‘कटुक वचन मत बोल’ पाठ में वाणी की महत्ता को स्पष्ट किया गया है। यह पाठ बताता है कि वाणी का प्रयोग अत्यंत ध्यानपूर्वक और मधुर रूप से किया जाना चाहिए। कड़वी और कटु वचन ना केवल शारीरिक और मानसिक कष्ट का कारण बन सकते हैं, बल्कि ये समाज में वैमनस्य और विद्वेष भी उत्पन्न कर सकते हैं। लेखक ने वाणी के सही प्रयोग के महत्व को समझाने के लिए विभिन्न उदाहरणों का सहारा लिया है, जैसे लुकमान की कहानी, कन्फ्यूशियस और अन्य प्रसिद्ध व्यक्तित्वों के विचार। वाणी को संयमित और विवेकपूर्ण ढंग से प्रयोग करना चाहिए। कड़वी वाणी से केवल आहत और अशांति फैलती है, जबकि मधुर वाणी से सभी के दिल में प्रेम और सम्मान का संचार होता है। वाणी से किसी का दिल तोड़ा जा सकता है, लेकिन अगर सही समय पर सही शब्दों का चयन किया जाए तो इसे एक औषधि के रूप में भी प्रयोग किया जा सकता है। यह पाठ हमें यह भी सिखाता है कि जीवन में कभी-कभी कड़वा सत्य कहना आवश्यक होता है, लेकिन उसमें भी वाणी की सौम्यता बनाए रखनी चाहिए। श्री लालबहादुर शास्त्री के एक उदाहरण से यह भी सिद्ध होता है कि नम्रता और मधुर वाणी से किसी भी परिस्थिति को संभाला जा सकता है। अंततः, यह पाठ हमें समझाता है कि वाणी का सही प्रयोग ही जीवन में सच्ची सफलता और शांति का कारण बनता है।
MCQs
1. ‘कटुक वचन मत बोल’ पाठ में किसके माध्यम से वाणी के महत्व को बताया गया है?
a) कन्फ्यूशियस
b) लुकमान
c) श्री लालबहादुर शास्त्री
d) सभी उत्तर सही हैं
उत्तर: d) सभी उत्तर सही हैं
2. कन्फ्यूशियस ने जीभ और दाँत का उदाहरण क्यों दिया था?
a) जीवन में सत्य का महत्व बताने के लिए
b) वाणी की मृदुलता का महत्व बताने के लिए
c) स्वास्थ्य के लिए
d) दार्शनिक दृष्टिकोण से
उत्तर: b) वाणी की मृदुलता का महत्व बताने के लिए
3. लुकमान ने बकरे की जीभ को किस कारण से सबसे अच्छा और सबसे बुरा हिस्सा माना?
a) जीभ शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है
b) जीभ की मृदुलता जीवन को सुंदर बनाती है
c) जीभ से ही बोलने की शक्ति मिलती है
d) जीभ का स्वाद सबसे अच्छा होता है
उत्तर: b) जीभ की मृदुलता जीवन को सुंदर बनाती है
4. श्री लालबहादुर शास्त्री ने अपनी पत्नी से क्या कहा था?
a) “कृपया क्रोध में वाणी का प्रयोग न करें”
b) “जबान क्यों खराब कर रही हो?”
c) “अपनी जबान को सुधारो”
d) “मुझे तुम्हारा क्रोध पसंद नहीं”
उत्तर: b) “जबान क्यों खराब कर रही हो?”
5. वाणी का गलत प्रयोग किसके परिणामस्वरूप हो सकता है?
a) शांति
b) प्रेम
c) युद्ध और संघर्ष
d) सभी उत्तर सही हैं
उत्तर: c) युद्ध और संघर्ष
6. पाठ में यह बात किस रूप में प्रस्तुत की गई है कि जीवन में वाणी का अत्यधिक महत्व है?
a) उदाहरणों के माध्यम से
b) कविता के रूप में
c) शेर के रूप में
d) सभी उत्तर सही हैं
उत्तर: a) उदाहरणों के माध्यम से
7. कन्फ्यूशियस ने ‘जीभ’ के बारे में क्या कहा?
a) जीभ कठोर है
b) जीभ कोमल है और वह लचीली होती है
c) जीभ जीवन के लिए आवश्यक नहीं है
d) जीभ केवल खाने के लिए है
उत्तर: b) जीभ कोमल है और वह लचीली होती है
8. ‘कटुक वचन’ का क्या अर्थ है?
a) मधुर वचन
b) कठोर और कड़वे वचन
c) हल्के वचन
d) विवेकपूर्ण वचन
उत्तर: b) कठोर और कड़वे वचन
9. “मधुर वचन है औषधि, कटुक वचन है तीर” से कवि का क्या आशय है?
a) कटु वचन से रोग होता है
b) मधुर वचन से हृदय को शांति मिलती है
c) कटु वचन से शारीरिक चोट लगती है
d) सभी उत्तर सही हैं
उत्तर: b) मधुर वचन से हृदय को शांति मिलती है
10. ‘जीभ’ और ‘दाँत’ के बीच अंतर क्या है, जैसा कन्फ्यूशियस ने बताया?
a) जीभ कठोर है और दाँत कोमल हैं
b) जीभ कोमल है और दाँत कठोर हैं
c) जीभ और दाँत समान हैं
d) जीभ और दाँत दोनों कठोर हैं
उत्तर: b) जीभ कोमल है और दाँत कठोर हैं
11. वाणी का सही उपयोग करने से क्या होता है?
a) प्रेम और शांति फैलती है
b) केवल झगड़े होते हैं
c) अन्याय बढ़ता है
d) कोई असर नहीं होता
उत्तर: a) प्रेम और शांति फैलती है
12. किसने कहा था “जो बात कहो, साफ हो, सुथरी हो, भली हो”?
a) लुकमान
b) कन्फ्यूशियस
c) श्री लालबहादुर शास्त्री
d) कोई अन्य
उत्तर: c) श्री लालबहादुर शास्त्री
13. ‘कटु वचन’ से क्या परिणाम हो सकता है?
a) हृदय में घाव
b) शांति
c) प्रेम
d) सब कुछ अच्छा
उत्तर: a) हृदय में घाव
14. ‘स्वर्गीय श्री लालबहादुर शास्त्री’ को किस गुण के लिए प्रसिद्ध माना जाता है?
a) कड़ी मेहनत
b) मधुर वाणी और विनम्र स्वभाव
c) देशभक्ति
d) बुद्धिमत्ता
उत्तर: b) मधुर वाणी और विनम्र स्वभाव
15. क्या सभी बातें ऐसी हो सकती हैं जो दूसरों को प्रिय लगें?
a) हाँ
b) नहीं
c) कभी-कभी
d) सभी बातें प्रिय होती हैं
उत्तर: b) नहीं
16. यदि वाणी कठोर हो, तो क्या करना चाहिए?
a) वाणी को सुधारना चाहिए
b) इसे वैसे ही रहने देना चाहिए
c) इसे और भी कठोर बनाना चाहिए
d) किसी से न बोलें
उत्तर: a) वाणी को सुधारना चाहिए
17. ‘जीभ’ की तुलना किससे की गई है?
a) दाँत
b) हाथ
c) पैर
d) आँख
उत्तर: a) दाँत
18. ‘वाणी के गलत प्रयोग’ का सबसे बड़ा उदाहरण क्या है?
a) महाभारत का युद्ध
b) रामायण
c) बाइबल
d) वेद
उत्तर: a) महाभारत का युद्ध
19. क्या किसी व्यक्ति का हृदय अपनी कटुवाणी से विचलित हो सकता है?
a) हाँ
b) नहीं
c) कभी नहीं
d) केवल अच्छे शब्दों से
उत्तर: a) हाँ
20. ‘मधुर वचन’ का क्या प्रभाव होता है?
a) शांति और सुकून मिलता है
b) झगड़े बढ़ते हैं
c) अहंकार उत्पन्न होता है
d) क्रोध आता है
उत्तर: a) शांति और सुकून मिलता है
पाठ से-
प्रश्न 1. लुकमान ने बकरे के शरीर के सबसे अच्छे और बुरे हिस्से के चयन में जीभ को ही क्यों चुना?
उत्तर – लुकमान ने बकरे के शरीर के सबसे अच्छे और बुरे हिस्से के चयन में जीभ को ही चुना, क्योंकि उसका कहना था कि अगर शरीर में जीभ अच्छी हो, तो फिर सब अच्छा ही अच्छा है और अगर जीभ अच्छी नहीं है, तो फिर सब बुरा ही बुरा है।
प्रश्न 2. चीनी दार्शनिक कन्फ्यूशियस के कथन के जरिए लेखक क्या बताना चाहता है ?
उत्तर – चीनी दार्शनिक कन्फ्यूशियस के जरिए लेखक बताना चाहते हैं कि जो नम्र स्वभाव का होता है, वह अधिक समय तक जीवित रहता है तथा कठोर स्वभाव वाला व्यक्ति अधिक समय तक जीवित नहीं रहता है।
प्रश्न 3. लेखक ने हृदय को तोड़ने वालों को क्षमा न देने की बात कही है?
उत्तर- लेखक ने कहा है कि कटु वाणी का प्रयोग कभी नहीं करना चाहिए। कटु वाणी के प्रयोग से हृदय रूपी मन्दिर तथा उसे अपार पीड़ा होती है, वह विचलित हो जाता है। इसीलिए लेखक हृदय तोड़ने वालों को क्षमा न देने की बात कही है। टूट जाता है
प्रश्न 4. किसी के द्वारा प्रयोग किए गए कठोर वचन शरीर में चुभते हैं क्यों? उदाहरण के साथ स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर- किसी के द्वारा प्रयोग किए गए कठोर वचन शरीर में चुभते हैं क्योंकि कोई भी इंसान कठोर वचन सुनना पसंद नहीं करता। सभी इंसान प्रेम के भूखे हैं। सभी मधुर वाणी सुनना चाहते हैं। उदाहरण स्वरूप महाभारत काल की एक घटना है, जब पाण्डवों की रानी द्रौपदी ने कौरवों पर व्यंग्य करते हुए कहा था कि “अंधे के अंधे ही होते हैं।” यह बात दुर्योधन को चुभ गयी थी और इसी का दुष्परिणाम या कि महाभारत का विनाशकारी युद्ध हुआ
प्रश्न 5. श्रीमती शास्त्री का क्रोध का पारा किस शेर को सुनकर नीचे उतर गया और क्यों ?
उत्तर-श्रीमती शास्त्री का क्रोध का पारा अग्र शेर को सुनकर नीचे उतर गया- जो बात कहो, साफ हो, सुथरी हो, भली हो।कड़वी न हो, खट्टी न हो, मिश्री की डली हो। श्रीमती शास्त्री को मालूम हो चुका था कि कठोर वाणी लोगों के शरीर पर चुभता है इसलिए मधुर वाणी बोलनी चाहिए ताकि सामने वाले बुरा न लगे।
प्रश्न 6. श्री लालबहादुर शास्त्री ने शेर के माध्यम से अपनी पत्नी को क्या समझाने का प्रयास किया, स्पष्ट कीजिए।
उत्तर- श्री लाल बहादुर शास्त्री ने शेर के माध्यम से अपनी पत्नी को यह का प्रयास किया कि कड़वी बातें किसी को भी अच्छी नहीं लगती है। यदि किसीसे गलती हो भी जाती है, तो उसे मधुरता के साथ समझाया जा सकता है। ताकि सामने वाले को भी बुरा न लगे।
प्रश्न 7. दोनों ज्योतिषियों ने राजा को एक ही बात कही, उनके कहने के में आपको क्या अंतर लगता है ?
उत्तर- पहले ज्योतिषी ने राजा को स्वप्न का फल कटु शब्दों में अप्रिय ढंग से बताया इसलिए उसे दण्ड मिला, जबकि दूसरे ज्योतिषी ने उसी बात को प्रिय एवं मीठे शब्दों में बताया इसलिए उसे मिला।
प्रश्न 8. लोकप्रिय बनने के लिए आपको क्या करना होगा ?
उत्तर- लोकप्रिय बनने के लिए हमें वाणी की कठोरता को त्यागना होगा तीखे शब्दों के प्रयोग से बचना होगा तथा वाणी की कर्कशता को सुधारना होगा। अपनी वाणी में मिठास घोलकर बातचीत करना होगा अन्यथा लोकप्रिय बनने का सपना अधूरा ही रह जायेगा।
पाठ से आगे-
प्रश्न 1. जीभ कोमल है, दाँत कठोर है जिसमे लचीलापन होता है, जो नम्र होता है। वह अधिक समय जीता है।” इस उक्ति पर आप अपना अभिमत दीजिए।
उत्तर – चीनी दार्शनिक कन्फ्यूशियस ने कहा है कि जीभ और दाँत दोनों हमारे मुख में होते हैं, किन्तु जीभ कोमल होती है और दाँत कठोर होते हैं। जीभ में लचीलापन होता है। अपने लचीलेपन के कारण जीभ मुख के अन्दर सुरक्षित रहती है जबकि दाँत अपनी के कारण उखड़ने लगते है। इससे यह निष्कर्ष निकलता है कि जो नम स्वभाव का होता है, वह अधिक समय तक जीवित रहता है तथा कठोर स्वभाव वाला व्यक्ति अधिक समय तक जीवित नही रहता है।
प्रश्न 2. वाणी तो सभी को मिली हुई है, परन्तु बोलना किसी-किसी को ही आता है। ऐसा कहा जाता है। क्या आप इस तरह के लोगों से मिले है जो बाते करते समय बिना सोचे-समझे बोले जाते है उनके बारे में लिखिए।
उत्तर- बिना सोचे समझे कई लोग बोल जाते हैं उन्हें अगले व्यक्ति के मन में क्या चल रहा है पता नही चलता वह बिना किसी की परवाह किए अगले व्यक्ति के मन को ठेस पहुँचाते हैं। ऐसे कई लोग हमारे समाज में मिल जाते हैं जो अपनी बातों से कई लोगों को ठेस पहुँचाते हैं।
प्रश्न 3. लुकमान के इस कथन से आप कहाँ तक सहमत है, कि जीभ अच्छी नहीं तो सब बुरा ही बुरा है तर्क सहित अपने विचार लिखिए।
उत्तर – लुकमान के इस कथन से हम सहमत है क्योंकि जिस व्यक्ति की जुबान (वाणी) ठीक नहीं है। उसके लिए कुछ भी ठीक नहीं है। जो व्यक्ति सदैव कटु वचन बोलता है, उसे कड़वा सुनना भी पड़ताहै और पग-पग पर कटु अनुभवों से गुजरना पड़ता है।
प्रश्न 4. “एक बात से प्रेम झरता है और दूसरी बात से झगड़ा होता है।” इस तरह के अनुभव आप सभी के भी रहे होंगे इसके बारे में आपस में बात कर लिखिए।
उत्तर- स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री के घर पर एक दिन किसी नौकर से कोई काम बिगड़ गया। श्रीमती शास्त्री को उस पर बहुत क्रोध आया और उन्होंने नौकर को बहुत डाँटा इस पर शास्त्रीजी ने अपनी पत्नी को एक शेर सुनाया और उनसे बोले-