पाठ में आये कठिन शब्दों के अर्थ
- जलाते चलो – प्रकाशित करना
- स्नेह – प्रेम
- धरा – धरती
- अँधेरा – अँधकार, निराशा, बुराई
- निहित – विध्यमान
- विश्व – संसार
- दिवस – दिन
- निशा – रात
- विधुत – बिजली
- पथ – रास्ता
- तिमिर – अँधेरा
- चुनौती – ललकार
- सरित – नदी
- निरंतर – लगातार
- शिला – पत्थर, चटान
- अनगिनत – जिनकी कोई गिनती न हो
- साक्षी – गवाह
- पवन – हवा
- उजेला – उजाला
- लौ – ज्योति, प्रकाश
- स्वर्ण-सी – सोने के सामान
- निशा – रात
- सवेरा – सुबह