सजीवों में परिवहन : स्मरणीय तथ्य
- रक्ताधान: रक्ताधान दुर्घटना में रक्त के अधिक बह जाने के कारण या किसी बीमारी के कारण शरीर में रक्त की कमी होने पर किसी व्यक्ति का रक्त चढ़ाना रक्ताधान कहलाता है।
- रक्त चाप: धमनियों में रक्त का दबाव रक्तचाप कहलाता है।
- पौधों में जल एवं खनिज लवणों का परिवहन: पौधों में जल और खनिज लवणों का परिवहन एवं भोजन का स्थानान्तरण संवहन ऊतक द्वारा किया जाता है।
- जल एवं खनिज लवण का परिवहन: पौधों की जड़ों द्वारा अवशोषित जल एवं खनिज लवण जाइलम द्वारा अन्य भागों में पहुँचाया जाता है।
- भोजन का स्थानान्तरण: पत्तियों में बना भोजन फ्लोएम द्वारा पौधे के विभिन्न भागों में पहुँचाया जाता है।
- विसरण: एककोशिक जन्तुओं में विभिन्न पदार्थों का परिवहन विसरण द्वारा होता है।
- परिसंचरण तंत्र: बहुकोशिक, अकशेरुकी जन्तुओं में खुला परिसंचरण तंत्र होता है।
- कशेरुकी जन्तुओं का परिसंचरण तंत्र: सभी कशेरुकी जन्तुओं में बंद परिसंचरण तंत्र पाया जाता है।
- हृदय: मनुष्य का हृदय पेशीय पटों के द्वारा चार भागों में बँटा होता है। ऊपर वाले दो भाग आलिन्द और नीचे के दो भाग निलय कहलाते हैं। हृदय जिन माँसपेशियों से बना होता है, उन्हें हृदयपेशी कहते हैं, जो लगातार बिना रुके कार्य करती है।
अभ्यास के प्रश्न
प्रश्न 1. सही उत्तर चुनकर लिखें
- एककोशिकीय जीवों में परिवहन होता है-
(ग) विसरण द्वारा - मनुष्यों में पचे भोजन का परिवहन होता है-
(घ) रक्त द्वारा - मनुष्यों में रक्त परिवहन तंत्र का प्रमुख केन्द्र है-
(क) हृदय - अकशेरुकी जन्तुओं में परिसंचरण होता है-
(ख) खुला परिसंचरण - किसी व्यक्ति के शरीर में रक्त की कमी का अर्थ है-
(घ) लाल रक्त कणिकाओं में हीमोग्लोबिन कम होना
प्रश्न 2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
- तने की छाल काटने पर छाल के साथ फ्लोएम नष्ट हो जाता है।
- रक्त संयोजी ऊतक है।
- प्लेटलेट्स रक्त को जमाने में सहायक हैं।
- ऑक्सीजन युक्त रक्त धमनियों द्वारा पूरे शरीर में भेजा जाता है।
- ऑक्सीजन विहीन रक्त शिराओं के द्वारा पूरे शरीर से एकत्रित कर हृदय में लाया जाता है।
प्रश्न 3. नीचे दिये गए प्रश्नों के उत्तर लिखें
- रक्त परिवहन तंत्र में फेफड़ों का क्या कार्य है?
उत्तर: फेफड़ों के द्वारा ही रक्त को ऑक्सीजन की अधिक मात्रा प्राप्त होती है, तथा फेफड़ों से लाया गया अधिक ऑक्सीजनयुक्त रक्त बाएँ निलय से धमनियों के द्वारा शरीर के सभी भागों में भेजा जाता है। - क्या होगा यदि हृदय पेशियों की सिकुड़ने और फैलने की क्षमता समाप्त हो जाए?
उत्तर: हृदय पेशियों द्वारा फैलने एवं सिकुड़ने की क्रिया द्वारा रक्त हृदय में पहुँचता है तथा अशुद्ध रक्त बाहर निकलता है। इसी फैलने एवं सिकुड़ने की क्रिया को हृदय की धड़कन कहते हैं। यदि हृदय पेशियाँ सिकुड़ना एवं फैलना बंद कर दें तो हृदय को शुद्ध रक्त मिलना बंद हो जाएगा, तथा हृदय काम करना बंद कर देगा और मनुष्य का जीवन समाप्त हो जाएगा। - नीचे दी गई स्थितियों में पौधों की वृद्धि पर क्या प्रभाव पड़ेगा यदि-
- पौधे ‘क’ का जाइलम क्षतिग्रस्त हो जाए:
उत्तर: पौधे का जाइलम क्षतिग्रस्त हो जाने पर पत्तियों और तने को पानी तथा खनिज लवण नहीं प्राप्त हो पाएंगे, और पौधा मुरझा जाएगा। - पौधे ‘ख’ की छाल रोगग्रस्त हो जाए:
उत्तर: पौधे की छाल रोगग्रस्त होने पर फ्लोएम नष्ट हो जाएगा, जिससे पत्तियों द्वारा बना भोजन जड़ों तक नहीं पहुँच पाएगा, और जड़ें कार्य करना बंद कर देंगी, जिससे पौधा मर जाएगा। - पौधे ‘ग’ की जड़ों में उचित खाद एवं पानी डाला जाए:
उत्तर: पौधे की जड़ों में उचित खाद और पानी डाले जाने से पौधे में अच्छी वृद्धि होगी। - पौधे ‘घ’ में केवल पत्तियों पर ही उचित खाद और पानी का छिड़काव किया जाए:
उत्तर: पौधे को कोई लाभ नहीं मिलेगा, क्योंकि पत्तियाँ स्वयं खाद और पानी सीधे ग्रहण नहीं कर सकती हैं।
- पौधे ‘क’ का जाइलम क्षतिग्रस्त हो जाए:
प्रश्न 4. नीचे दिये गए कथनों को सुधारकर लिखें
- कशेरुकी जन्तुओं में खुला परिवहन होता है।
सुधार: कशेरुकी जन्तुओं में बंद परिवहन होता है। - स्वस्थ मनुष्य को जीवन रक्षा के लिए रक्ताधान किया जाता है।
सुधार: अस्वस्थ मनुष्य को जीवन रक्षा के लिए रक्ताधान किया जाता है। - शिराओं में रक्त का दबाव रक्तचाप कहलाता है।
सुधार: धमनियों में रक्त का दबाव रक्तचाप कहलाता है। - केशिकाएँ आपस में मिलकर छोटी वाहिनियाँ बनाती हैं।
सुधार: केशिकाएँ आपस में मिलकर मोटी वाहिनियाँ बनाती हैं।