केदारनाथ सिंह का साहित्यिक परिचय
केदारनाथ सिंह (07 जुलाई 1934 – 19 मार्च 2018), हिन्दी के सुप्रसिद्ध कवि व साहित्यकार थे। वे अज्ञेय द्वारा सम्पादित तीसरा सप्तक के कवि रहे। भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा उन्हें वर्ष…
इस श्रेणी में हिन्दी भाषा के साहित्यकारों के जीवन परिचय, रचनाएँ , लेखन कला व साहित्य में स्थान के बारे में बताने का प्रयास किया गया है.
केदारनाथ सिंह (07 जुलाई 1934 – 19 मार्च 2018), हिन्दी के सुप्रसिद्ध कवि व साहित्यकार थे। वे अज्ञेय द्वारा सम्पादित तीसरा सप्तक के कवि रहे। भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा उन्हें वर्ष…
हरिवंश राय बच्चन (27 नवम्बर 1907 – 18 जनवरी 2003) हिन्दी भाषा के एक कवि और लेखक थे। वे हिन्दी कविता के उत्तर छायावाद काल के प्रमुख कवियों में से एक हैं। उनकी…
जगन्नाथदास रत्नाकर (1866- 21 जून 1932) आधुनिक युग के श्रेष्ठ ब्रजभाषा कवि का जन्म सं. 1923 (सन् 1866 ई.) के भाद्रपद शुक्ल पंचमी के दिन हुआ था। भारतेंदु बावू हरिश्चंद्र की भी यही जन्मतिथि थी…
रामनरेश त्रिपाठी (4 मार्च, 1889 - 16 जनवरी, 1962) हिन्दी के 'पूर्व छायावाद युग' के प्रमुख कवि थे, जिन्होंने कविता, कहानी, उपन्यास, जीवनी, संस्मरण और बाल साहित्य जैसी विविध विधाओं…
कामता प्रसाद गुरु बहुमुखी प्रतिभा के व्यक्ति थे और उन्हें अनेक भाषाओं का अच्छा ज्ञान था। कामता प्रसाद गुरु का साहित्यिक परिचय कामताप्रसाद गुरु का जन्म सागर (म.प्र.) में सन्…
रायदेवी प्रसाद पूर्ण का साहित्यिक परिचय राय देवीप्रसाद जी का जन्म मार्गशीर्ष कृष्ण 13, संवत् 1925 वि. को जबलपुर में हुआ था। इनके पिता का नाम राय वंशीधर था। वंशपरंपरागत 'राय' उपाधि…
श्रीधर पाठक का साहित्यिक परिचय श्रीधर पाठक (11 जनवरी 1858 - 13 सितंबर 1928 )का जन्म उत्तर प्रदेश में जौंवरी नाम गांव, तहसील-फ़िरोजाबाद, जिला- आगरा में पंडित लीलाधर के घर हुआ। वे हिंदी साहित्य…
आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी (1864–1938) हिन्दी के महान साहित्यकार, पत्रकार एवं युगप्रवर्तक थे। उन्होंने हिंदी साहित्य की अविस्मरणीय सेवा की और अपने युग की साहित्यिक और सांस्कृतिक चेतना को दिशा…
प्रताप नारायण मिश्र (24 सितंबर, 1856 - 6 जुलाई, 1894) भारतेन्दु मण्डल के प्रमुख लेखक, कवि और पत्रकार थे। वह भारतेंदु निर्मित एवं प्रेरित हिंदी लेखकों की सेना के महारथी,…
घनानंद (1673- 1760) रीतिकाल की तीन प्रमुख काव्यधाराओं- रीतिबद्ध, रीतिसिद्ध और रीतिमुक्त के अंतिम काव्यधारा के अग्रणी कवि हैं। ये 'आनंदघन' नाम स भी प्रसिद्ध हैं। आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने…