वाक्यांश के लिए एक शब्द
- जिसे गिना न जा सके – अगणित
- जो कुछ भी नहीं जानता हो – अज्ञ
- जो बहुत थोड़ा जानता हो – अल्पज्ञ
- जिसका जन्म नहीं होता – अजन्मा
- पुस्तकों की समीक्षा करने वाला – समीक्षक , आलोचक
- जिसकी आशा न की गई हो – अप्रत्याशित
- जो इन्द्रियों से परे हो – अगोचर
- जो विधान के विपरीत हो – अवैधानिक
- जो संविधान के प्रतिकूल हो – असंवैधानिक
- जिसे भले-बुरे का ज्ञान न हो – अविवेकी
- जिसके समान कोई दूसरा न हो – अद्वितीय
- जिसे वाणी व्यक्त न कर सके – अनिर्वचनीय
- जैसा पहले कभी न हुआ हो – अभूतपूर्व
- जो व्यर्थ का व्यय करता हो – अपव्ययी
- बहुत कम खर्च करने वाला – मितव्ययी
- सरकारी गजट में छपी सूचना – अधिसूचना
- जिसके पास कुछ भी न हो – अकिंचन
- दोपहर के बाद का समय – अपराह्न
- जिसका निवारण न हो सके – अनिवार्य
- देहरी पर रंगों से बनाई गई चित्रकारी – अल्पना
- आदि से अन्त तक – आघन्त
- जिसका परिहार करना सम्भव न हो – अपरिहार्य
- जो ग्रहण करने योग्य न हो – अग्राह्य
- जिसे प्राप्त न किया जा सके – अप्राप्य
- जिसका उपचार सम्भव न हो – असाध्य
- भगवान में विश्वास रखने वाला – आस्तिक
- भगवान में विश्वास न रखने वाला- नास्तिक
- आशा से अधिक – आशातीत
- ऋषि की कही गई बात – आर्ष
- पैर से मस्तक तक – आपादमस्तक
- अत्यंत लगन एवं परिश्रम वाला – अध्यवसायी
- आतंक फैलाने वाला – आंतकवादी
- देश के बाहर से कोई वस्तु मंगाना – आयात
- जो तुरंत कविता बना सके – आशुकवि
- नीले रंग का फूल – इन्दीवर
- उत्तर-पूर्व का कोण – ईशान
- जिसके हाथ में चक्र हो – चक्रपाणि
- जिसके मस्तक पर चन्द्रमा हो – चन्द्रमौलि
- जो दूसरों के दोष खोजे – छिद्रान्वेषी
- जानने की इच्छा – जिज्ञासा
- जानने को इच्छुक – जिज्ञासु
- जीवित रहने की इच्छा- जिजीविषा
- इन्द्रियों को जीतने वाला – जितेन्द्रिय
- जीतने की इच्छा वाला – जिगीषु
- जहाँ सिक्के ढाले जाते हैं – टकसाल
- जो त्यागने योग्य हो – त्याज्य
- जिसे पार करना कठिन हो – दुस्तर
- जंगल की आग – दावाग्नि
- गोद लिया हुआ पुत्र – दत्तक
- बिना पलक झपकाए हुए – निर्निमेष
- जिसमें कोई विवाद ही न हो – निर्विवाद
- जो निन्दा के योग्य हो – निन्दनीय
- मांस रहित भोजन – निरामिष
- रात्रि में विचरण करने वाला – निशाचर
- किसी विषय का पूर्ण ज्ञाता – पारंगत
- पृथ्वी से सम्बन्धित – पार्थिव
- रात्रि का प्रथम प्रहर – प्रदोष
- जिसे तुरंत उचित उत्तर सूझ जाए – प्रत्युत्पन्नमति
- मोक्ष का इच्छुक – मुमुक्षु
- मृत्यु का इच्छुक – मुमूर्षु
- युद्ध की इच्छा रखने वाला – युयुत्सु
- जो विधि के अनुकूल है – वैध
- जो बहुत बोलता हो – वाचाल
- शरण पाने का इच्छुक – शरणार्थी
- सौ वर्ष का समय – शताब्दी
- शिव का उपासक – शैव
- देवी का उपासक – शाक्त
- समान रूप से ठंडा और गर्म – समशीतोष्ण
- जो सदा से चला आ रहा हो – सनातन
- समान दृष्टि से देखने वाला – समदर्शी
- जो क्षण भर में नष्ट हो जाए – क्षणभंगुर
- फूलों का गुच्छा – स्तवक
- संगीत जानने वाला – संगीतज्ञ
- जिसने मुकदमा दायर किया है – वादी
- जिसके विरुद्ध मुकदमा दायर किया है – प्रतिवादी
- मधुर बोलने वाला – मधुरभाषी
- धरती और आकाश के बीच का स्थान – अन्तरिक्ष
- हाथी के महावत के हाथ का लोहे का हुक – अंकुश
- जो बुलाया न गया हो – अनाहूत
- सीमा का अनुचित उल्लंघन – अतिक्रमण
- जिस नायिका का पति परदेश चला गया हो – प्रोषित पतिका
- जिसका पति परदेश से वापस आ गया हो – आगत पतिका
- जिसका पति परदेश जाने वाला हो – प्रवत्स्यत्पतिका
- जिसका मन दूसरी ओर हो – अन्यमनस्क
- संध्या और रात्रि के बीचकी वेला – गोधुलि
- माया करने वाला – मायावी
- किसी टूटी-फूटी इमारत का अंश – भग्नावशेष
- दोपहर से पहले का समय – पूर्वाह्न
- कनक जैसी आभा वाला – कनकाय
- हृदय को विदीर्ण कर देने वाला – हृदय विदारक
- हाथ से कार्य करने का कौशल – हस्तलाघव
- अपने आप उत्पन्न होने वाला – स्त्रैण
- जो लौटकर आया है – प्रत्यागत
- जो कार्य कठिनता से हो सके – दुष्कर
- जिसने किसी दूसरे का स्थान अस्थाई रूप से ग्रहण किया हो – स्थानापन्
- जो देखा न जा सके – अलक्ष्य
- बाएँ हाथ से तीर चला सकने वाला – सव्यसाची
- वह स्त्री जिसे सूर्य ने भी न देखा हो – असुर्यम्पश्या
- यज्ञ में आहुति देने वाला – हौदा
- जिसे नापना सम्भव न हो – असाध्य