स्मरणीय बिन्दु
- स्थानांतरी कृषि को भारत में शूटिंग कृषि के नाम से जाना जाता है।
- मक्का की विश्व में विभिन्न रंग-बिरंगी प्रजातियाँ पायी जाती हैं। भै प्रत्येक समय पर्याप्त, सुरक्षित और पौष्टिक खाद्य पदार्थ की सुविधा खाद्य सुरक्षा है।
- कॉफी की खोज कालदो नाम अरववासी बकरी चरवाहे ने की थी।
- विश्व की 50% जनसंख्या कृषि पर निर्भर है।
महत्वपूर्ण पारिभाषिक शब्द
- प्राथमिक क्रिया-प्राकृतिक संसाधनों के उत्पादन और निष्कर्षण से संबंधित कार्य प्राथमिक क्रिया है। जैसे—आखेट, कृषि संग्र
- द्वितीयक क्रिया- ये क्रियायें प्राथमिक संसाधनों के प्रसंस्करण से संबंधित हैं। जैसे—वस्त्र बनाना, इस्पात बनाना।
- तृतीयक क्रिया जो प्राथमिक और द्वितीयक क्षेत्र को सेवा प्रदान करती है। जैसे-यातायात, व्यापार, बैंकिंग।
- कृषि भूमि जिस भूमि पर फसलें उगाई जाती हैं, वह कृषि भूमि कही जाती है।
- जैविक कृषि फसलों के उत्पादन के लिये जैविक खाद और प्राकृतिक कीटनाशक का प्रयोग करते हैं।
- कृषि तंत्र कृषि या खेती वह तंत्र है जिसमें बोज बोना, खाद डालना, जुताई, बुवाई, सिंचाई, निराई, कटाई की क्रियाएँ शामिल हैं।
- मिश्रित कृषि इसमें भूमि का उपयोग, अन्न उगाने, चारा उगाने और पशु पालन के लिये किया जाता है।
- वाणिज्यिक कृषि फसलों का उत्पादन व पशुपालन व्यापारिक उद्देश्य के लिये किया जाता है।
- गहन कृषि – यह छोटे भूखंड पर साधारण औजारों और अधिक श्रम से की जाने वाली कृषि है।
- निर्वाह कृषि-यह केवल कृषक परिवार के भरण-पोषण के लिये की जाती है।
- एग्रीकल्चर मृदा को जोतना, फसलों को उगाना, पशुपालन का विज्ञान और कला एग्रीकल्चर है।
- सैरीकल्चर रेशम के कीटों का वाणिज्यिक उत्पादन। –
- पिसीकल्चर विशेष रूप से निर्मित तालाबों और पोखरों में मछली पालन ।
- विटिकल्चर अंगूरों की कृषि ।
- हॉर्टिकल्चर व्यापारिक उद्देश्य से फल, फूल और सब्जी का उत्पादन करना।
- स्थानांतरी कृषि-वृक्ष काटना, भूखंड साफ करना, कृषि करना, उत्पादकता समाप्त होने पर अगले भूखंड की ओर बढ़ना।
- चलवासी पशुचारण- पशुपालक का अपने पशुओं के साथ चारा पानी के लिये एक स्थान से दूसरे स्थान पर घूमना।
- वाणिज्यिक अनाज कृषि – केवल खाद्यान्नों का उत्पादन बाजारों में बेचने के लिये किया जाता है।
अभ्यास प्रश्न
प्रश्न 1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(i)कृषि क्या है ?
उत्तर-कृषि वह प्राथमिक क्रिया है जिसमें भूमि पर फसलें उगायी जाती हैं। इसमें सब्जियों, फूलों को उगाना और पशुपालन भी शामिल है।
(ii) उन कारकों का नाम बताइए जो कृषि को प्रभावित कर रहे हैं।
उत्तर- कृषि को प्रभावित करने वाले कारक हैं- 1. स्थल की बनावट, 2. मृदा और जलवायु, 3. कृषि की तकनीक ।
(iii) स्थानांतरी कृषि क्या है ? इस कृषि की क्या हानियाँ हैं ?
उत्तर- स्थान बदलकर की जाने वाली कृषि को स्थानांतरित कृषि कहते हैं। भूमि की उर्वरा शक्ति समाप्त होने पर उस भूमि को छोड़ दिया जाता है। कृषक नये भूखंड पर जाकर कृषि करने लगते हैं। हानियाँ- – 1. वनों को जलाकर कृषि करते हैं अतः वनों का ह्रास होता है। 2. अन्यत्र जाने पर जमीन खाली छोड़ते हैं जिससे मृदा का ह्रास होता है। 3. वायु प्रदूषण होता है।
(iv) रोपण कृषि क्या है ?
उत्तर – रोपण कृषि – 1. यह एक व्यावसायिक कृषि है। 2. बड़े पैमाने पर श्रम और पूँजी की आवश्यकता होती है। 3. उत्पादों का उपयोग समीप के कारखानों में ही किया जाता है। 4. परिवहन के साधनों की आवश्यकता पड़ती है।
(vi) सरकार किसानों को कृषि के विकास में किस प्रकार मदद करती है ?
उत्तर— सरकार किसानों को कृषि के विकास में इस प्रकार मदद करती है-
1. कृषि योग्य भूमि का विस्तार करवाती है।
2. सिंचाई सुविधा प्रदान करती है।
3. उर्वरक और उच्च स्तर के बोज प्रदान करने में सहायता प्रदान करती है।
4. कृषि के लिए मशीनोकरण में योगदान देती है।
5. फसलों की संख्या में विस्तार करती है।
6. कृषि ऋण प्रदान करती है। अकाल, अनावृष्टि में ऋण माफी भी देती है।
प्रश्न 2. सही विकल्प चुनिए-
(i) उद्यान कृषि का अर्थ है-
(क) गेहूँ उगाना
(ख) आदिम कृषि
(ग) फलों व सब्जियों को उगाना।
(ii) ‘सुनहरा रेशा’ से अभिप्राय है-
(क) चाय
(ग) पटसन।
(ख) कपास
(iii) कॉफी का प्रमुख उत्पादक है-
(क) ब्राजील
(ख) भारत
(ग) रूस।
उत्तर- (i) (ग), (ii) (ग), (iii) (क)।
प्रश्न 3. कारण बताइए-
(i) भारत में कृषि एक प्राथमिक क्रिया है।
उत्तर- भारत में कृषि एक प्राथमिक क्रिया है क्योंकि- 1. यह प्राकृतिक संसाधनों पर निर्भर है। 2. दो तिहाई आबादी कृषि पर निर्भर है। 3. अधिकांश भागों में निर्वाह कृषि की जाती है। 4. कृषि को परम्परागत व्यवसाय के रूप में भी अपनाया गया है।
(ii) विभिन्न फसलें विभिन्न प्रदेशों में उगाई जाती हैं।
उत्तर- अलग-अलग फसलों के लिये अलग-अलग प्रकार को मृदा, जलवायु, भू-आकृति, मानव श्रम को आवश्यकता होती है। भूमि में अंतर, जलवायु की भिन्नता भू-आकृतियों को भिन्नता, और लोगों के जीवन स्तर में भिन्नता के कारण विभिन्न फसलें विभिन्न प्रदेशों में उगायी जाती हैं।
उदाहरण पंजाब में गेहूं, छत्तीसगढ़ में चावल आदि।