भारत : जलवायु, वनस्पति तथा वन्य प्राणी कक्षा 6 भूगोल

मौसम और जलवायु

मौसम:

मौसम वायुमंडल में दिन-प्रतिदिन होने वाला परिवर्तन है। इसमें तापमान, वर्षा, और सूर्य का विकिरण शामिल हैं।

भारत : जलवायु, वनस्पति तथा वन्य प्राणी कक्षा 6 भूगोल - Notes of important topics

मौसम कभी गर्म, कभी ठंडा होता है, कभी आसमान में बादल होते हैं, और कभी वर्षा होती है।

मौसम के बदलाव के कारण, गर्मी के मौसम में ऊनी वस्त्रों की आवश्यकता नहीं होती, जबकि ठंडी में ऊनी वस्त्रों की आवश्यकता होती है।

भारत में प्रमुख मौसम:

सर्दी (दिसंबर से फरवरी तक): ठंडा मौसम, सूर्य की सीधी किरणें नहीं पड़तीं, तापमान कम होता है।

भारत : जलवायु, वनस्पति तथा वन्य प्राणी कक्षा 6 भूगोल - Notes of important topics

गर्मी (मार्च से मई तक): सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं, तापमान अधिक होता है, लू चलती है।

भारत : जलवायु, वनस्पति तथा वन्य प्राणी कक्षा 6 भूगोल - Notes of important topics

वर्षा (जून से सितंबर तक): दक्षिण-पश्चिम मानसून का मौसम, पवन बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी लेकर आती है, पहाड़ों से टकराकर वर्षा होती है।

भारत : जलवायु, वनस्पति तथा वन्य प्राणी कक्षा 6 भूगोल - Notes of important topics

शरद ऋतु (अक्टूबर और नवंबर): मानसून का लौटना, पवन स्थल से बंगाल की खाड़ी की ओर लौटते हैं, वर्षा होती है विशेषकर तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में।

जलवायु:

किसी स्थान की जलवायु उसकी स्थिति, ऊँचाई, समुद्र से दूरी और उच्चावच पर निर्भर करती है।

भारत : जलवायु, वनस्पति तथा वन्य प्राणी कक्षा 6 भूगोल - Notes of important topics

भारत की जलवायु मुख्यतः मानसूनी है। मानसून शब्द अरबी भाषा के “मौसिम” से लिया गया है, जिसका अर्थ है मौसम।

भारत में जलवायु की विभिन्नता देखी जाती है। उदाहरण के लिए, राजस्थान के जैसलमेर में बहुत गर्म होता है, जबकि जम्मू और कश्मीर के द्रास में बर्फीली ठंड पड़ती है।


प्राकृतिक वनस्पति

  1. प्राकृतिक वनस्पति:
    • घास, झाड़ियाँ और पौधे जो बिना मनुष्य की सहायता के उगते हैं, उन्हें प्राकृतिक वनस्पति कहते हैं।
    • जलवायु की विभिन्नता के कारण भारत में अलग-अलग प्रकार की वनस्पतियाँ पाई जाती हैं।
    • वर्षा की मात्रा सबसे महत्त्वपूर्ण है, जो वनस्पतियों के प्रकार को प्रभावित करती है।
  2. वनों की आवश्यकता:
    • वन ऑक्सीजन छोड़ते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड को ग्रहण करते हैं।
    • पेड़-पौधों की जड़ें मिट्टी को बांधकर रखती हैं और मिट्टी के अपरदन को रोकती हैं।
    • वनों से हमें ईंधन, लकड़ी, चारा, जड़ी-बूटियाँ, लाख, शहद, गोंद आदि प्राप्त होते हैं।
    • वन वन्यजीवों के प्राकृतिक निवास होते हैं।
  3. वनों की रक्षा:
    • अंधाधुंध पेड़ों की कटाई के कारण वनस्पतियाँ समाप्त हो रही हैं। हमें अधिक पेड़ लगाने चाहिए और पेड़ों के महत्त्व के बारे में लोगों को बताना चाहिए।
    • वन महोत्सव जैसे आयोजनों के द्वारा अधिक से अधिक लोगों को इस प्रयास में शामिल किया जा सकता है।

वन्यजीव

  1. वन्यजीवों का निवास:
    • वन विभिन्न प्रकार के वन्यजीवों का निवास होते हैं। इनमें सरीसृप, उभयचर, पक्षी, स्तनधारी, कीट और कृमि शामिल हैं।
    • बाघ हमारा राष्ट्रीय पशु है। एशियाई शेर गुजरात के गिर वन में पाए जाते हैं। हाथी, गैंडे असम, केरल, और कर्नाटक में पाए जाते हैं। ऊँट भारत के रेगिस्तान में पाया जाता है।
    • हिमालय क्षेत्र में जंगली बकरी, हिम तेंदुआ, और भालू पाए जाते हैं।
  2. भारत में पक्षी:
    • मोर हमारा राष्ट्रीय पक्षी है। भारत में तोता, मैना, कबूतर, बुलबुल और बतख जैसे पक्षी पाए जाते हैं।
    • पक्षियों के लिए राष्ट्रीय उद्यान बनाए गए हैं जो उनका प्राकृतिक निवास प्रदान करते हैं और शिकारियों से उनकी रक्षा करते हैं।
  3. वन्यजीवों की रक्षा:
    • वन्यजीवों की प्रजातियाँ तेजी से घट रही हैं। बहुत सी प्रजातियाँ समाप्त हो चुकी हैं।
    • सरकार ने बाघों और हाथियों को बचाने के लिए विशेष परियोजनाएँ शुरू की हैं जैसे बाघ परियोजना और हस्ति परियोजना।
    • हम वन्यजीवों के संरक्षण में योगदान दे सकते हैं, जैसे जानवरों के शरीर के अंगों से बने पदार्थों को खरीदने से मना करना।
    • प्रत्येक वर्ष अक्टूबर के पहले सप्ताह को वन्यजीव सप्ताह के रूप में मनाया जाता है ताकि वन्यजीवों के निवास को संरक्षित रखा जा सके।