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कहानी का स्वरुप- हिंदी साहित्य

कहानी का स्वरुप

  1. हिंदी कहानी का स्रोत:
    • हिंदी कहानी का जन्म भारतीय कथा, आख्यान और दास्तानों की परंपरा से हुआ।
    • प्रमुख उदाहरण: पंचतंत्र, वेद, पुराण, महाभारत, रामायण, जातक, कादम्बरी, सिंहासन बत्तीसी, बेताल पचीसी।
  2. किस्सा और कहानी का अंतर:
    • किस्सा: एक साधारण मौखिक वृत्तांत, घटनाएँ कालक्रम से घटती हैं, मुख्य उद्देश्य कौतूहल उत्पन्न करना।
    • कहानी: एक आधुनिक साहित्यिक विधा, यथार्थवाद और विश्वसनीयता पर आधारित, मानव जीवन और संवेदनाओं को चित्रित करना।
  3. किस्सा की विशेषताएँ:
    • घटनाएँ समयानुक्रम में होती हैं।
    • पात्रों के नाम आमतौर पर पौराणिक या अविशिष्ट होते हैं।
    • कहानी के कौतूहल से श्रोता बंधे रहते हैं (जैसे, शाहजादी की कहानी शाहजादे को बांध लेती है)।
    • किस्से मौखिक होते हैं और साहित्यिक रूप में भी होते हैं।
  4. आधुनिक कहानी की विशेषताएँ:
    • यथार्थवाद और विश्वसनीयता, अब पात्र आम जीवन के होते हैं।
    • पात्रों के नाम विशिष्ट और आम जीवन के होते हैं।
    • कहानी में घटनाएँ विशिष्ट स्थान और समय पर घटती हैं।
    • कहानी में विशिष्ट और संकेंद्रित संवेदनाओं का चित्रण होता है।
  5. शॉर्ट स्टोरी और कहानी:
    • शॉर्ट स्टोरी (छोटी कहानी) और कहानी का आकार विषयवस्तु पर निर्भर करता है।
    • कहानी का उद्देश्य बौद्धिक संतुष्टि और संवेदनाओं को चित्रित करना है, न कि उसे छोटा या बड़ा बनाने का प्रयास करना।

Frequently Asked Questions (FAQ) – हिंदी में:

  1. हिंदी कहानी का जन्म कहां से हुआ?
    • हिंदी कहानी का जन्म भारतीय कथा परंपरा, आख्यान और दास्तानों से हुआ है। प्रमुख उदाहरण पंचतंत्र, महाभारत, रामायण आदि हैं।
  2. किस्सा और कहानी में क्या अंतर है?
    • किस्सा एक साधारण और मौखिक वृत्तांत है, जिसमें घटनाएँ कालक्रम से घटती हैं। कहानी एक आधुनिक साहित्यिक विधा है, जिसमें यथार्थ और विश्वसनीयता होती है।
  3. किस्से का उद्देश्य क्या होता है?
    • किस्से का मुख्य उद्देश्य श्रोताओं में कौतूहल उत्पन्न करना और उन्हें “फिर क्या हुआ” की जिज्ञासा से बांधना होता है।
  4. आधुनिक कहानी की विशेषताएँ क्या हैं?
    • आधुनिक कहानी में यथार्थवाद, विश्वसनीयता और आम जीवन के पात्र होते हैं। इसमें विशिष्ट घटनाएँ और संवेदनाएँ चित्रित की जाती हैं।
  5. क्या शॉर्ट स्टोरी हमेशा छोटी होती है?
    • नहीं, शॉर्ट स्टोरी का आकार उसकी विषयवस्तु पर निर्भर करता है। यह जरूरी नहीं कि छोटी हो, बल्कि यह संकेंद्रित होती है।