आइन्सवर्थ (J. C. Ainsworth, 1973) द्वारा प्रस्तावित कवकों का वर्गीकरण जे. सी. आइन्सवर्थ ने कवकों…

कवक जगत के लक्षण (Salient Features of Kingdom Fungi)

कवक जगत के लक्षण (Salient Features of Kingdom Fungi) कवक (Fungi) यूकैरियोटिक बहुकोशिकीय, हरितलवक विहीन (Achlorophyllous) और विषमपोषी (Heterotrophic) होते हैं। ये मृतोपजीवी (Saprophytic) या परजीवी (Parasitic) जीवन जीते हैं और बीजाणुओं द्वारा प्रजनन करते हैं। इन्हें पादप जगत का…

परजीवी प्रोटोजोआ

परजीवी प्रोटोजोआ (Parasitic Protozoans) प्रोटिस्टा जगत के अधिकांश जीव स्वतंत्र होते हैं, जो जल, गीली मिट्टी, सड़ी-गली कार्बनिक पदार्थों में स्वपोषी या विषमपोषी के रूप में पाए जाते हैं। हालांकि, इस जगत के कुछ जीव हमारे और अन्य जन्तुओं के…

प्रोटिस्टा का वर्गीकरण (Classification of Protista),

प्रोटोजोआ समुदाय के जीवों को पाँच जगत वर्गीकरण पद्धति में चार प्रमुख संघों में वर्गीकृत किया गया है। ये संघ उनके संरचनात्मक और जीवन चक्र के आधार पर विभाजित किए गए हैं। निम्नलिखित हैं ये चार संघ और उनके महत्वपूर्ण…

डायटमों (Diatoms) – स्वर्ण शैवाल

डायटमों (Diatoms) – स्वर्ण शैवाल डायटम, जो कि स्वर्ण शैवाल (Golden Algae) या डायटम (Diatoms) के नाम से भी जाने जाते हैं, एककोशिकीय और सूक्ष्मदर्शीय शैवाल होते हैं। इनकी संरचना और जीवन चक्र के बारे में विस्तार से जानकारी निम्नलिखित…